Saturday, May 30, 2015

विचाराधीन बंदी की मौत पर उठने लगे सवाल अस्पताल परिसर से गिरफ्तारी हुई थी

विचाराधीन बंदी की मौत पर उठने लगे सवाल

अस्पताल परिसर से गिरफ्तारी हुई थी बंदी के परिजन को जानकारी नहीं दिए जाने का आरोप

जेल जाने से पहले जिला अस्पताल में भर्ती था बंदी


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अंबिकापुर(निप्र) जिला अस्पताल में उपचार के दौरान बंदी की मौत हो गई लगभग दस दिन पहले कोतवाली पुलिस ने बंदी को चोरी के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेजा था जेल दाखिल होने के बाद से ही उसे जेल अस्पताल में रखा गया था कल तबियत बिगड़ने पर उसे जिला अस्पताल में भर्ती किया गया था,जहां आज उसकी मौत हो गई पुलिस ने डाक्टरों की टीम से पोस्टमार्टम कराया है। 
जानकारी के अनुसार नगर के मिशन चौक केदारपुर निवासी निखिल वर्मा उर्फ रेड्डी पिता जीवनलाल वर्मा २८ वर्ष को पुलिस ने बीते २० मई को जिला अस्पताल परिसर में उसके दो सहयोगियों के साथ गांजा सेवन करते रंगे हाथों पकड़ा था पुलिस को लंबे समय से उसकी तलाश थी अस्पताल परिसर में पकड़े जाने के बाद निखिल के दोनों साथियों के विरूद्घ धारा १५१ की कार्रवाई गई थी वहीं निखिल वर्मा को धारा ४१, १-४ तथा ३७९ के तहत गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया था,जहां से उसे जेल भेज दिया गया था पहले से ही निखिल की तबियत खराब थी १८ मई को वह जिला अस्पताल में भर्ती हुआ था जेल जाने के बाद उसकी तबियत और खराब हो गई गुरूवार की सुबह उसे जिला अस्पताल उपचार के लिए लाया गया जहां उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए चिकित्सक ने भर्ती कर लिया था इस बात की जानकारी परिजनों को भी नहीं थी आज सुबह निखिल ने जिला अस्पताल के जेल वार्ड में दम तोड़ दिया इस बात की जानकारी भी परिजनों को नहीं मिल सकी थी पुलिस की ओर से कोई जानकारी नही दी गई थी परिचितों के माध्यम से परिजनों को घटना की खबर लगी सुबह लगभग ९ बजे मामले की जानकारी लगने पर मृतक के बड़े भाई मनीष वर्मा जिला अस्पताल पहुंचे वहां डाक्टरों द्वारा पर्ची में मृतक का नाम निखिल शर्मा लिखा गया था,जिसे लेकर काफी देर तक असमंजस की स्थिति बनी हुई थी शव के मरच्यूरी में होने तथा उसकी चाबी तत्काल नहीं मिल पाने के कारण यह पुष्टि नहीं हो पा रही थी कि मृतक निखिल वर्मा है या कोई अन्य बाद में पुलिस हस्तक्षेप से जब मरच्यूरी को खुलवाया गया तो शव निखिल वर्मा का ही था शुक्रवार की दोपहर नायब तहसीलदार की मौजूदगी में डा. वीके श्रीवास्तव व डा.केआर टेकाम ने मृत बंदी का पोस्टमार्टम किया पोस्टमार्टम प्रक्रिया की वीडियो ग्राफी भी कराई गई ,मौके पर जेल अधीक्षक व अन्य अधिकारी- फो
अस्पताल परिसर से गिरफ्तारी हुई थी बंदी की 
-परिजन को जानकारी नहीं दिए जाने का आरोपअस्पताल के रिकार्ड में भाग गया है मरीजि
मृत बंदी निखिल वर्मा उर्फ रेड्डी तबियत खराब होने के कारण बीते १८ मई को जिला अस्पताल में इलाज हेतु दाखिल हुआ था वह सर्जिकल वार्ड में भर्ती था जिला अस्पताल के सर्जिकल वार्ड के दस्तावेजों में उल्लेख है कि २१ मई की सुबह से मरीज गायब है अस्पताल के रिकार्ड में उसे एब्सकॉन बताया गया है इसका मतलब है कि उसकी छुट्टी नहीं हुई है और वह बिना बताए चला गया है यह परिस्थिति क्यों निर्मित हुई इसकी वजह को लेकर परिजनों ने सवाल उठाए हैं बीते २० मई को अस्पताल परिसर से ही पुलिस ने निखिल वर्मा को गिरफ्तार किया था अस्पताल प्रबंधन को यदि इसकी जानकारी होती तो शायद उसे अस्पताल से भागने वाला मरीज नही बताया जाता मृतक के भाई मनीष वर्मा ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि जब उनका भाई पहले से ही अस्पताल में भर्ती था तो पुलिस को यह जान लेना था कि उसका स्वास्थ्य कैसा है अस्पताल प्रबंधन के साथ ही परिजनों को भी सूचना दी जानी चाहिए थी लेकिन ऐसा नहीं किया गया। 
पहले दिन से ही था जेल अस्पताल मे

केदारपुर अंबिकापुर निवासी बंदी निखिल वर्मा की मौत के मामले में लग रहे लापरवाही के आरोपों को देखते हुए डीजी जेल गिरधारी नायक से भी शिकायत की गई थी डीजी जेल श्री नायक ने जेल अधीक्षक एनके टोप्पो को तत्काल जिला अस्पताल जाकर वस्तुस्थिति से अवगत होने का निर्देश दिया था पंचनामा की कार्रवाई की दौरान जिला अस्पताल पहुंचे जेल अधीक्षक श्री टोप्पो ने बताया कि २० मई को बंदी निखिल वर्मा जेल दाखिल हुआ था,उसी दिन से उसे जेल अस्पताल में रखा गया था कल तबियत खराब होने पर जिला अस्पताल मे ंभर्ती कराया गया था उन्होंने किसी भी प्रकार की लापरवाही से साफ इंकार कर कहा कि जेल अस्पताल में उसे जांच और उपचार के साथ सारी सुविधाएं दी जा रही थी

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