Monday, May 25, 2015

डिलमिली में अल्ट्रा मेगा स्टील प्लांट के विरोध में कांग्रेस ,सीपीआई के साथ भाजपा के स्थानीय ईकाई भी साथ आई


 डिलमिली में अल्ट्रा मेगा स्टील प्लांट के विरोध में कांग्रेस ,सीपीआई के साथ  भाजपा के स्थानीय ईकाई भी साथ आई 


जगदलपुर (ब्यूरो)। दरभा ब्लॉक के डिलमिली में अल्ट्रा मेगा स्टील प्लांट लगाने की तैयारी के विरोध में दरभा, बास्तानार, तोकापाल व लोहंडीगुड़ा ब्लॉक में दोनों प्रमुख राजनीतिक पार्टियां कांग्रेस और भाजपा के स्थानीय पंचायत प्रतिनिधि सीपीआई व आदिवासी महासभा के साथ आने लगे हैं।
भाजपा नेताओं के भी आदिवासी महासभा के साथ मंच साझा करने से सत्ताधारी भाजपा के संगठन से जुड़े पदाधिकारियों को जवाब देते नहीं सूझ रहा है। विदित हो कि केन्द्र और राज्य दोनों ही जगहों पर भाजपा की सरकार है और नौ मई को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जनसभा में बस्तर क्षेत्र में स्टील प्लांट लगाने एमओयू किया गया है। इसके दो दिन बाद 11 मई को डिलमिली में सीपीआई के पूर्व विधायक व आदिवासी महासभा के संभागीय संयोजक मनीष कुंजाम की जनसभा में भाजपा के कुछ नेता शामिल ही नहीं हुए थे बल्कि सभा को भी संबोधित किया था। बस्तानार ब्लाक के वरिष्ठ भाजपा नेता लिंगोराम पोयाम प्लांट के विरोध में आने वाले बड़े नेताओं में से एक हैं। भाजपा समर्थित कुछ पंचायत प्रतिनिधि भी स्थानीय मुद्दे की बात कहते हुए जनसभा में शामिल हुए थे। इन सभी ने स्टील प्लांट के विरोध में सुर मिलाया है। कांग्रेस के बास्तानार ब्लॉक से निर्वाचित जिला पंचायत सदस्य बोमड़ाराम ने जनसभा को संबोधित भी किया था। यही नहीं चित्रकोट विधायक दीपक बैज पांचवी अनुसूची, पेसा एक्ट को सामने रखकर ग्रामसभाओं की राय लिए बिना स्टील प्लांट के लिए एमओयू किए जाने पर आपत्ति भी जाहिर की है। कांग्रेस और भाजपा के जिला संगठन से जुड़े पदाधिकारियों से स्थानीय स्तर पर कांग्रेस, भाजपा व सीपीआई के एकमत होकर मंच साझा करने पर चर्चा करने पर नाम नहीं छापने की शर्त पर पदाधिकारियों ने कहा कि स्थानीय जनता की राय सर्वोपरि है और स्थानीय नेता स्थानीय जनता के प्रति जिम्मेदार हैं इसलिए इस मामले में वे लोग कुछ नहीं कहेंगे पर स्थिति पर पूरी नजर रखे हुए हैं। दूसरी ओर स्थानीय कुछ पंचायत प्रतिनिधियों से चर्चा करने पर उनका कहना था कि बात पार्टी की नहीं स्थानीय मुद्दे और स्थानीय क्षेत्र हित की है। डिलमिली में यदि स्टील प्लांट लगता है तो इससे आसपास के 11 ग्राम पंचायतों के 18 बसाहट क्षेत्र के प्रभावित होने की बात कही गई है। डिलमिली की जनसभा के बाद इस इलाके में रोज ही किसी न किसी बसाहट क्षेत्र में स्थानीय नेता प्लांट के विरोध में बैठकें लेकर जनमत तॅैयार करने में लगे हैं। इनमें कांग्रेस-भाजपा व सीपीआई तीनों ही दलों के नेता शामिल हैं।
प्लांट कहां लगेगा तय नहीं
डिलमिली में अल्ट्रा मेगा स्टील प्लांट लगेगा या नहीं यह अभी तय नही है। प्रधानमंत्री के दंतेवाड़ा प्रवास के पहले तक राज्य शासन की ओर से डिलमिली में स्टील प्लांट लगाने की बात कही गई थी पर एमओयू के दिन किसी स्थान विशेष का नाम सामने न लाकर बस्तर क्षेत्र में स्टील प्लांट लगाने की चर्चा रही। प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री ने भी अपने संबोधन में डिलमिली का उल्लेख नहीं कर बस्तर क्षेत्र में ही स्टील प्लांट लगाने की बात कही है।


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