अफसरों के सामने पेश किया दुष्कर्म पीड़ितों को, जांच के बाद एफआईआर
Raipur : Rape victims presented of Officers
सुरक्षा बल के जवानों द्वारा दुष्कर्म करने के मामले में एक बालिका सहित तीन पीड़ित महिला��"ं को महिला संगठनों ने आला अफसरों के सामने पेश किया ��"र इसके बाद उनकी मेडिकल जांच जिला अस्पताल में की गई
रायपुर/बीजापुर. जिले के चिन्नागेलूर और पेदागेलूर सहित कई गांव की महिलाओं के साथ सुरक्षा बल के जवानों द्वारा दुष्कर्म करने के मामले में एक बालिका सहित तीन पीड़ित महिलाओं को महिला संगठनों ने आला अफसरों के सामने पेश किया और इसके बाद उनकी मेडिकल जांच जिला अस्पताल में की गई। वहीं, विभिन्न महिला संगठनों ने आरोपियों की पहचान करवाने और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग को लेकर एसपी को अर्जी दी।
स्वयंसेवी संस्था सहेली और महिला अधिकार मंच की सदस्य बेला भाटिया, रिनचिन, महीन मिर्जा, शिवानी तनेजा, श्रेया खेमानी, अनुराधा बैनर्जी के साथ आम आदमी पार्टी की नेता सोनी सोड़ी ने� शनिवार को गांवों में जाकर पीड़ित बालिका, महिलाओं और बच्चों से मुलाकात की थी। ये प्रतिनिधि चार पीडि़तों को जिला मुख्यालय लेकर पहुंचीं और रविवार को कलक्टर यशवंत कुमार, एसपी केएल ध्रुव और एएसपी आईके ऐलेसेला के सामने पेश किया। अफसरों को ग्रामीणों से बातचीत की वीडियो रिकॉर्डिंग भी दिखाई गई।
ये आरोप लगाए
महिला संगठनों का आरोप है, 21 अक्टूबर को पेद्दागेलूर के जंगल में मवेशी चरा रही 14 साल की बालिका से उसकी चाची की मौजूदगी में आंख पर पट्टी बांध जबरिया सामूहिक अनाचार किया। इससे बालिका होश खो बैठी। उसे उसकी चाची घर लेकर आई। इसी दिन इसी गांव में एक गर्भवती को नाले में डुबोकर निर्वस्त्र किया और सामूहिक अनाचार किया गया। चिन्नागेलूर और पेद्दागेलूर में ही कम से कम 15 महिलाओं और गुंडम, बुडग़ीचेरू सहित अन्य गांवों में महिलाओं को निर्वस्त्र करने, मारपीट करने� और फिर से यौन हिंसा की धमकी देने के आरोप लगाए गए हैं। खाद्य सामग्री, पशु और� रुपए लूटने, पका-पकाया भोजन छीनने और डराने का आरोप लगाते महिला संगठनों ने पीडि़तों के नाम भी बताए।
जवानों की पहचान करना मुश्किल
महिला प्रतिनिधियों ने पत्रकारों को बताया, ऐसे मामले में दोषियों की पहचान और पीडि़तों को न्याय दिलाना मुश्किल होता है, क्योंकि फोर्स के जवान वर्दी में होते हैं और एक जैसे दिखते हैं और मुंह पर कपड़े बांधे होते हैं। दोषियों की पहचान करने की जवाबदारी पुलिस की होनी चाहिए।
एफआईआर होगी
बीजापुर कलक्टर यशवंत कुमार ने कहा, मामले की जांच की जा रही है। पीड़ित महिलाओं का मेडिकल परीक्षण किया जा रहा है। इसमें जो दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने को कहा गया है।
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