Saturday, May 13, 2017

छत्तीसगढ़ पी.यू.सी.एल.के PUCLराज्य परिषद् की बैठक की रिपोर्ट

छत्तीसगढ़ पी.यू.सी.एल.के PUCLराज्य परिषद् की बैठक की रिपोर्ट
                                                                                 बिलासपुर दिनांक 10 मई 2016
दिनांक 7 मई 2017 को छत्तीसगढ़ पी.यू.सी.एल.के PUCLराज्य परिषद् की बैठक XISA , रायपुर में हुई.

 इस वर्ष प्रयास किया गया कि विधिवत जिलों से सदस्यता के अनुपात में चुने हुए सदस्यों  की बैठक की जाये. बिलासपुर, रायपुर, रायगढ़, जशपुर, जांजगीर, दुर्ग, महासमुंद, कोरिया जिलों से चर्चा उपरांत प्रतिनिधियों के नाम आये. बस्तर संभाग में जिले वार की बजाये पूरे संभाग को एक इकाई के रूप में मानते हुए कुछ नाम सुझाये गए. साथी अजय के प्रयासों के बावजूद धमतरी, गरियाबंद और बालोद में मीटिंग नहीं हो पाई. इसी प्रकार राजनंदगांव में भी नए सदस्यों को जोड़कर प्रक्रिया करने की ज़रूरत है. अभी तक चुने गए 54 साथियों में से 35 उपस्थित थे. इसके आलावा बेला जी भी एक मित्र के रूप में हमारी मीटिंग में उपस्थित रही और बस्तर की चर्चा में महत्वपूर्ण हिस्सा लिया. इसी प्रकार कई अन्य सदस्य भी उपस्थित रहे.
सभा का आरम्भ परिचय से हुआ. महासचिव के वार्षिक प्रतिवेदन को बांटा एवं पढ़ा गया.
कोषाध्यक्ष ने संगठन का वित्तीय प्रतिवेदन पढ़ा और सुझाव दिया कि अगले वर्ष से इसका आतंरिक ऑडिट भी किया जाना चाहिए.
विभिन्न क्षेत्रों से रिपोर्टिंग
जशपुर के साथियों ने बताया कि मानव तस्करी पर काफी काम हुआ था जो कुछ समस्याओं के कारण रुका है; हाथी समस्या पर छत्तीसगढ़ बचाओ आन्दोलन आदि के साथ कम चल रहा है; मैनपाट जनसुनवाई हुई; घर वापसी अभियान ज़ारी है, जिसमे अभी भी जूदेव परिवार काफी सक्रीय है, उसमे अक्सर पीड़ित हिम्मत नहीं कर पा रहे है. जिले के सभी साथी भी एक साथ बैठक नहीं कर पा रहे हैं.
जांजगीर जिले के साथियों ने उनके जिले में ज़मीन की लूट को प्रमुख समस्या बताया; दलित बहुल क्षेत्र में दलितों की प्रताड़ना की अनेक घटनाओं में पुलिस प्रशासन का भेदभाव स्पष्ट है; सुनियोजित हत्याएं और मानव तस्करी व्याप्त है; और बहरी दलाल और ठेकेदारों का आतंक है. हाल में शादी के नाम पर 37 लोगों की तस्करी हुई थी.
पिथौरा क्षेत्र से बारीक जी ने बताया कि रायगढ़ के सारंगढ़ तहसील के जशपुर कछार में किसानों से 650 एकड़ की लूट और फर्जी रजिस्ट्रीकरण हुई है. यह डैम के डूबान में आने वाला है, और यह लोग मुआवज़े से भी वंचित हो जायेंगे.
जिलेवार संगठनों को मज़बूत करने और जिले स्तर पर मीटिंग करने का तय हुआ.
साम्प्रदायिकता के मुद्दे पर विस्तृत चर्चा
पूर्व में ही इस विषय पर एक कमिटी गठित हो चुकी है जिसमे – अजय टी जी, अखिलेश एडगर, डॉ गोल्डी जॉर्ज, प्रसाद राव, जोसी जी, आशीष बेक, सादिक अली, एड सोन सिंह झाली आदि साथी है. काफी चर्चा के बाद कुछ सुझाव इस प्रकार के आये
1.    2013-14 से घटनाओं का दस्तावेजीकरण किया जायेगा. डॉ लाखन सिंह संकलन कर असितसेन गुप्ता  जी को संपादन हेतु देंगे. विशलेषण का कार्य डॉ गोल्डी जॉर्ज करेंगे. समयबद्ध प्रकाशन का प्रयास किया जायेगा.
