बस्तर में अमेरिकन कंपनी करेगी स्लरी पाइप लाइन की मॉडल स्टडी, मोदी का मेक इन इण्डिया
जगदलपुर (ब्यूरो)। बचेली से नगरनार तक बिछाई जाने वाली एनएमडीसी की स्लरी पाइप लाइन के लिए मॉडल स्टडी अमेरिकन कंपनी आसेन्को करेगी। यही कंपनी 151 किलोमीटर लंबी व 24 इंच व्यास की स्लरी पाइप लाइन की ड्राइंग-डिजाइन भी तैयार करेगी। दूसरी ओर देश की सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी मेकान स्लरी पाइन लाइन के लिए बेनीफिकेशन प्लांट तक पानी पहुंचाने बिछाई जाने वाली पाइप लाइन के लिए मॉडल स्टडी व ड्राइंग-डिजाइन दोनों काम देखेगी। भारत सरकार के इस सरकारी उपक्रम को वाटर पंप, बेनीफिकेशन प्लांट, पैलेट प्लांट, वॉटर लाइन की ड्राइंग-डिजाइन तैयार करने का काम एनएमडीसी ने सौंपा है। मेकान ने ग्लोबल टेंडर बुलाकर करीब चार हजार करोड़ रुपए के इस प्रोजेक्ट के एक हिस्से स्लरी पाइप लाइन की मॉडल स्टडी व ड्राइंग-डिजाइन तैयार करने का काम अमेरिकन कंपनी को सौंपा है। एनएमडीसी के उच्च आधिकारिक सूत्रों के अनुसार इस साल के अंत तक मॉडल स्टडी व ड्राइंग-डिजाइन तैयार करने का काम पूरा हो जाने की उम्मीद है। एनएमडीसी की योजना अगले साल मैदानी क्षेत्रों में पाइप लाइन बिछाने का काम शुरू कर देने की है। स्लरी पाइप लाइन से बचेली स्थित लौह अयस्क माइंस से पानी के साथ लौह अयस्क का घोल तैयार कर पाइप लाइन से नगरनार तक परिवहन करने की है। इसके लिए हर घंटे करीब 1300 क्यूबिक मीटर पानी की जरूरत बताई गई है। बस्तर व दंतेवाड़ा जिले में बिछाई जाने वाली स्लरी पाइप लाइन के लिए 29 अप्रैल को दंतेवाड़ा में पर्यावरण संबंधी जनसुनवाई हो चुकी है। 4 जुलाई को जनसुनवाई जगदलपुर में आयोजित की गई है।
नगरनार में काम कर रही विदेशी कंपनियां
जिले के नगरनार में निर्माणाधीन एनएमडीसी के पहले स्टील प्लांट में भी कई निर्माण कार्यों का ठेका विदेशी कंपनियों ने भी लिया है। विदेशी कंपनियां देश की कंपनियों के साथ मिलकर स्टील प्लांट में काम कर रही हैं। एनएमडीसी के अधिकारियों के अनुसार स्टील प्लांट से जुड़े अलग-अलग पैकेज के लिएग्लोबल टेंडर जारी किया गया था। जिसके माध्यम से विदेशी कंपनियां आई हैं। इनमें से कुछ कंपनियां अपना काम पूरा भी कर चुकी हैं।
मोदी की उपस्थिति में हुआ था एमओयू
स्लरी पाइप लाइन प्रोजेक्ट बस्तर के विकास के लिए 24 हजार करोड़ रुपए के उस पैकेज में शामिल है जिसके लिए नौ मई को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दंतेवाड़ा प्रवास पर नौ मई को एमओयू किए गए थे। ये प्रोजेक्ट बस्तर क्षेत्र में मेगा अल्ट्रा स्टील प्लांट, रावघाट-जगदलपुर रेललाइन और स्लरी पाइप लाइन हैं। स्लरी पाइन लाइन से बैलाडीला से सालाना 3 से 4 मिलियन टन लौह अयस्क नगरनार क्षेत्र में स्थापित होने वाले पैलेट प्लांट तक पहुंचाना है।
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