भू-विस्थापित जिद्द पर अड़े, करेंगे आंदोलन; कोरबा
भू-विस्थापित जिद्द पर अड़े, करेंगे आंदोलन
कोरबा (निप्र) डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ताप विद्युत गृह के राखड़ बांध से प्रभावित ग्रामीण प्रशासन द्वारा खदेड़े जाने के बाद एक बार फिर आंदोलन की रूपरेखा तैयार कर ली है इसके लिए इस बार सभी प्रभावित पांच गांव के ग्रामीणों की बैठक आयोजित कर एकजुट होने का निर्णय लिया है इसके साथ ही ५ जून एक बार फिर राखड़ डेम का काम ठप करा आंदोलन तेज करेंगे ि;/ॅ।;ॅ।डीएसपीएम विद्युत संयंत्र के राखड़ बांध में ग्राम नकटीखार, गोढ़ी, पंडरीपानी व रिसदी की जमीन समाहित हुई है नौकरी से वंचित ग्रामीणों द्वारा राखड़ बांध में राईजिंग व वाटर रिसाइकलिंग का काम बंद करा पिछले २३ दिनों से द्ररना दिया जा रहा था प्रबंधन द्वारा मंगलवार को प्रशासन एवं पुलिस बल के साथ ग्रामीणों का आंदोलन तोड़वाया इस दौरान पुलिस ने २६ ग्रामीणों को गिरफ्तार कर शाम को रिहा कर दिया डीएसपीएम प्रबंधन ने राखड़ बांध में अपना कार्य आरंभ कर दिया है गिरफ्तार कर आंदोलन खत्म कराए जाने से ग्रामीणों में नाारजगी व्याप्त है गुरुवार को सभी प्रभावित पांच गांवों के ग्रामीणों की बैठक पंडरीपानी में आहूत की गई उपसरपंच उमाशंकर पटेल ने बताया कि प्रशासन के दमन के सामने वे झुकेंगे नहीं और आंदोलन पुनः शुरू करेंगे सभी गांव के ग्रामीण अधिक संख्या में बांध में द्ररने पर बैठेंगे ५ जून से आंदोलन किए जाने की जानकारी प्रशासन एवं संयंत्र प्रबंधन को पत्र प्रेषित कर दे दी गई है ग्रामीणों का कहना है कि प्रबंधन द्वारा नौकरी देने के संदर्भ में अभी तक कोई भी स्पष्टीकरण नहीं दिया ,
कोरबा (निप्र) डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ताप विद्युत गृह के राखड़ बांध से प्रभावित ग्रामीण प्रशासन द्वारा खदेड़े जाने के बाद एक बार फिर आंदोलन की रूपरेखा तैयार कर ली है इसके लिए इस बार सभी प्रभावित पांच गांव के ग्रामीणों की बैठक आयोजित कर एकजुट होने का निर्णय लिया है इसके साथ ही ५ जून एक बार फिर राखड़ डेम का काम ठप करा आंदोलन तेज करेंगे।
।डीएसपीएम विद्युत संयंत्र के राखड़ बांध में ग्राम नकटीखार, गोढ़ी, पंडरीपानी व रिसदी की जमीन समाहित हुई है नौकरी से वंचित ग्रामीणों द्वारा राखड़ बांध में राईजिंग व वाटर रिसाइकलिंग का काम बंद करा पिछले २३ दिनों से द्ररना दिया जा रहा था प्रबंधन द्वारा मंगलवार को प्रशासन एवं पुलिस बल के साथ ग्रामीणों का आंदोलन तोड़वाया इस दौरान पुलिस ने २६ ग्रामीणों को गिरफ्तार कर शाम को रिहा कर दिया डीएसपीएम प्रबंधन ने राखड़ बांध में अपना कार्य आरंभ कर दिया है गिरफ्तार कर आंदोलन खत्म कराए जाने से ग्रामीणों में नाारजगी व्याप्त है गुरुवार को सभी प्रभावित पांच गांवों के ग्रामीणों की बैठक पंडरीपानी में आहूत की गई उपसरपंच उमाशंकर पटेल ने बताया कि प्रशासन के दमन के सामने वे झुकेंगे नहीं और आंदोलन पुनः शुरू करेंगे सभी गांव के ग्रामीण अधिक संख्या में बांध में द्ररने पर बैठेंगे ५ जून से आंदोलन किए जाने की जानकारी प्रशासन एवं संयंत्र प्रबंधन को पत्र प्रेषित कर दे दी गई है ग्रामीणों का कहना है कि प्रबंधन द्वारा नौकरी देने के संदर्भ में अभी तक कोई भी स्पष्टीकरण नहीं दिया हैि
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