2. पिछले सालो से  इसाई संस्थाओं के स्कूल, अस्पताल और कब्रिस्तान पर काफी खतरा मंडरा रहा है. जशपुर जिले में, स्वयं संज्ञान लेकर, प्रशासन द्वारा चर्च की भूमियों पर सैंकड़ों 170 ख के मामले बनाये गए हैं. इनका विशलेषण जोसी जी और एड आशीष करेंगे. इसकी तुलना रायगढ़ और सरगुजा की परिस्थिति से की जाएगी जहा काफी संघर्ष के बाद भी कंपनियों के विरुद्ध 170 ख के मामले नहीं बन पाते. इस पक्ष का संकलन डिग्री भाई और आलोक भाई करेंगे.
3.    आजकल इसाई संस्थाओं के बहुत से मामलो में देखा जा रहा है कि पुलिस विवेचना में स्पष्ट दिखाई दे  रहा है, विशेषकर हिंदुत्व वादियों की शिकायत पर बिना जांच के मामले दर्ज करना, फर्जी सबूत गढ़ना आदि. न्यायलय द्वारा भी ज़मानत देने में अधिक सख्ती दिखती है. यह तय हुआ कि सर्भोका मामला, नन रेप मामला आदि कुछ मामलों का विशलेषण कर रिपोर्ट निकली जायेगी.
4.    एडवोकेट सोन सिंह झाली द्वारा बस्तर में ईसाईयों की प्रताड़ना के अनेक उदाहरण दिए, इनका अलग दस्तावेजीकरण करना ज़रूरी है.
5.    पिछले दिनों पुलिस स्टेशन द्वारा इसाई संस्थानों को उनका राजनैतिक झुकाव बताने या नक्सलियों से सम्बन्ध की जानकारी देने के लिया  फॉर्म भेजे जा रहे हैं, यह हमारे मुलभुत अधिकार के खिलाफ है , इसको लेकर पी.यू.सी.एल. द्वारा  पुलिस डीजीपी मुख्य सचिव को  पत्र लिखकर विरोध किया जायेगा.
6.    चर्चा में यह सहमती थी कि आर.एस.एस. बहुत ही निचले स्तर पर लोगों को प्रभावित और नियंत्रित कर रहा ह, कभी कभी इसाई संस्थाएं भी हिन्दू संगठनो के व्यक्तियों के महिमा मंडन करके बचना चाहते हैं पर इससे वे कमज़ोर हो जाते हैं. दूसरी तरफ जन संगठन इस मुद्दे पर अपना काम नहीं कर पा रहे हैं.  पी.यू.सी.एल. जन संगठन की तरह काम नहीं करता   इसलिए अपनी पहलकदमी पर जन सभा या पदयात्रा करना संभव नहीं है, पर जनसंगठनों के साथ मिलकर यह काम हो सकते हैं, जैसे -
अ)    हमारी समिति  इस विषय पर कुछ सामग्री या कार्यक्रम तैयार करे. हमसे जुड़े तमाम जन संगठनो से संपर्क करके, उनके साथ इन चर्चाओं और कार्यक्रमों को करने का प्रस्ताव रखना चाहिए चाहिए. जशपुर के साथियों ने जून में एक जनजाग्रति कार्यक्रम करने का निर्णय लिया.
ब)    विशेषकर यंग पी.यू.सी.एल. में हम इन संगठनों से युवा कार्यकर्ताओं को बुलवा सकते है और इन विषयों पर सघन कार्यशाला हो सकती है.
7.    साथी खांडे जी का सुझाव था कि इसे संविधान बचाने के अभियान को रूप में लिया जाना चाहिए. इस प्रकार संविधान बचाओ. लोकतंत्र को मज़बूत करो अभियान चलाया जायेगा.
8  पिछले साल संघटन में  बड़ी संख्या में नोजवान शामिल हुए है और पूरी गंभीरता से कार्य भी कर रहे है ,इसलिए सोचा गया है की राज्य स्तर पर यंग पीयूसीएल समूह का गठन किया जाये .
चुनाव की कार्यवाही
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भोजन उपरांत नए पदाधिकारियों के विषय में काफी चर्चा हुई. अन्त में सर्वसम्मति से निम्न पदाधिकारी चुने गए
अध्यक्ष – डॉ लाखन सिंह
उपाध्यक्ष– हिमांशु कुमार, रिनचिन बहन, डिग्री प्रसाद चौहान
महासचिव – सुधा भारद्वाज
सचिव – ए.पी. जोसी
सहसचिव  – अजय टी, शालिनी गेरा, शिशिर दीक्षित
कोषाध्यक्ष – कल्याण सिंह पटेल

