वैज्ञानिक भार्गव लौटाएंगे पद्म भूषण, कहा: पाक बन रहा है भारत
वैज्ञानिक पीएम भार्गव ने कहा कि देश की सरकार जिस तरह से काम कर रही है, उससे भारत पाकिस्तान बनने की तरफ बढ़ रहा है
नई दिल्ली। साहित्याकारों और फिल्मकारों के बाद अब एक वैज्ञानिक ने भी अपना सम्मान लौटाने की घोषणा की है। सरकार को यह झटका वैज्ञानिक पीएम भार्गव ने दिया है। देश में चल रहे माहौल के खिलाफ भार्गव ने पद्म भूषण सम्मान लौटाने की बात कही है। साथ ही भार्गव ने कहा कि देश की सरकार जिस तरह से काम कर रही है, उससे भारत पाकिस्तान बनने की तरफ बढ़ रहा है।
भार्गव ने सरकार पर किया हमला
भार्गव ने सरकार पर हमला करते हुए कहा कि आज देश की आजादी छीनी जा रही है। वे कहते हैं कि चरक संहिता में लिखा है कि गाय के गोश्त खाने की कोई मनाही है। इसके फायदे लिखे हुए हैं। उन्होंने कहा कि कोई सरकार ये कैसे तय करती है कि कोई क्या खाए और क्या पहने। इस तरह से देश को हिंदू राष्ट्र बनाने की कोशिश चल रही है। धर्म की तानाशाही से खतरा पैदा हो गया है। आपको बता दें कि इसके बाद ही वित्त मंत्री अरूण जेटली ने पुरस्कार और सम्मान लौटाने वालों पर हमला किया। उन्होंने कहा कि आज जो लोग पुरस्कार लौटा रहे हैं, वे उस वक्त कहां थे, जब देश में भ्रष्टाचार हो रहा था।
दस फिल्मकारों ने पुरस्कार लौटाने की घोषणा की थी
गौरतलब है कि बुधवार को देश में बढ़ती असहिष्णुता के विरोध में दिबाकर बनर्जी और राकेश शर्मा सहित दस फिल्मकारों ने अपने राष्ट्रीय पुरस्कार लौटाने की घोषणा की थी। इससे पहले प्रख्यात साहित्यकार एवं बुद्धिजीवी प्रोफेसर एम एम कलबुर्गी की हत्या और उत्तर प्रदेश के दादरी में गोकशी की अफवाह पर उग्र भीड़ द्वारा एक व्यक्ति की हत्या के विरोध में कई लेखकों, कलाकारों और वैज्ञानिकों ने अपने-अपने पुरस्कार एवं सम्मान लौटा दिए थे।
मशहूर फिल्मकार दिबाकर बनर्जी, परेश कामदार, निष्ठा जैन, लिपिका सिंह दराई, राकेश शर्मा तथा हर्षवर्द्धन कुलकर्णी, वृत्तचित्र फिल्मकार आनंद पटवर्धन, फिल्म संपादक कीर्ति नखवा और सिनेमैटोग्राफर हरि नायर तथा इंद्रनील लाहिड़ी ने सरकार को अपने-अपने राष्ट्रीय पुरस्कार लौटाने की घोषणा की थी। राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे एक पत्र में फिल्मकारों ने देश में बढ़ती असहिष्णुता पर चिंता जताई।
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