पोलोवरम बांध के विरोध का नाटक कर रहे है भाजपा और कांग्रेसी - मनीष कुंजाम
सुकमा। लोकसभा में पोलावरम बांध को लेकर विधेयक लाया गया जिस पर प्रदेश के भाजपा व कांग्रेस सांसदों ने विरोध तक दर्ज नहीं करवाया। वहीं प्रदेश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में पोलावरम बांध को लेकर याचिका दायर कर रखा है। कांग्रेस के सांसद भी यहां पर विरोध करते हैं लेकिन संसद में नहीं। दोनों पार्टियां आदिवासी हितों पर सिर्फ दिखावा कर रही हैं। अगर पोलावरम बांध बना तो जिले के सैकड़ों गांव डूब जाएंगे और हजारों आदिवासी परिवार अपनी जमीन से बेदखल हो जाएंगे। यह बात अखिल भारतीय आदिवासी महासभा के अध्यक्ष मनीष कुंजाम ने कही।
सोमवार को जिला मुख्यालय में अखिल भारतीय आदिवासी महासभा के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने पोलावरम बांध का विरोध किया। नगर पंचायत के सामने महासभा के कार्यकर्ताओं ने भाजपा व कांग्रेस नेताओं पर आरोप लगाया कि वे आदिवासी हित के लिए महज दिखावा कर रहे हैं। अखिल भारतीय आदिवासी महासभा के बैनर तले सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने पोलावरम बांध का जमकर विरोध किया। मनीष कुंजाम ने कहा कि लोकसभा में 11 जुलाई को पोलावरम बांध पर विधेयक लाया गया जिसमें बांध से प्रभावित होने वाले गांवों को आंध्रप्रदेश में शामिल करने विधेयक लाया गया। इस पर किसी भी सांसद ने विरोध दर्ज नहीं कराया। श्री कुंजाम ने कहा कि अगर पोलावरम बांध बना तो उसमें करीब दो लाख आदिवासी परिवार बर्बाद हो जाएंगे।
चार जिलों में बंद रहा
सीमावर्ती राज्य ओडिशा में भी पोलावरम बांध का विरोध किया गया। सोमवार को बांध के विरोध में कोरापुट, रायगड़ा, मलकानगिरी व नवरंगपुर जिले बंद रहे। स्कूल, कॉलेज, राज्य व केन्द्र सरकार के कार्यालय तथा बाजार भी बंद थे। पोलावरम बांध के विरोध में भारी जनसमर्थन मिल रहा है। ट्रेन, बसें भी बंद रहे जिससे यात्री काफी हलाकान दिखे। जनजीवन पूरी तरह प्रभावित रहा।
No comments:
Post a Comment