ये जुगनी बाई हैं , क्या आप इनसे मिलेंगे ,जरुर मिलें ,
जुग्नूबाई जो नगर पंचायत की लड़ाई कोर्ट तक ले गई |
ये जुगनी बाई हैं , क्या आप इनसे मिलेंगे ,जरुर मिलें ,सरकार के गैर क़ानूनी आदेश के खिलाफ न्याय की लड़ाई लड़ रही है /
आज कल घूमना फिरना बहुत हो रहा हैं , उत्तर और दक्षिण छत्तीसगढ़ सरकार और उद्योगपतियों की मिलीभगत के कारण आदिवासी अपने जीवन को बचाए रखने की लड़ाई बड़ी शिद्दत से लड़ रहे हैं . पिछले दिनों मेरी मुलाकात जुगनी बाई से हुई , ये सूरजपुर जिले के प्रेमनगर ग्राम में रहती हैं , यहाँ की ग्रामसभा और जनसंघटन के लोग बहुत सक्रिय थे , इन्होने इफ्को पॉवर प्लांट के खिलाफ मजबूत आन्दोलन छेड़ा था ,करीब 12 बार ग्रामसभा ने तर्क सगत तरीके के साथ उनके खिलाफ प्रस्ताव पास किये थे / ग्रामसभा ने एक करोड़ पेड़ काटने के खिलाफ प्रस्ताव पास किया था .जब कंपनी ने गुपचुप तरीके से सर्वे करवाया तो इनके लोगो को पकड के थाने पहुचाया भी .
प्रशाशन ग्रामसभा की चेतना से बहुत हैरान था , उसने एक रास्ता निकला , उसने पूरी तरह से संविधान के अनुच्छेद 243 जेड सी के खिलाफ अधिसूचना जारी करके , ग्राम् पंचायत को नगर पंचायत में बदल के , ग्रामसभा की पूरी शक्तियाँ छीन लीं / जब की पांचवी अनुसूची के अनुसार इस प्रकार का आदेश पास किया ही नहीं जा सकता , लेकिन यहाँ तो रमन सिंह का राज है ,यहाँ किसी का कानून नहीं चलता ,/
इस आदेश के खिलाफ़ ये बहादुर बहन जुगनी बाई हाई कोर्ट में गई ,और इस आदेश को चुनोती दी , सुनवाई अंतिम चरणों में हैं / इन्हें पूरा भरोसा हैं की वे इस लड़ाई को जरुर जीतेंगी . [ लाखन सिंह ]
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