स्टेटकोंसिल सदस्य ;

1 महासमुंद से ;
   1 राजेंद्र सायल, 2 हेमलता राजपूत, 3 चंचल कुमार,4 सैमुएल दीप,5 मंजू गार्डिया.
2  दुर्ग से ;
 1 अजय टी. जी, 2वी. एन. प्रसाद राव,3 रवि भूषण शर्मा,4 राजेंद्र चंद्राकार,5 कलादास डेहरिया,6 आर.एन. यादव,7. फिलिप मैथ्यू.
3. कोरिया से; 1  गिरीश कुमार ( 2 और जोड़ सकते हैं.)
4 रायगढ़ से ;
 1 रिनचिन बहन,2 जावेद अली,3 डिग्री प्रसाद चौहान.

[5]  जांजगीर से ;
 1 गुड्डू लहरे,2 विभीषण पात्रे,3 बून्द कुंवर बंजारे.

[6] जशपुर से ;
 1 याकूब कुजूर,2 क्लेमेन्ट  लकड़ा, 34जुनस तिर्की, ज्ञानी तिर्की,5 सुरेंद्र तिर्की.

[7] रायपुर से ;
1. विनायक सेन 2. अखिलेश एडगर  3 कुमुद नांददवे , 4. गोल्डी जॉर्ज 5. कल्याण सिंह पटेल6. सादिक अली 7. एस आर नेताम 8. गौतम बंधोपाध्याय 9. तुहिन देव 10. ट्रीसा 11. ए पी जोसी  12. आलोक शुक्ला

[8]  बिलासपुर से ;                             
1 नन्द कश्यप ,2सीके खाण्डे,3 निलोत्पल शुक्ला,4कपूर वासनिक,5प्रियंका शुक्ला 6,शिशिर दीक्षित ,7किशोर नारायण,8 शौकत अली ,9 आशीस बेक .

 [10] सरगुजा से ;1  अमर नाथ पाण्डे

[11] बस्तर सम्भाग से;
  1 सोनी सोरी ,2 संतोष यादव . 3 सोन सिंह झाली , 4 शालिनी गेरा 5 कमल शुक्ला ,6 केशव शोरी 7 राम कुमार दर्रो
[12]  राज्य केंद्र से
 1 सुधा भारद्वाज 2 लाखन सिंह

नोट ; स्टेट कोंसिल के कुल सदस्य   55 तथा  पदाधिकारी   10 .

बस्तर की स्थिति

प्रमुख रूप से इस विषय पर बस्तर संभाग से साथी एस. आर. नेताम, शालिनी गेरा, बेला भाटिया, कमल शुक्ल, तामेश्वर सिन्हा एवं एड सोन सिंह झाली ने अपने विचार रखे, जिसपर चर्चा हुई.

यह स्पष्ट था कि बस्तर में ज़मीन की बेतहाशा लूट हो रही है, संविधानिक अधिकारों का घोर उल्लंघन हो रहा है और जो भी आवाज़ उठाते है नक्सली कहलाते हैं. मानव अधिकार कार्यकर्ताओं को बस्तर से भगाया जा रहा है. पूरे क्षेत्र को हिन्दुमय बनाने का प्रयास चल रहा है. लगातार दोनों ओर की हिंसा से जनता का जीवन बहुत गंभीर संकट में है. इसका क्या हल हो सकता है, आम जनता क्या चाहती है? बेला जी ने बताया कि पार्टी दायरों से बहार निकलकर एक प्रयास चल रहा है कि आम जनता के बीच जाकर चर्चाएँ की जाये, उनकी राय जाना जाये. उनका कहना था कि युद्धविराम किया जाना चाहिए और सभी पक्षों के बीच चर्चा होनी चाहिए, इसमे स्थानीय आम जनता को थी शामिल किया जाना चाहिए. काम के निम्न बिंदु चिन्हित हुए -

