Sunday, October 11, 2015

रायपुर में पत्रकारों द्वारा मुख्यमंत्री के द्वार पे किये गुस्से का इज़हार


रायपुर में पत्रकारों द्वारा  मुख्यमंत्री के द्वार पे किये गुस्से का इज़हार 







प्रदेश के कौने कौने से आये पत्रकारों ने अचानक बिना किसी सूचना के मुख्यमंत्री निवास में धावा बोल अपने गुस्से का इजहार किया |
सैकड़ो की संख्या में पुलिस के बल का विरोध करते हुए सीधे प्रतिबंधित क्षेत्र को पार कर मुख्यमंत्री भवन पहुचे पत्रकार , पत्रकारों को जन सुरक्षा अधिनियम के तहत गिरफ्तार किये जाने ओर फर्जी प्रकरण बनाकर जेल भेजे से नाराज थे इससे पहले शोशल मिडिया में वरिष्ठ पत्रकार कमल शुक्ला व उनके साथियों द्वारा चलाये गये अभियान को समर्थन देते हुए 20 से अधिक पत्रकार संघ और प्रेस परिषदो के समर्थनो से भारी संख्या में पत्रकार वृन्दावन भवन में इकठा हुए जहा पत्रकार सुरक्षा कानून संयुक्त संघर्ष समिति का गठन किया गया जिसमे प्रत्येक जिलो व संगठनों को प्रतिनिधित्व देते हुए 100 सदसीय अध्क्षीय मंडल बनाने और इस समिति का महासचिव कमल शुक्ला को सर्व सहमती से बनाने का निर्णय लिया गया 

इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार व साहित्यकार गिरीश पंकज, आसिफ इकबाल, प्रसिद्ध लेखक राजीव रंजन प्रसाद , बीडी निजामी , के के वासुदेवन, शोभा यादव, विजया पाठक , दक्षिण बस्तर पत्रकार संघ के अधक्ष्य बप्पी राय, राष्ट्रिय पत्रकार मोर्चा के अधक्ष्य रविन्द्र गिन्नोरे, संभागीय पत्रकार संघ दुर्ग के अध्यक्ष इश्वर दुबे प्रेस पत्रकार महासंघ के महासचिव ब्यास द्वेदी , पत्रकार प्रेस परिषद के अध्यक्ष योगेश मिश्रा, कमलेश स्वर्ण कार , पत्रकार संघ दुर्ग, प्रेस क्लब कांकेर के अध्यक्ष शुशील शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार अनिल मिश्रा, इलेक्ट्रानिक मिडिया की ओर से अभिषेक झा और देवेश तिवारी राषट्रीय मीडिया “द हिन्दू” से पवन दहत ने पत्रकार संतोष यादव के गिरफ्तारी की पूरी पोल खोली , लिंगा राम कोडोपी , युकेश चंद्राकर विचार व्यक्त करते हुए प्रदेश में पत्रकारों पर बढ़ते हमले और दर्ज किये जा रहे फर्जी प्रकरणों को ले कर चिता जाहिर की और लाम्बी लड़ाई व जुड़ता बनाये जाने पर जोर दिया सभी ने एक स्वर से जनसुरक्षा अधिनियम के तहत दरभा से गिरफ्तार किये गए संतोष यादव व सोमारू नाग को रिहा कराये जाने की मांग की इसी कानून के तहत ढाई साल जेल बिता कर निर्दोष साबित हुए लिंगा राम कोडोपी ने आप बीती सूना कर सभी पत्रकारों के मन में रोष उत्पन्न कर दिया 
इसी बैठक में सर्व सम्मति से निर्णय लिया गया कि जिस तरह अवेध तरीके से कानून तोड़कर छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा संतोष यादव व सोमारू नाग की गिरफ्तारी की गई है उसी तरह नियम तोड़कर शांति पूर्ण ढंग से मुख्यमंत्री और राज्यपाल के निवास तक पैदल मार्च कर ज्ञापन सौपने का निर्णय लिया गया पुलिस और प्रशासन सतर्क होती इससे पहले 300 से भी ज्यादा पत्रकार, पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने गिरफ्तार पत्रकार साथियों की रिहाई , और बस्तर आईजी शिव राम प्रसाद कल्लूरी को हटाने का नारा लगाते हुए मुख्यमंत्री बंगला पहुच गए पिछले 15 सालो में यह पहला मौका था कि सभी सुरक्षा तंत्र को तोड़ते हुए हुई रैली सीधे बँगला जा पहुची हो मुख्यमंत्री की अनुपस्थिति में उनके निजी सचिव ओ पी गुप्ता ने पत्रकारों का ज्ञापन स्वीकार किया | पत्रकारों ने इस मौके पर चेतावनी दी कि एक माह के अंदर यदि अवैध तरीके से गिफ्तार किये गए पत्रकार सोमारू नाग और संतोष यादव की निःशर्त रिहाई नही होती है | तो पूरे प्रदेश भर से हजारों पत्रकार जगदलपुर पहुंचकर गिफ्तारी देंगे |इसके अलावा प्रदेश के सभी जिला और तहसील मुख्यालय के साथियों के द्वारा धरना-प्रदर्शन करने का निर्णय भी लिया गया |कल के बैठक में सभी वरिष्ठ पत्रकारो और समस्त पत्रकारो ने मीडिया संस्थानों के मालिको के द्वारा शोषण की बात कही थी किस तरह एक मीडिया संस्थान का मालिक संपादक पत्रकारो के आजादी को छिनते हुये उन्हें गुलाम बना कर रखना चाहता है।

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