कोयला आंदोलन : महिलाओं ने कहा,उत्खनन गैरकानूनी तो जेल में डालो
पुलिसकर्मियों ने समझाने का प्रयास किया लेकिन उत्खनन कर रही महिला��"ं ने एक स्वर में कहा कि हमारी जमीन है ��"र इसके अंदर का कोयला भी हमारा है।
रायगढ़. जिले के ग्राम गारे का कोल सत्याग्रह अब अपने रंग में आने लगा है। मंगलवार को गारे पतरा के पास कोयला खनन करते ग्रामीणों को समझाने के लिए पुलिस की टीम पहुंची थी, लेकिन ग्रामीणों का आक्रोश देखकर वापस लौट आई। ग्रामीणों ने बताया कि सुबह 9 बजे से कोयला उत्खनन प्रारंभ किया जाता है। 11 बजे के करीब पुलिस की टीम मौके पर पहुंची थी। पुलिसकर्मियों ने समझाने का प्रयास किया लेकिन उत्खनन कर रही महिलाओं ने एक स्वर में कहा कि हमारी जमीन है और इसके अंदर का कोयला भी हमारा है।
पुलिसकर्मियों ने कहा कि यह गैरकानूनी है तो महिलाओं ने कहा कि यदि यह गैरकानूनी है तो गिरफ्तार करो। आप हमें गिरफ्तार कर ले जाओंगे तो कल ग्रामीणों का दूसरा दल खुदाई में लग जाएगा। उन्हें भी गिरफ्तार किया तो तीसरा दल उत्खनन के लिए तैयार है। कोयला सत्याग्रही हरिहर पटेल ने बताया कि पुलिस की टीम आई थी। समाझाने की कोशिश की गई। हमने साफ कह दिया कि या तो आप हमारा अधिकार दे दो या फिर हमे जेल में डाल दो।
जारी रहेगी खुदाई
पिछले चार सालों से कोयला सत्याग्रह कर रहे ग्रामीण इस बार आर-पार के मूड में हैं। ग्रामीणों का कहना है कि हमारे आंदोलन और हमारी मांग के प्रति उदासीनता दिखाकर खारिज करने का प्रयास किया जा रहा है। इस बार ऐसा नहीं होने देंगे। यदि हमारा अधिकार नहीं दे सकते तो हमें जेल में डाल दो, लेकिन खुदाई का प्रयास जारी रहेगा।
कम पड़ जाएगी जगह
विदित हो कि इस आंदोलन में लगभग 55 गांव के लोग शामिल हैं। दो अक्टूबर को हुए कोयला सत्याग्रह के दौरान हजारों की संख्या में ग्रामीण पहुंचे थे। अब ग्रामीणों की ओर से दल बनाकर खुदाई का कार्य किया जा रहा है। ऐसे में पूरे ग्रामीण एक साथ खुदाई नहीं कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यदि अधिकार मांगना गैरकानूनी है तो जेल में डालो, हक मांगने वालों की संख्या इतनी है कि जेल की जगह कम पड़ जाएगी।
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