1.    बस्तर स्तर पर इकाई की बैठक करने की कोशिश की जाएगी
2.    ईसाईयों पर हमले को लेकर यदि संभव हो तो कोंडागांव में फैक्ट फाइंडिंग करेंगे, अन्यथा दस्तावेजीकरण अवश्य करेंगे.
3.    बस्तर की स्थिति के हल के लिए आम जनता से बातचीत की प्रक्रिया का हम समर्थन करते हैं.
4.    बस्तर संयुक्त संघर्ष समिति को भी सक्रीय रखना ज़रूरी है ताकि छत्तीसगढ़ के शेष हिस्सों में भी बस्तर के आदिवासियों के प्रति संवेदनशीलता और समझदारी रहे.
5.    अभी बस्तर में युवा पीढी के साथी काफी सक्रिय और समझदार तरीके से सोशल मीडिया का भी उपयोग कर रहे हैं. ऐसे युवाओं के साथ विभिन्न मुद्दों पर कार्यशाला [ प्रशिक्षण ]करने का प्रयास होना चाहिए.तामेश्वर सिन्हा इसकी पहल करेंगे .

अंत में डॉ लाखन सिंह से आभार व्यक्त किया और सभा की समाप्ति की.
(जैकब जी ने अपनी मिनट्स में अपनी एक टिपण्णी की है – सभी साथियों को पूरी बैठक में भाग लेना चाहिए, एक एक करके नहीं चले जाना  चाहिए  , साथी लोग कृपया ध्यान देंगे! )


बैठक में निम्न सदस्य उपस्थित रहे .

