भाड़ मे जाये बिजली और तुम्हारा विकास हमे ना तो बिजली चाहिये और ना ये विकास के सब्ज़ बाग ,"
आज सारे देश मे यही चर्चा है की 218 कॉल ब्लॉक को रद्द कर देना चाहिये या उन्हे दुबारा नीलाम करना ठीक रहेगा ,राज्य ,केन्द्र और सरकार विकास के नाम पे चाहती है की ब्लॉक रद्द ना किया जाये , इसमे कोई शक़ नहीं है की कॉंग्रेस और भाजपा नीति दोनो सरकारो ने इसमे खुब घपले लिये और स्वयं के लिये और पार्टी के लिये पैसे बनाये ,
लेकिन अभी तक किसी पार्टी ने ये नहीं कहा की इस घालमेल मे आदिवासियो और किसानो की हजारो एकड़ भूमि जबरजस्ती गैरकानूनी तरीके से हड़प ली गई ,उसका क्या होगा , सघन जंगल [ नो गो एरिया ] को म्काट डाला गया , फर्जी जन सुनवाई की गई , फ्रॉड ग्रामसभाये की गई ,प्रशाशन और फोर्स के लोग कम्पनियो के लठेतों की तरह काम करके हजारो लोगो को जबरजस्ती गॉव से उजड़ा गया , माओवादी के नाम से प्रताड़ित किया गया , जंगल, खेत , पशु पक्षी,संसाधन और लोगो का जीवन हराम कर दिया उसकी भरपाई कोन करेगा.
लोग न्यालय मे गये ,ग्रीन आयोग गये ,वहा से ओर्डर लाये . लेकिन किसी ने उन्हे नहीं माना , अभी भी हजारो लोग जेल मे है , लोग अपने जीने भर के लिये संघर्ष कर रहे है , वे सब बेघर और बे ज़मीन हो गये है , कौर कौर को मोहताज़ हो गये हैं ,जिन गॉओ मे ज़मीन छीनी गई थी उनमे से जयादातर कोई खदान तक नहीं खुदी है ,जो मुआवज़ा मिला उससे उन्हे कोई दूसरी जगह रहने और खेती करने लायक जमीन तक नहीं मिल पाई , दूसरे गॉव के लोग इन्हे बसाने तक को तैयार नहीं है , बांकी पैसे से पूरे घर की सामाजिक स्थिति चरमरा गई ,शराब और फिजूल खर्ची ने ऊनके बेटो को बर्बाद कर दिया , अब वे और उनका पूरा परिवार बुरी तरह बर्बाद हो गया हैं , कोई उनको सुनने वाला तो अलग चर्चा तक को तैयार नहीं हैं .
कार्पोरेट से लेके सरकार और आम शहरी जनता को आसमानी विकास की चिंता है ,कहा जा रहा है की यदि सारे कॉल ब्लॉक रद्द हो गये तो बिजली कैसे बनेगी , उन्हे लेश मात्र भी इन आदिवासी और किसानो की चिंता नहीं है ,इसी लिये ये कार्पोरेट गॉव की जगह शहर बनाना चाहते है ताकि उन्हे किसी भी प्रकार की आदिवासियो और गरीबो की चिंता ना दिखी पड़े ,
इस बेघर प्रताड़ित लोगो का कहना है की " भाड़ मे जाये बिजली और तुम्हारा विकास हमे ना तो बिजली चाहिये और ना ये विकास के सब्ज़ बाग ,"अगर कॉल ब्लाक रद्द करते हो तो सबसे पहले हमारी जमीने वापस की जाये , इससे क़म कोई बात नहीं हो सकती ,
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