* आठवीं के छात्र सुकालू राम और उसके दोस्त पाचवी के छात्र सोमडू राम को पुलिस ने मारी गोली .
* कांग्रेसी विधायक देवती कर्मा ने लगाया हत्या का आरोप, पुलिस ने रास्ते में रोका बरगुम जाने से विधायक को.
* सुकालू के पिता ने अपने बेटे की पढाई के दस्तावेज़ दिखाये सबको.
**सोनी सोरी और उनके साथ गांव वालों को थाने जाने से रोका ,आज फिर जा रही है बरगुम.
* लाश अभी भी पडी है गांव में ,परिवार ने अंतिम संस्कार करने से किया इंकार.
******
दंतेवाड़ा /
अभी दो दिन पहले ही मुख्यमंत्री रमन सिंह ने अग्नि की ललकार रैली के बाद घोषणा किया था कि बस्तर से माओवाद खतम हो गया है .
और कल ही दंतेवाड़ा के बारसूर ब्लॉक के पोटा केबिन में पढने वाले आठवीं में पढने वाले छात्र सुकालू राम और उसके दोस्त जो पांचवीं में पढता है सोमडू राम को बस्तर पुलिस ने माओवादी बता कर गोली मार दी .
सुकालू राम के पिता पायकू राम ने बताया कि शुक्रवार को सुकालू अपने दोस्त सोमाडू के साथ बुआ के घर शोक की खबर देने गया था , रात देर होने के कारण उन्हें गाँव में ही रोक लिया था .
गाँव में देर रात पुलिस पहुची और दोनों बच्चों को उठा कर अपने साथ ले गई, इसके बाद बरगुम से कुछ लोग आये तब खबर मिली की दोनों बच्चों को पुलिस ने गोली से मार दिया है .
सुकालू के पिता अपने बेटे के पोटाकेबिन में पढाई के दस्तावेज़ कांग्रेस नेताओं के समक्ष रखे और कहा कि दोनो बच्चे स्कूल में पढ रहे थे.
दंतेवाड़ा की विधायक देवती कर्मा ने दोनों बच्चों की हत्या का पुलिस पर आरोप लगाया और कहा कि जब वो घटना की खबर लेने बगरुम जा रही थी तो पुलिस के एसडीओपी केशलूर उमेश कश्यप ,कोडेनार थाना प्रभारी दुर्गेश शर्मा और सीआरपीएफ के जवानों ने सुरक्षा का हवाला देकर बास्तानार से आगे नहीं बढने दिया.देर रात तक देवती कर्मा लोगों के साथ बास्तानार में ही डटी रहीं.
बस्तानार को पुलिस ने छावनी में तब्दील कर दिया है ताकि कोई भी बच्चों के गाँव बगुरम न पहुँच पायें.
उधर पुलिस का दावा है कि उसने दोनों माओवादियों को मुठभेड़ में मार गिराया है.
सामाजिक कार्यकर्ता हिमांशु कुमार ने एक पोस्ट में घटना का विवरण दिया है कि ;
दन्तेवाड़ा से चित्रकूट जाते समय मारडूम गॉव है,
यहाँ के दो आदिवासी किशोर रिश्तेदारों के यहाँ किसी की मौत की सूचना पहुँचाने गये ,
इनमे से एक पांचवी और दूसरा आठवीं मे पढ़ता है,
पुलिस गश्त पर आयी ,
पुलिस दोनों लड़कों को अपने साथ ले गई ,
पुलिस ने दोनों लड़कों को गोली मार दी,
लाशें गांव मे पड़ी हैं ,
गांव वाले कह रहे हैं जब तक हमारे बच्चों के मारने की रिपोर्ट दर्ज नहीं करोगे ,
हम अन्तिम संस्कार नहीं करेंगे ,
कल सोनी सोरी के साथ पांच हज़ार आदिवासी गांव से थाने की ओर बढ़े ,
लेकिन सैन्य बलों ने आगे बढ़ने नहीं दिया ,
आज सोनी सोरी फिर से उस गांव मे जा रही है
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* कांग्रेसी विधायक देवती कर्मा ने लगाया हत्या का आरोप, पुलिस ने रास्ते में रोका बरगुम जाने से विधायक को.
