अब तक पुलिस ने नहीं सुनी गुहार, कोर्ट जाएंगी मंजीत
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पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के ठाकुर प्यारेलाल संस्थान में संकाय सदस्य अजीविका के पद पर कार्यरत रही मंजीत कौर अब मंत्री अजय चंद्राकर के खिलाफ न्यायालय� में परिवाद दाखिल करने की तैयारी में हैं
रायपुर. पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के ठाकुर प्यारेलाल संस्थान में संकाय सदस्य अजीविका के पद पर कार्यरत रही मंजीत कौर अब मंत्री अजय चंद्राकर के खिलाफ न्यायालय� में परिवाद दाखिल करने की तैयारी में हैं। कौर ने बताया कि 4 नवम्बर को नई राजधानी के राखी थाने में मंत्री के खिलाफ यौन उत्पीडऩ का मामला दर्ज करने के लिए शिकायत की थी, लेकिन पुलिस के हाथ-पांव कांप गए।
अब तक मेरी शिकायत पर गौर नहीं किया गया है। वहां मौजूद पुलिस वालों ने साफ-साफ कहा कि मैडम हम लोग फंस जाएंगे।� इसके बाद पुलिस अधीक्षक से भी शिकायत की और एफआईआर दर्ज करने का आग्रह किया, लेकिन तब भी पुलिस मंत्री को बचाने में लगी रही।� मंजीत ने बताया कि अब उनके पास कोर्ट जाने के अलावा दूसरा कोई� और रास्ता नहीं बचा है। कौर ने कहा कि यदि न्याय हासिल करने के लिए� सुप्रीम कोर्ट में भी गुहार लगानी पड़ी तो भी पीछे नहीं हटेगे।
झूठ बोल रहे हैंमंत्री �
मंत्री चंद्राकर ने स्वयं मेरे खिलाफ नोटशीट लिखकर अपात्र घोषित करने की साजिश रची और नौकरी से हटाया था। कौर ने कहा कि उनके पास मंत्री के खिलाफ पुख्ता सबूत है। यही वजह है कि चलते उच्च न्यायालय ने भी यह माना कि मंत्री का फैसला गलत था।
मदद के लिए कई संगठन तैयार
मंजीत कौर का आरोप है कि मंत्री प्रशिक्षु महिलाओं के साथ� अभद्रता से पेश आते रहे हैं।� मंत्री ने प्रशिक्षु महिलाओं और उनके साथ कई मर्तबा अशोभनीय बातें की, जो� लैंगिक उत्पीडऩ ( निवारण, प्रतिषेक्ष और प्रतिशोध ) अधिनियम 2013 की धारा 1 की उपधारा ( 3 ) के तहत गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है। कई अन्य सामाजिक संगठन भी मदद के लिए तैयार हैं। मंजीत को सिख समाज की ओर से भी सहयोग का आश्वासन मिला है, लेकिन मंजीत ने अपनी स्वीकृति नहीं दी है।
वर्मा मामले में भी लापरवाही
विधानसभा के प्रमुख सचिव देवेंद्र वर्मा के खिलाफ विशेष थाने में यौन उत्पीडऩ किए जाने की� शिकायत सौंपने वाली आदिवासी महिला का भी आरोप है कि पुलिस ने अब तक उनकी शिकायत पर ध्यान नहीं दिया है। शिकायत करने के बाद एक हफ्ते बीत जाने पर भी पुलिस ने अब तक यह नहीं बताया है कि वह एफआईआर दर्ज करेगी या नहीं?
विधानसभा के प्रमुख सचिव देवेंद्र वर्मा के खिलाफ विशेष थाने में यौन उत्पीडऩ किए जाने की� शिकायत सौंपने वाली आदिवासी महिला का भी आरोप है कि पुलिस ने अब तक उनकी शिकायत पर ध्यान नहीं दिया है। शिकायत करने के बाद एक हफ्ते बीत जाने पर भी पुलिस ने अब तक यह नहीं बताया है कि वह एफआईआर दर्ज करेगी या नहीं?
राय मंगी है
हमें विधानसभा के प्रमुख सचिव देवेंद्र वर्मा के खिलाफ शिकायत मिली है। मामले में रिपोर्ट दर्ज होगी� या नहीं अभी कुछ नहीं बता सकता। अभी इतना कह सकता हूं कि मामले को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों से राय मांगी गई है।
हमें विधानसभा के प्रमुख सचिव देवेंद्र वर्मा के खिलाफ शिकायत मिली है। मामले में रिपोर्ट दर्ज होगी� या नहीं अभी कुछ नहीं बता सकता। अभी इतना कह सकता हूं कि मामले को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों से राय मांगी गई है।
जीवराखनलाल ध्रुव, थाना प्रभारी, विशेष थाना
मंजीत कौर की शिकायत की जांच अभी चल ही रही है। मामले को माना के सीएसपी देख रहे हैं। मुझे रिपोर्ट नहीं मिली है।
बीएन मीणा, एसपी, रायपुर
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