Sunday, May 21, 2017

जंतर मंतर पर जल्दी पहुंचने वाले हैं 'चंद्रशेखर आजाद', बाहर ही गिरफ्तार कर सकती है पुलिस...

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जंतर मंतर पर जल्दी पहुंचने वाले हैं 'चंद्रशेखर आजाद', बाहर ही गिरफ्तार कर सकती है पुलिस...

Created By : नेशनल दस्तक ब्यूरोDate : 2017-05-21 Time : 12:14:27 PM 


जंतर मंतर पर जल्दी पहुंचने वाले हैं 'चंद्रशेखर आजाद', बाहर ही गिरफ्तार कर सकती है पुलिस...
नई दिल्ली। दिल्ली के जंतर मंतर पर देशभर से भीम आर्मी के समर्थन में लोगों का पहुंचना जारी है। ऐसे में ताजा अपडेट मिल रहा है कि यहां भीम आर्मी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद (रावण) जल्दी ही पहुंचने वाले हैं। उनके समर्थन में लेफ्ट विंग के लोग भी यहां पहुंच रहे हैं। 

बड़ी संख्या में युवा इस प्रदर्शन में शामिल हो रहे हैं। सरकार को भी ये अंदेशा नहीं था कि बिना किसी राजनैतिक दल के समर्थन के लाखों की संख्या में लोग इस प्रदर्शन में पहुंच जाएंगे। हालांकि सुबह से ही जंतर मंतर समेत दिल्ली के आसपास के इलाकों भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। अनुमान लगाया जा रहा है कि उन्हें जंतर मंतर पर पहुंचने से पहले ही गिरफ्तार किया जा सकता है। उनपर आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज है। 9 मई की घटना में भी पुलिस उनकी तलाश कर रही है। 

इस महारैली को वरिष्ठ पत्रकार दिलीप मंडल, दलित युवा नेता जिग्नेश मेवाणी, भीम आर्मी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद, जेएनयू के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार, शेहला रशीद, बहुजन संघर्ष दल के फूलसिंह बरैया समेत कई दिग्गज दलित नेताओं द्वारा संबोधित करने का अनुमान है।


आपको बता दें कि हाल ही में यूपी के सहारनपुर की घटना के बाद पैदा हुआ दलितों का आक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा है। इसी का नतीजा है कि लाखों की तादात में जंतर-मंतर पर युवा और आमलोग इकट्टे हुए हैं।


ये सभी सहारनपुर में दलितों को न्याय दिलाने और भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद रावण के खिलाफ झूठे केस दर्ज करने के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जंतर-मंतर पर ये भीड़ दो लाख से भी ज्यादा पहुंच सकती है। वहीं भीम आर्मी के चंद्रशेखर आजाद रावण युवाओं के साथ दिल्ली में अपनी गिरफ्तारी दे सकते हैं।


बाबासाहेब अमर रहें, जय भीम और अन्याय करने वाले से भी ज्यादा अन्याय सहने वाला अपराधी है जैसे नारों के साथ बड़ी संख्या में युवाओं के जत्थे जंतर-मंतर पहुंचे हैं। ऐसा पहली बार है कि दलित युवा दिल्ली में इतनी तादाद में पहुंचे हो। 

(संपादन- भवेंद्र प्रकाश)

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