* सुकालू के पिता ने अपने बेटे की पढाई के दस्तावेज़ दिखाये सबको.
**सोनी सोरी और उनके साथ गांव वालों को थाने जाने से रोका ,आज फिर जा रही है बरगुम.
* लाश अभी भी पडी है गांव में ,परिवार ने अंतिम संस्कार करने से किया इंकार.
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दंतेवाड़ा /
अभी दो दिन पहले ही मुख्यमंत्री रमन सिंह ने अग्नि की ललकार रैली के बाद घोषणा किया था कि बस्तर से माओवाद खतम हो गया है .
और कल ही दंतेवाड़ा के बारसूर ब्लॉक के पोटा केबिन में पढने वाले आठवीं में पढने वाले छात्र सुकालू राम और उसके दोस्त जो पांचवीं में पढता है सोमडू राम को बस्तर पुलिस ने माओवादी बता कर गोली मार दी .
सुकालू राम के पिता पायकू राम ने बताया कि शुक्रवार को सुकालू अपने दोस्त सोमाडू के साथ बुआ के घर शोक की खबर देने गया था , रात देर होने के कारण उन्हें गाँव में ही रोक लिया था .
गाँव में देर रात पुलिस पहुची और दोनों बच्चों को उठा कर अपने साथ ले गई, इसके बाद बरगुम से कुछ लोग आये तब खबर मिली की दोनों बच्चों को पुलिस ने गोली से मार दिया है .
सुकालू के पिता अपने बेटे के पोटाकेबिन में पढाई के दस्तावेज़ कांग्रेस नेताओं के समक्ष रखे और कहा कि दोनो बच्चे स्कूल में पढ रहे थे.
दंतेवाड़ा की विधायक देवती कर्मा ने दोनों बच्चों की हत्या का पुलिस पर आरोप लगाया और कहा कि जब वो घटना की खबर लेने बगरुम जा रही थी तो पुलिस के एसडीओपी केशलूर उमेश कश्यप ,कोडेनार थाना प्रभारी दुर्गेश शर्मा और सीआरपीएफ के जवानों ने सुरक्षा का हवाला देकर बास्तानार से आगे नहीं बढने दिया.देर रात तक देवती कर्मा लोगों के साथ बास्तानार में ही डटी रहीं.
बस्तानार को पुलिस ने छावनी में तब्दील कर दिया है ताकि कोई भी बच्चों के गाँव बगुरम न पहुँच पायें.
उधर पुलिस का दावा है कि उसने दोनों माओवादियों को मुठभेड़ में मार गिराया है.
सामाजिक कार्यकर्ता हिमांशु कुमार ने एक पोस्ट में घटना का विवरण दिया है कि ;
दन्तेवाड़ा से चित्रकूट जाते समय मारडूम गॉव है,
यहाँ के दो आदिवासी किशोर रिश्तेदारों के यहाँ किसी की मौत की सूचना पहुँचाने गये ,
इनमे से एक पांचवी और दूसरा आठवीं मे पढ़ता है,
पुलिस गश्त पर आयी ,
पुलिस दोनों लड़कों को अपने साथ ले गई ,
पुलिस ने दोनों लड़कों को गोली मार दी,
लाशें गांव मे पड़ी हैं ,
गांव वाले कह रहे हैं जब तक हमारे बच्चों के मारने की रिपोर्ट दर्ज नहीं करोगे ,
हम अन्तिम संस्कार नहीं करेंगे ,
कल सोनी सोरी के साथ पांच हज़ार आदिवासी गांव से थाने की ओर बढ़े ,
लेकिन सैन्य बलों ने आगे बढ़ने नहीं दिया ,
आज सोनी सोरी फिर से उस गांव मे जा रही है
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