Tuesday, October 14, 2014

सड़क खराब, गर्भवती को कैसे ले जाएं अस्पताल

सड़क खराब, गर्भवती को कैसे ले जाएं अस्पताल 




नारायणपुर(ब्यूरो)। पल्ली पंचायत के आश्रित ग्राम कनेरा में सड़क के नाम पर बारिश में दलदल ही है। ऐसे में आपातकाल में गर्भवती महिला या गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति को अस्पताल ले जाने में परेशानी होती है। ये सब सड़क निर्माण में हुई धांधली का नतीजा है।
कनेरा गांव से ऐसी ही शिकायत लेकर सोमवार को कई ग्रामीण जिला मुख्यालय आए थे। गांव के मनेर कोर्राम, सैनू सलाम, शोभराय कोर्राम, लक्ष्मण देहारी, सुदूसाय पोयाम एवं अन्य ग्रामीणों ने बताया कि उनका गांव पल्ली मेन रोड से केवल दो किमी दूर है। यहां तक सड़क नहीं बनी है। बारिश में सड़क दलदल में तब्दील हो जाती है। स्कूल जाने वाले बच्चे अपनी साइकिल पल्ली में ही छोड़ देते हैं। दूसरे दिन वे साइकिल से धौड़ाई जाते हैं। गांव की गर्भवती महिला को प्रसव के लिए ले जाने वाहन नहीं आ सकती है। बुजुर्ग बीमार को भी नहीं ले जाया सकता है। ऐसे में कांधे में इन्हें मुख्य मार्ग तक लाया जाता है।
ग्रामीणों का आरोप है कि घोटुलपारा से पटेलपारा तक सड़क बनाई गई थी। इसमें ना तो मुरूम डाला गया और ना ही मिट्टी। इसका पैसा पंचायत प्रतिनिधियों ने हजम कर लिया है। इसकी जांच की जानी चाहिए। गांव के सरपंच और सचिव सड़क की ओर ध्यान नहीं देते हैं। पहले के सचिव का तबादला हो गया है। उनके स्थान पर दूसरे सचिव की पदस्थापना की गई है। ग्रामीणों ने बताया कि सड़क नहीं होने से बच्चे दूसरे गांव के स्कूल तक जाना नहीं चाहते हैं।
गांव में ना तो आंगनबाड़ी है और ना ही स्कूल। इसके लिए कई बार शिविर में मांग रखी गई लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। मुख्य मार्ग तक बिजली के खंभे हैं लेकिन तार गांव तक नहीं खींचे गए हैं। लोगों को इससे काफी परेशानी होती है। गांव में बांध बनाया गया था जो फूट गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि क्षेत्र की जिला पंचायत सदस्य श्रीमती शारदा नाग उनके गांव में आज तक नहीं आई है। उनका गांव उपेक्षित है। इसे लेकर ही ग्रामीणों ने कलेक्टर से मिलने का निर्णय लिया।

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