Saturday, September 20, 2014

ये जुगनी बाई हैं , क्या आप इनसे मिलेंगे ,जरुर मिलें ,

ये जुगनी   बाई हैं , क्या आप इनसे मिलेंगे ,जरुर मिलें ,



जुग्नूबाई जो नगर पंचायत की लड़ाई कोर्ट तक ले गई 





ये जुगनी   बाई हैं , क्या आप इनसे मिलेंगे ,जरुर मिलें ,सरकार के गैर क़ानूनी  आदेश के खिलाफ न्याय  की लड़ाई  लड़ रही है /
आज कल घूमना फिरना  बहुत हो रहा हैं , उत्तर और दक्षिण  छत्तीसगढ़  सरकार  और  उद्योगपतियों  की मिलीभगत  के कारण  आदिवासी अपने जीवन को बचाए रखने की लड़ाई बड़ी शिद्दत  से लड़ रहे हैं . पिछले  दिनों मेरी  मुलाकात  जुगनी बाई से हुई , ये सूरजपुर  जिले के प्रेमनगर  ग्राम  में रहती हैं , यहाँ  की  ग्रामसभा और  जनसंघटन  के लोग बहुत सक्रिय थे , इन्होने इफ्को पॉवर प्लांट के खिलाफ मजबूत आन्दोलन छेड़ा  था ,करीब  12 बार  ग्रामसभा ने तर्क सगत  तरीके के साथ उनके खिलाफ प्रस्ताव  पास किये थे / ग्रामसभा  ने एक करोड़ पेड़ काटने के खिलाफ प्रस्ताव पास किया  था .जब कंपनी  ने गुपचुप  तरीके से सर्वे  करवाया तो  इनके लोगो को  पकड  के  थाने  पहुचाया  भी .
प्रशाशन  ग्रामसभा की चेतना से बहुत हैरान था , उसने एक  रास्ता निकला , उसने  पूरी तरह से संविधान  के अनुच्छेद 243 जेड सी  के खिलाफ  अधिसूचना  जारी करके , ग्राम् पंचायत  को नगर पंचायत  में बदल के , ग्रामसभा की  पूरी शक्तियाँ  छीन  लींजब की पांचवी  अनुसूची  के अनुसार  इस प्रकार का आदेश पास किया ही नहीं जा सकता , लेकिन यहाँ  तो रमन  सिंह  का राज है ,यहाँ किसी का कानून नहीं चलता ,/
इस आदेश के खिलाफ़  ये बहादुर बहन जुगनी बाई हाई कोर्ट  में गई ,और इस आदेश को चुनोती दी  , सुनवाई अंतिम चरणों  में हैं / इन्हें पूरा भरोसा हैं की  वे इस लड़ाई  को जरुर जीतेंगी . [ लाखन सिंह ]




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