1 कल्याण सिंह पटेल 9826689317
2 सेबसटियस   9425542684
3 आलोक शुक्ला  9977634040
 4 बेला भाटिया  9479045421
5  शालिनी गेरा  9993378384
6 अखिलेश एडगर  9993236016
7 एडवोकेट  सोन सिंह  झाली  9406150745
 8 डिग्री प्रसाद चौहान  8889326269
 9 अजय टीजी  9424136077
10 एपी जोसी  942553304
 11 कलादास जी  8435549641
 12 गुड्डू लहरे  9981109118
 13 आनंद  राम पटेल  9755175273
14 कमल शुक्ला 9981635944
 15 वीएन प्रसाद राव  9981635944
16 कुमार गिरीश 9406100001
 17 भान साहू  9406035089
18 एस आर एन नेताम  9425243711
19 नन्द कुमार कश्यप 9406213116
 20 सीके खांडे  9926162786
21  जेकब कुजूर  9406485747
22 राहुल पटेल  747564562 8
23 होम दत्त पटेल 7470927679
24 वीरेंद्र पटेल 7354624062
25 सेत लाल 7024053600
26 सत्यानन्द बारीक़ 8959131910
 27 शिशिर दीक्षित 9425812680
28 आशीष बेक 9111998159
 29 गौतम बंधोपाध्य 9826171304
 30 तामेश्वर सिन्हा 9754835667
 31 राजेन्द्र सायल 9826804519
 32 शबनम सेनगुप्ता75877290667
 33 असित सेनगुप्ता  
 34 डा.गोल्डी जौर्ज़ 9893277910
 35 दुर्गा झा 9584411113
 36 दिनेश सोनी 9406300723
 ,37 टेरिसा सेन गुप्ता
 38 सुधा भारद्वाज 992660387
 39 डा, लाखन सिंह  7773060946
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1 मई 2016 से 1 मई 2017 : महासचिव की रपट
प्रिय साथियों,
प्रिछला वर्ष हमारे ललए चुनौतीिूर्ष रहा और आज के ननज़ाम और माहौल को देखते हुए आने वाले दो वर्ष भी और भी अथिक चुनौती िूर्ष होंगे.
यदद मु􀆧ों की गंभीरता को देखे तो ननश्चचत ही हमारा ियास तो समुन्दर में बाल्टी के बराबर का ही रहा, िर इसे भी हमें कम करके नहीं आंकना चादहए. हम िोड़ी बहुत अिनी िीठ ििििा सकते है, भप्रवष्य के ललए आशावादी रह सकते हैं.
एक बड़ी सच्चाई है कक जब श्थिनत बहुत ख़राब होती है, तो बहुत सारे िीड़ड़तों को हमारी ज़रुरत होती है. इस तरह प्रविरीत िररश्थिनत में हमारी संख्या घटने की जगह बढ़ भी सकती है, बशते हम िीड़ड़तों के नज़दीक जाएँ, उनके ललए ठोस मेहनत करें, और छोटे-छोटे मतभेदों के बावजूद व्यािक एकता बनाये.
हमारा अनुभव रहा कक यदद हर क्षेत्र में लड़ रहे बहादुर मानव अथिकार रक्षकों – वे दललत संगठनों के हों, मजदूर या कमषचारी हो, प्रवथिािन आंदोलनों में हो, मदहला संगठन के हो, ित्रकार या वकील हो, अल्िसंख्यक हो या किर राजनैनतक कायषकताष – उनकी रक्षा का काम यदद PUCL गंभीरता से करे, तो कभी हालशये िर िकेला नहीं जा सकेगा.
ख़ुशी की बात है कक PUCL दटका रहा है, उसकी सदथय संख्या बढ़ ही रही है.
हम सबों को बिाई के साि यह ररिोटष -
ववशेष मुद्दे
1. लगातार बढती साम्प्रदायिकता को लेकर यूननटी कन्वेंशन ियास के बाद मसीही समाज के साि बैठक की गयी. अंबबकािुर, जगदलिुर, दुगष, रायिुर में चल रहे ियासों में PUCL की भागीदारी रही है. संयुक्त रूि से इन घटनाओं का दथतावेजीकरर्, िैक्ट िाइंड़ ंग, कानूनी कदम, ज्ञािन, आन्दोलन की कई कायषवादहयां हुई. हाल में दल्ली राजहरा में प्रवशेर् रूि से एक ियास ककया गया. राष्रीय PUCL ने भी इस मु􀆧े को एक िीम के रूि में थचश्न्हत ककया है इसललए छत्तीसगढ़ के साथियों को राष्रीय PUCL से भी समन्वय करना होगा.
कामों में ननरंतरता, िॉलो अि, ररिोटष को छािना, िेस में ज़ारी करना तिा अथिकारीयों से इस प्रवर्य में चचाष करने में बहुत सी कमजोररयां रही हैं श्जन्हें दूर करने की ज़रुरत है.
