Saturday, May 9, 2015

अबूझ माड में नहीं है किसान - मो. इमरान खान


अबूझ माड में नहीं है किसान  

मो. इमरान खान [[नईदुनिया  ]
नारायणपुर। जिले के असर्वेक्षित इलाके अबूझमाड़ के चार हजार वर्ग किमी के एरिया में मण्डी बोर्ड की नजर में एक भी किसान नहीं है। यहां के आदिवासी मंडी में आकर उपज तो बेच सकते हैं लेकिन वे इसके सदस्य नहीं बन सकते हैं। कुछ दिनों बाद मंडी चुनाव होने जा रहे हैं और इसके लिए 20 मार्च को निर्वाचन क्षेत्रों के साथ इनके आरक्षण की घोषणा हो जाएगी।
चुनाव के लिए कृषक मतदाता सूची बनकर लगभग तैयार हो गई है। इस सूची में जिले के केवल नारायणपुर ब्लॉक के 28938 कृषक सदस्य एवं 170 व्यापारी सदस्यों का नाम शामिल किया गया है। कृषक सदस्यों में 18213 पुरुष एवं 10725 महिलाएं हैं। वहीं व्यापारी सदस्यों में 159 पुरुष एवं 11 महिलाएं हैं। इनकी सूची का आरंभिक प्रकाशन कर दिया गया है। अबूझमाड़ (ओरछा) ब्लॉक के किसानों का नाम इस सूची से गायब है। मंडी ने कभी भी ओरछा ब्लॉक के किसानों को कृषक मतदाता सूची में शामिल नहीं किया। मण्डी बोर्ड का कहना है कि इसके लिए किसान के पास भू राजस्व अभिलेख होना जरूरी है। इधर कृषि एवं उद्यानिकी विभाग यहां के लोगों को किसान मानते हैं और सारी सरकारी योजनाओं का लाभ देते हैं। माड़ के लोगों के पास नक्शा, खसरा, बी वन एवं नकल नहीं है। इस समस्या को देखते 2010 में उप सचिव कृषि ने अपने विभाग के संचालक को पत्र लिखकर पंचायत के दिए कागजात के आधार पर किसानों को लाभ दिए जाने का आदेश दिया था। तब से कृषि एवं उद्यानिकी विभाग की योजनाओं का लाभ इन्हें मिल रहा है। उप संचालक कृषि बीके बिजनोरिया ने बताया कि भू अभिलेख नहीं होने की दशा में माड़ में खेती के रकबे का पता नहीं चल पा रहा है। सरपंच के पत्र के आधार पर किसानों को योजनाओं का लाभ दिया जाता है।
237 गांव हैं माड़ में
अबूझमाड़ का सर्वे चार साल पहले शुरू किया गया था। शुरुआत में पांच गांवों का सर्वे किया जाना था। इसके लिए राजधानी से 27 लोगों की टीम भेजी गई थी। ये टीम सर्वे किए बगैर चली गई। पंचायत के रिकॉर्ड में 36 पंचायतों में 237 गांव दर्ज हैं। यहां आबादी 34823 है। इनमें 17352 पुरुष एवं 17471 महिलाएं हैं। इस आबादी की करीब एक चौथाई संख्या यानी 7990 विद्यार्थियों का है। इनमें 4984 बालक एवं 3006 बालिकाएं हैं।
'अबूझमाड़ में रहने वाले किसानों के नाम मंडी चुनाव के लिए बनने वाली कृषक मतदाता सूची में नहीं जोड़े जा सकते हैं। इसके लिए पटवारी की ओर से दिए गए राजस्व अभिलेख की जरूरत होती है। इसके अभाव में माड़ के लोगों को मतदाता का दर्जा नहीं मिल पा रहा है।'
-सुरेश सिंह, सचिव कृषि उपज मंडी
नारायणपुर

No comments:

Post a Comment