बिजली-राशन के लिए हाइवे जाम ,किलेपाल में ३० ग्राम पंचायतों के हजारों आदिवासियों ने किया प्रदर्शन
नहीं करेंगे बस्तर दशहरा में शिरकत
जगदलपुर के हाइवे पर किलेपाल गांव में सोमवार को चक्का जाम करते ३० ग्राम पंचायतों के ग्रामीण विद्युतीकरण की मांग और पीडीएस के राशन कार्ड निरस्त किए जाने के विरोध में जिले के बास्तानार ब्लॉक के ३० ग्राम पंचायत के हजारों ग्रामीणों ने सोमवार को किलेपाल में धरना-प्रदर्शन व चक्का जाम किया इस वजह से दोपहर एक से दो बजे तक जगदलपुर-दंतेवाड़ा हाइवे पर वाहनों की आवाजाही थमी रही प्रशासन की ओर से तहसीलदार द्वारा लिखित आश्वासन के बाद चक्का जाम वापस लिया गया इस प्रदर्शन की खास बात यह रही कि इसमें ब्लॉक के कांग्रेस, सीपीआई सहित भाजपा के वरिष्ठ आदिवासी नेता भी एक मंच पर नजर आए तथा बास्तानार ब्लॉक की उपेक्षा को लेकर केन्द्र व राज्य सरकारों पर जमकर आरोप लगाए वहीं संवेदनशील क्षेत्र में इस प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किए गए थे
विश्व प्रसिद्घ बस्तर के ऐतिहासिक दशहरे में रथ का परिचालन बस्तानार ब्लॉक के आदिवासी ही करते हैं चक्का जाम के दौरान ब्लॉक के आदिवासियों ने तहसीलदार से साफ कहा कि यदि तीन महीने के भीतर ३० ग्राम पंचायतों के सभी घर तक बिजली नहीं पहुंची तो बास्तानार ब्लॉक के आदिवासी दशहरा में रथ खींचने जगदलपुर नहीं जाएंगे वहीं तीन माह बाद रेल रोको, आमरण अनशन और आर्थिक नाकेबंदी जैसे उग्र कदम उठाए जायेंगे।
पंचायत प्रतिनिधियों के साथ खाद्य विभाग की संयुक्त बैठक में १० दिनों के अंदर राशन कार्ड निरस्तीकरण मामले में हुई त्रुटि को सुधारने का आश्वासन दिया गया है विद्युतीकरण के संबंध में १० जून को टेण्डर लगना है इसके दायरे से छूटे शेष गांवों को भी टेण्डर प्रक्रिया में शामिल किया जायेगा -महेश शर्मा, तहसीलदार, बास्तानार
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