अक्षय तृतीया के दिन से पौनी पसारी बंदटोनही का आरोप, परिवार के २२ सदस्य गांव से बहिष्कृत
इनके खिलाफ है शिकायत-॥-बालोद के पीड़ित परिवार ने पुलिस में की शिकायतये है बहिष्कृत परिवार मुखिया नकुल सहित मीना बाई उनके बहु बेटे को बहिष्कृत किया गया है जिसमें अजय पाल, मिथलेश, विनय, ताम्रजध्वज, प्रीतम, शांता कुमार, संतोषी बाई, रामहीन, पदमा, भुनेश्वरी, मालती, राधिका, दीपक, तरुण , लेखिका, नोहर दयालु शामिल हैं
बालोद बालोद ब्लाक के अंतिम छोर पर बसे ग्राम गोडपाल हर्राठेमा पंचायत में एक परिवार पर टोनही का आरोप लगाते हुए ग्राम से बहिष्कृत कर दिया गया है अक्षय तृतीया के दिन से पौनी पसारी बंद कर दी गई है मामले की शिकायत पीडित परिवार ने पुलिस से की है पीड़ित ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि गांव के १८ लोगों ने प्रताड़ित करते हुए उनकी पौनी पौसारी बंद कर दी है ,पीड़ित परिवार के मुखिया नकुल राम और मीना बाई कुम्हार ने बताया कि उन्हें बिना किसी कारण और सूचना के ग्राम से बहिष्कृत कर दिया गया है ग्रामीणों द्वारा आरोप पिछले साल ११ नवम्बर को ग्राम में हुई बैठक में लगाया गया था इससे पहले ग्राम में मुनादी हुई कि जो बैठक में नहीं आएगा उसे ५० रुपए अर्थदंड देना होगा मुनादी के बाद नकुल भी बैठक में गया था वहीं उनकी पत्नी भी बैठक स्थल शेष पेज ९ परि;/ॅ।;ॅ।बालोद के ग्राम गोडपाल हर्राठेमा पंचायत के बहिष्कृत ग्रामीण -॥--॥- फोटोः नईदुनियापीड़ित परिवार ने बालोद थाने में ग्रामीण पूना राम पोर्ते, कस्तू निषाद, रोहित पांडे, कुवर सिन्हा, हगरू राम, केवट जोधा राम, सालिक राम रामप्रशाद, बृज लाल, श्याम सिंह, मनाराम, कलेश्वर, शिव प्रसाद साहू, उदम लाल, हजारी राम, आत्मा राम, श्याम सिंह आदि के खिलाफ शिकायत की है
| ||
This Blog is dedicated to the struggling masses of India. Under the guidance of PUCL, Chhattisgarh, this is our humble effort from Chhattisgarh to present the voices of the oppressed people throughout India and to portray their daily struggles against the plunder and pillage that goes on against them throughout the country.
Tuesday, May 19, 2015
पौनी पसारी बंदटोनही का आरोप, परिवार के २२ सदस्य गांव से बहिष्कृत
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment