छत्तीसगढ़ के कोरबा में प्लांट हादसे के बाद ग्रामीणों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया है. इससे ग्रामीणों में आक्रोश व्यापत है. प्रशासन ने घटनास्थल पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया है. उल्लेखनीय है कि 29 अक्टूबर को कोरबा के पाली थाना क्षेत्र के ग्राम बांधाखार स्थित मारुती क्लीन कोल एंड पावर प्लांट में हादसे से एक मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई थी. पेश है छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन की प्रेस विज्ञप्ति;
मारुती क्लीन कोल एवं पॉवर पलांट में हुए हादसे की जााँच कर कम्पनी प्रबंधन पर एफआईआर दर्ज की जाये , कोरबा जिले के बांधाखार मारुती क्लीन कोल पावर प्लांट में हुए हादसे में मृत श्रमिको को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए छत्तीसगढ़ बचाओ आन्दोलन इस हादसे की निष्पक्ष जाँच की मांग करते हुए कम्पनी प्रबंधन के उपर प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की हैं l
300 मेगावाट बिजली उत्पादन के इस प्लांट में कल बायलर का बाटम ऐश हापर फटने के कारण यह भयानक हादसा हुआ हे , जिसमे एक श्रमिक की मौत और 11 श्रमिक घायल हुए हैं। दुर्घटना के बाद कंपनी के गुंडों ने पुलिस के साथ मिलकर ग्रामीणों के साथ मारपीट की हैं , पुलिस से इस मामले को दबाने की साजिश से इंकार भी नहीं किया जा सकता।
प्रदेश में लगातार ओधोगिक दुर्घटना में लगातार बढ़ोतरी हो रही है ,लेकिन कार्यवाही के नाम पे खाना पूर्ति ही की जा रही हैं।
राज्य सरकार कम्पनियो पे किसी प्रकार की लगाम कसने में नाकाम हो रही है , चाहे वह पर्यावरण सम्बन्धी कानून के पालन की बात हो या श्रम सुरक्षा सम्बन्धी कानून को लागु करने की बात l सरकार कम्पनियो को बड़ी बड़ी रियायतें देने को तत्पर रही हैं ,नियमो का उल्लंघन करने पर किसी भी कंपनी के खिलाफ कोई कठोर कार्यवाही नहीं की जा रही हैं।
जिससे लोगो में उधोगो केखिलाफ एक अविश्वास का माहौल तैयार हो रहा हैं प्रदेश में मजदूरो से बड़े पैमाने पर ठेके पर काम लिया जा रहा हैं , जिससे उन्हें बदहाल स्थितयो में रहना पड रहा हैं , अधिकतर कम्पनियो द्वारा श्रमिक कानूनो का पालन नहीं किया जा रहा हैं, जो ओधोगिक दुर्घटनाओ का सबसे बड़ा कारन हैं।
भवदीय संयोजक मंडल
नन्द कुमार कश्यप , विजय भाई, रमाकांत बंजारे , रिन चिन , अलोक शुक
मारुती क्लीन कोल एवं पॉवर पलांट में हुए हादसे की जााँच कर कम्पनी प्रबंधन पर एफआईआर दर्ज की जाये , कोरबा जिले के बांधाखार मारुती क्लीन कोल पावर प्लांट में हुए हादसे में मृत श्रमिको को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए छत्तीसगढ़ बचाओ आन्दोलन इस हादसे की निष्पक्ष जाँच की मांग करते हुए कम्पनी प्रबंधन के उपर प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की हैं l
300 मेगावाट बिजली उत्पादन के इस प्लांट में कल बायलर का बाटम ऐश हापर फटने के कारण यह भयानक हादसा हुआ हे , जिसमे एक श्रमिक की मौत और 11 श्रमिक घायल हुए हैं। दुर्घटना के बाद कंपनी के गुंडों ने पुलिस के साथ मिलकर ग्रामीणों के साथ मारपीट की हैं , पुलिस से इस मामले को दबाने की साजिश से इंकार भी नहीं किया जा सकता।
प्रदेश में लगातार ओधोगिक दुर्घटना में लगातार बढ़ोतरी हो रही है ,लेकिन कार्यवाही के नाम पे खाना पूर्ति ही की जा रही हैं।
राज्य सरकार कम्पनियो पे किसी प्रकार की लगाम कसने में नाकाम हो रही है , चाहे वह पर्यावरण सम्बन्धी कानून के पालन की बात हो या श्रम सुरक्षा सम्बन्धी कानून को लागु करने की बात l सरकार कम्पनियो को बड़ी बड़ी रियायतें देने को तत्पर रही हैं ,नियमो का उल्लंघन करने पर किसी भी कंपनी के खिलाफ कोई कठोर कार्यवाही नहीं की जा रही हैं।
जिससे लोगो में उधोगो केखिलाफ एक अविश्वास का माहौल तैयार हो रहा हैं प्रदेश में मजदूरो से बड़े पैमाने पर ठेके पर काम लिया जा रहा हैं , जिससे उन्हें बदहाल स्थितयो में रहना पड रहा हैं , अधिकतर कम्पनियो द्वारा श्रमिक कानूनो का पालन नहीं किया जा रहा हैं, जो ओधोगिक दुर्घटनाओ का सबसे बड़ा कारन हैं।
भवदीय संयोजक मंडल
नन्द कुमार कश्यप , विजय भाई, रमाकांत बंजारे , रिन चिन , अलोक शुक
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