Tuesday, May 26, 2015

दरभा के नवागुड़ा से हुआ सलवा जुडूम-2 की शुरुआत


दरभा के नवागुड़ा से हुआ सलवा जुडूम-2  की  शुरुआत 




| जगदलपुर 


दो साल पहले झीरम घाटी में कांग्रेसी काफिले पर हुए हमले के बाद एकाएक सुर्खियों में आए दरभा थाना क्षेत्र के ही एक अंजान से गांव नवागुड़ा में नक्सलियों के आंतक से त्रस्त होकर ग्रामीण उनके विरोध में उठ खड़े हुए हैं। यहां एक बार फिर सलवा जुडूम का आगाज हुआ है। 

नवागुड़ा और आसपास के करीब एक दर्जन से ज्यादा गांवों के लोगों ने रविवार को नक्सलियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। करीब पांच सौ से ज्यादा ग्रामीणों ने नवागुड़ा में एक बैठक आयोजित की और सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि वे अपने गांव में किसी भी नक्सली को नहीं आने देंगे। 

अगर नक्सली जबरन गांव में घुसे तो इसका करारा जवाब दिया जाएगा। इस बैठक में ग्रामीणों ने पुलिस के आला अफसरों को भी बुलवाया और अपनी भावनाओं से अवगत करवाया। हालांकि इस नई मुहिम को चलाने वाले लोगों का कहना है कि यह सलवा जुडूम-2 नहीं है बल्कि इलाके में बढ़ती नक्सलियों की पैठ के बाद उनके खिलाफ जनजागरण अभियान है। 

गौरतलब है कि वर्ष 2005 में कांग्रेसी नेता महेंद्र कर्मा के नेतृत्व में ग्रामीणों ने ऐसे ही जनजागरण अभियान की शुरूआत की थी जिसे सलवा जुडूम का नाम दिया गया था। इसके कुछ सालों बाद सुप्रीम कोर्ट ने इस पूरे अभियान पर रोक लगा दी थी और सलवा जुडूम को खत्म करना पड़ा था। 

सलवा जुडूम अभियान के बाद बस्तर में इस तरह से दूसरा कोई जनजागरण नहीं हो पाया था। इसी बीच प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव व स्व. महेंद्र कर्मा के पुत्र ने भी ऐसे ही एक आंदोलन की शुरूआत करने की कोशिश कुछ दिनों पूर्व घोषणा की थी पर वे सफल नहीं हो पाए। ऐसे में नवागुड़ा से शुरू हुए इस नए जनजागरण अभियान से प्रशासन को भी काफी उम्मीदें हैं। पुलिस अफसरों का कहना है कि अगर लोग नक्सलियों के खिलाफ उठ खड़े हुए तो वो हरसंभव मदद करने को तैयार हैं। 

अफसरों के मुताबिक जिस इलाके से इस अभियान की शुरूआत हुई है वहां नक्सलियों ने हाल ही में अपनी पैठ बनाने की कवायद शुरू की थी और वे लगातार अपनी मौजूदगी का अहसास यहां करवा रहे थे। ऐसे में लोगों ने इन्हें यहां से खदेड़ने की जिम्मेदारी अपने ही कंधों पर ले ली है। 

जगदलपुर. जनजागरण अभियान के दौरान लोगों को संबोधित करता ग्रामीण। 

नक्सलियों के खिलाफ आवाज उठाने स्वस्फूर्त ही लामबंद हुए दरभा व आसपास के दर्जन भर गांव के ग्रामीण। 

इस अभियान का अगुवा कोई नहीं 
नवागुड़ा से शुरू हुए जनजागरण अभियान का नेतृत्व कोई एक व्यक्ति नहीं कर रहा है। इस पूरे आंदोलन की खास बात यह है कि नवागुड़ा, करकवाड़ा, सुरंगवाड़ा, बड़े मुरमा सहित आसपास के 12 गांवों से ज्यादा ग्रामीण, सरपंच व अन्य लोग इसे चला रहे हैं। इस अभियान को पूर्णत: लोगों का अभियान माना जा रहा है। ऐसे कायस लगाए जा रहे हैं कि आने वाले दिनों में इस जनजागरण का और विस्तार होगा। ग्रामीणों के आमंत्रण पर बैठक में शामिल होने के लिए जिला पुलिस बल की तरफ से एडिश्नल एसपी विजय पांडे व आसपास के थानों के कई टीआई भी यहां पहुंचे। एसपी ने बताया कि गांव वालों ने अपने स्तर पर जन जागरण शुरू किया है। हम कोशिश कर रहे हैं कि उन्हें जो मदद हो दी जा सके। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने बताया कि ग्रामीणों ने नक्सलियों के खिलाफ मोर्चा खोला है। ऐसे में यदि उन्हें किसी प्रकार की सुरक्षा की जरूरत पड़ी तो विभाग उनकी हर संभव मदद करेगा

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