2. पत्रकारों को लेकर एक बड़ा अभििान िलािा गिा, श्जसमे ित्रकार सुरक्षा कानून का ड्राफ्ट तैयार कर नागररक समाज के बीच चचाष, ित्रकारों के सुरक्षा को लेकर कन्वेंशन, और ननभीक ित्रकाररता का अवा ष ददया गया. ित्रकारों से संबंिों में भी बेहतरी आई. िभात लसंह, संतोर् यादव, माललनी सुब्रमण्यम, कमल शुक्ल आदद ित्रकारों के मामलों में िेस प्रवज्ञश्तत, NHRC में कारवाही या कानूनी मदद के माध्यम से भी PUCL ने उनके संघर्ों में भागीदारी की.
हमें सोचना होगा कक इस मुहीम को आगे कैसे बढाया जाये. कानून को लेकर कैसे आगे बढे. क्या हमें ककसी अन्य श्रेर्ी के मानव अथिकार रक्षकों – जैसे वकीलों के ललए, इसी िकार से वकीलों के संगठनों के साि लमलकर कोई मुहीम चलानी चादहए?
3. बस्तर का मानवीि संकट गहराता जा रहा है. सैन्यीकृत बथतर में ननरंतर िजी मुठभेड़, ग्रामीर्ों की थगरफ्ताररयां, बलिूवषक सरें र, सुरक्षा बलों द्वारा यौन दहंसा, मानव अथिकार रक्षकों का दमन – यह मु􀆧े लगातार आते रहे. हम से जुड़े बहुत से सािी जो आददवासी अथिकारों के ललए काम कर रहे हैं – सोनी सोरी, जगलग के वकील, मनीर् कुंजाम, संजय िराते, िभात लसंह, बेला भादटया, संतोर् यादव, सुकुल िसाद नाग, राम कुमार दरों – ये लभन्न लभन्न तरीकों से िुललस िताड़ना के लशकार हुए, उन्हें हमने अिनी सीलमत शश्क्त अनुसार समिषन देने का ियास ककया. PUCL ने AAP िाटी, WSS आदद के साि लमलकर िैक्ट िाइंड़ ंग भी की, और दुसरे िैक्ट िाइंड़ ंग टीमों की भी सहायता की. PUCL का बहुत मज़बूत िहलू है कक इसके साि कािी संख्या में वकील जुड़े हैं – सदथय के तौर िर भी और जगलग, HRLN, जनदहत जैसी संथिाओं के तौर िर भी. इससे बहुत से मु􀆧ों को उच्च न्यायलय या NHRC में ले जाने; जेलों में ननरुद्द आददवालसयों और मानव अथिकार रक्षकों की सहायता करने; और दं ाथिकारी एवं न्यानयक जांचों में जनता का सहयोग करने में सहूललयत हुई है. आने वाले ददनों में सेना एवं वायु सेना की इस क्षेत्र में भागीदारी बढ़ने की सम्भावना ददखती है श्जसमे non combatant नागररक जनता को नुकसान की बड़ी आशंका है.
अभी भी बथतर के मु􀆧ों िर मात्र सैननक दृश्ष्ट से एकतरिा िचार व्यातत है, जो वहां के आददवालसयों की श्थिनत के िनत संवेदनशील नहीं है, अतः PUCL बथतर संयुक्त संघर्ष सलमनत जैसे मंच में शालमल है और उसे मज़बूत करना चाहता है जो कदठन काम है.
प्रिछले वर्ष में ककये गए िैक्ट िाइंड़ ंग
1. अमुराष (रायगढ़) में दललत अत्याचार के मु􀆧े िर िैक्ट िाइंड़ ंग िचचात ररट याथचका और अब िररवाद दायर ककया जा रहा है.
2. िालनार (बीजािुर) में सीतू हेमला के िजी मुठभेड़ की जांच संयुक्त रूि से PUCL और WSS ने की.
3. मुंगेली में िेसबुक िोथट के नाम िर लोकप्रिय सतनाम समाज के युवा नेता प्रवकास खां ेकर की थगरफ़्तारी, उनके घर िर दहंदुत्ववादी संगठनों द्वारा हमले की जाँच की गयी एवं अथिकारीयों से चचाष की गयी.
4. ित्रकार संतोर् यादव के साि जगदलिुर जेल में हुई मारिीट के प्रवर्य िर उनसे PUCL टीम ने कांकेर जेल में भेट की.
5. कलगांव (कांकेर) में लभलाई इथिात संयत्र टाउनलशि बनाने के नाम िर प्रवथिािन की िररश्थियों िर PUCL ने िैक्ट िाइंड़ ंग की.
प्रिछले वर्ष में की गयी कायषवादहयां
1. ताररका बहन के मु􀆧े िर यिासंभव सहयोग PUCL के समथत साथियों, प्रवशेर्कर ररनथचन बहन, ड़ ग्री भाई, ए सनत, और बबलासिुर के साथियों ने की.
2. िुसौर (रायगढ़) में सूदखोरी मामले िर कानूनी कारवाही के िचचात अब साहूकार िक्ष ने उच्च न्यायलय में ररट ाली है उसमे PUCL की ओर से ककसानों की मदद की जा रही है.
3. मदहला कमषचारी जयमणर् नतग्गा (रायगढ़) की बखाषथतगी के णखलाि कलमचनर से मुलाक़ात.
4. जज िभाकर ग्वाल के ललए राष्रीय PUCL से सहयोग और कानूनी कारवाही.
5. बथतर में जश्थटस सुरेश, Ex DGPBSF राममोहन, िो प्रवथगषननउस खाखा और ित्रकार सबा नकवी के जांच दल का सहयोग
