युद्ध युद्ध युद्ध, ऐसा लग रहा मानों हम मध्य बर्बर युग में चले गये हों,
शांति से रहना कभी कायरता नहीं होती।
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युद्ध युद्ध युद्ध, ऐसा लग रहा मानों हम मध्य बर्बर युग में चले गये हों, पाकिस्तान द्वारा कश्मीर में आतंकवादी हमले आज के नहीं हैं और हमारे सैनिकों की शहादत भी ,कोई भी जिम्मेदार सरकार की कोशिश कूटनीतिक तरीकों से ही ऐसी समस्याओं के हल खोजती है ।बेशक ऊरी की घटनाओं से जनमानस उद्वेलित है, परंतु इसीलिये युद्ध कर लेना बुद्धिमानी नहीं होगी,
और एक बात विपक्ष में रहते किसी ने युद्धोन्माद दिखाया है इसका यह कतई मतलब नहीं कि भारत जैसे विशाल लोकतंत्र की सत्ता में बैठकर वह उतना ही गैरजिम्मेदाराना हरकत करे। इसलिए ऐसे समय में राजनैतिक विद्वेष से नहीं, बल्कि देश और समाज के आर्थिक सामाजिक कूटनीतिक स्थितियों के अनुकूल बयानबाजी हो, आज के समय में दो परमाणु शक्ति के बीच युद्ध की बात सोचना भी घातक है।
शांति से रहना कभी कायरता नहीं होती।
नंदकश्यप
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