Thursday, May 28, 2015

एक बच्चे को बेचने पर दलाल को मिलते थे आठ हजार

एक बच्चे को बेचने पर दलाल को मिलते थे आठ हजार


जगदलपुर/बीजापुर. जिले के कोटेर के 11 स्कूली छात्रों को बोरिंग गाड़ी में काम दिलाने के नाम पर दलाल ने आंध्र प्रदेश में बंधक बनाने का मामला प्रकाश में आया है। इस संबंध में गाम कोटेर के सरपंच एवं ग्रामीणों ने बीजापुर कलक्टर को ज्ञापन सांैपकर बच्चों को वापस लाने की मांग की है।
ग्रामीणों ने कलक्टर को सौंपे गए ज्ञापन में उल्लेख किया है कि विगत एक माह पूर्व ग्राम कोटेर से 11 स्कूली बच्चों को काम और प्रतिमाह सात हजार रुपए मजदूरी देने का लालच देकर दलाल लेलपूला राजू ग्राम सूरबेड़ा जिला खम्मम आंध्र प्रदेश द्वारा ले जाकर अन्य ठेकेदार को प्रति छात्र आठ हजार रुपए में बेच दिया। छात्रों को अलग-अलग स्थानों में भेजने की सूचना छात्रों द्वारा परिजनों को दी गई है। वर्तमान में सभी छात्र मुंबई महाराष्ट्र में होना बताया जा रहा है।
वापस लाने के निर्देश
श्रम विभाग एवं महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को पुलिस टीम के साथ भेजकर बच्चों को वापस लाने का निर्देश दिया गया है। कलक्टर ने आगे कहा कि बाल मजदूरी अपराध है। इस पर भी आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। कलक्टर ने सभी ग्राम पंचायत के सचिवों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि गांव से कोई भी मजदूर पलायन न करे। इसकी जिम्मेदारी ग्राम पंचायत के सचिवों की होगी। मजदूरों को बाहर ले जाकर काम कराने वाले ठेकेदार पर भी कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
ये हैं बंधक छात्र
बंधक बनाए गए छात्रों में दिलीप वारगेम पिता राम सिंह 14, चंद्रप्रकाश वारगेम पिता मलैया 17, सुरेश गायता पिता लिंगा गायता 16, अमरपाल गोंगला पिता बुधराम 14, अशोक गोंगला पिता नरसू 16, नागेश निगाकेत पिता बुच्चा 18, अजय समतुल पिता स्व. चंद्रैया 17, राजेश पूडमूल पिता नरसैया 16, नरसू दोरा पिता चंदरू 17, दुर्गेश वारगेम पिता किस्टू 16, महेश समतुल पिता रमैया 17 शामिल हैं।� कलक्टर ने इस पर तत्काल कार्रवाई करते हुए श्रम तथा महिला एवं बाल विकास अधिकारी को तलब कर खम्मम जिले के कलक्टर एवं एसपी से संपर्क कर ठेकेदार के विरुद्ध तत्काल कार्रवाई कर बच्चों को जल्द से जल्द वापस लाने के निर्देश दिए हैं। इस संबंध में मीडिया से चर्चा करते हुए कलक्टर यशवंत कुमार ने बताया कि मामला काफी गंभीर है, मामला दर्ज कर लिया गया है।
जान से मारने की धमकी
छात्रों ने परिजनों को बताया कि संबंधित ठेकेदार द्वारा उन्हें प्रताडि़त करने एवं भागने पर जान से मारने की धमकी दी जा रही है। बंधक बनाए छात्रों में एक छात्र किसी प्रकार चकमा देकर भाग निकलने में सफल रहा और वह सुरक्षित अपने गांव कोटेर पहुंचकर मामले की जानकारी परिजनों को दी। इसके बाद सरपंच एवं ग्रामीणों ने इसकी सूचना सोमवार को थाने में देकर कलक्टर को ज्ञापन सौंप बच्चों को छुड़ाने की मांग की है।

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