6. मानव तथकरी को लेकर समुथचत मांगों को उठाते हुए DGP उिाध्याय से PUCL के िनतननथि मं ल ने मुलाक़ात ककया.
7. मेटानार (दंतेवा ा) में 19 ददसम्बर 2016 को राष्रीय PUCL के िनतननथियों की उिश्थिनत में जनसुनवाई श्जसमे बहुत से गावों से आददवालसयों ने आकर अिनी समथयाएं बताई.
8. नौकरी का झांसा देकर युवक-युवनतयों को सेल्स के एक रैकेट में िसाने के मामले में दो युवनतयों की रेथक्यू कारवाही.
9. कुछ बंिुआ मजदूर अिने िररवारों को छु ाने के ललए आये िे, िारंलभक थतर की कारवाही करने िर ही उनके िररवारों को ककराया देकर घर भेज ददया गया.
प्रिछले वर्ष में ज़ारी ककये गए थटेटमेंट
1. बथतर में नंददनी सुन्दर, अचषना िसाद, संजय िरते, प्रवनीत नतवारी, मंजू कवासी आदद की टीम को हुई िताड़ना के ललए राष्रीय PUCL के थटेटमेंट के ललए काम ककया गया.
2. मनीर् कुंजाम िर िेसबुक िॉरव ष के नाम से िजी केस का प्रवरोि करते हुए थटेटमेंट
3. आददवासी बालकों को मारकर उनके शवों को स ाने के प्रवर्य िर बहन सोनी सो ी के समिषन में थटेटमेंट.
4. ए शाललनी गेरा िर िजी मुक़दमे के प्रवर्य में थटेटमेंट.
5. नारायर्िुर श्जले में माओवाददयों द्वारा IED ब्लाथट में तीन मदहलाओं की मृत्यु की भत्सषना.
10. िुललस अिीक्षक सुकमा IK एलेसेला द्वारा मानव अथिकार कायषकताषओं को “कुचलने” के बारे में ददए गए बयान िर थटेटमेंट
6. बुकाषिाल मुठभेड़ के प्रवरुद्द थटेटमेंट.
मानव अथिकार रक्षकों के रक्षा
1. रे यूननयन कायषकताष RN यादव की िताड़ना के प्रवर्य में SP दुगष से चचाष की गयी.
2. सामाश्जक कायषकताष राम कुमार दरों के ललए NHRC को ित्र.
3. मटेनार में PUCL की जनसुनवाई के िचचात AAP के वररष्ठ थिानीय कायषकताष के प्रवरुद्द चल रही िताड़ना के णखलाि NHRC में ित्र.
अन्य आंदोलनों में भागीदारी
1. रतनिुर में शराबंदी आन्दोलन में PUCL ने भी, मदहला संगठनो और AAP िाटी सदथयों के साि, भाग ललया.
2. आददवासी बहुल ग्राम गंगािुर (अंबबकािुर) के बेदखली के प्रवरुद्द यिा संभव मदद और िरना रैली में भागीदारी.
3. लभलाई के दललत सिाई कमषचाररयों के मकान तोड़ने की घटना को लेकर की गयी िेस वाताष में भागीदारी और कानूनी मदद.
4. अगथत क्ांनत गोम्िा िदयात्रा में PUCL की अच्छी भागीदारी रही.
5. NDTV इंड़ या िर एक ददवस के िनतबन्ि के प्रवरोि में बबलासिुर और रायिुर दोनों में PUCL ने भाग ललया.
प्रिछले वर्ष के संगठननक अनुभव
1. मालसक बैठकों का लसललसला लगभग ननरंतर चल रहा है और सदथयता िोड़ी बड़ी है.
2. बबलासिुर, रायिुर, दुगष, रायगढ़, तिा बथतर संभाग में सदथयता बढ़ी है, यहाँ श्जलेवार या संभागवार संगठन सक्ीय होना चादहए.
3. छत्तीसगढ़ PUCL से राष्रीय कौंलसल में अच्छी भागीदारी हुई. इस वर्ष सािी अजय टी जी राष्रीय संगठन सथचव के िड़ िर ननवाषथचत हुए.
4. संयुक्त राष्र के यूननवसषल िीररयाड़ क ररव्यु के ललए छत्तीगढ़ PUCL न्र बथतर के मु􀆧े, अल्िसंख्यकों िर हमले, प्रवथिािन और मानव तथकरी के मु􀆧े िर अिनी जानकारी व दटिण्र्ी WGHR को ददया.
5. भोिाल जेल ब्रेक और मुठभेड़ की जांच में सुिा भारद्वाज ने भागीदारी की.
6. इस वर्ष की सबसे बड़ी उिलश्ब्ि रही कक छत्तीसगढ़ PUCL ने राष्रीय अथिवेशन की मेजबानी की. िूरे देश से आथिषक सहायता लमली, बहुत ही अच्छे सत्र और चचाषएँ हुई.
7. राष्रीय अथिवेशन के िूरे मैनेजमेंट और संचालन में PUCL के युवाओं की बड़ी भूलमका रही. इसी अनुभव के साि सोचा गया है कक Young PUCL का एक ब्रांच बनाया जायेगा जो PUCL के लसद्दांतों िर चलेगा िर ज्यादा सकक्यता के साि कायष कर सकेगा और नए सदथयों को आकप्रर्षत कर सकेगा.
सभी साथियों के सहयोग के ललए बहुत िन्यवाद.
सुिा भारद्वाज, 07.05.2017  








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