Tuesday, November 15, 2016

पुलिस ने क्यों की नेतागिरी ? :छत्तीसगढ़

  * पुलिस ने क्यों की नेतागिरी ?




*कमिश्नर ने ,बीजापुर , सुकमा, कोंडागांव, दंतेवाड़ा, नारायणपुर, कांकेर,बस्तर कलेक्टर से मांगा जवाब*
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बस्तर। बस्तर में नेताओं सरीखे पुलिस जवान के व्यवहार की जांच रिपोर्ट तैयार हो रही है। मामले में बस्तर के सभी सात जिलों के कलेक्टरों से रिपोर्ट तलब की गयी है। कमिश्नर की तरफ से भेजे गये नोटिस में
5 बिंदुओं पर जवाब मांगा गया है। जिन जिला कलेक्टरों से रिपोर्ट मांगी गयी है.. उनमें बीजापुर..सुकमा..कोंडागांव.. दंतेवाड़ा… नारायणपुर…कांकेर व बस्तर कलेक्टर शामिल हैं।
 मामले की जांच कर रहे कमिश्नर दिलीप वासनीकर के मुताबिक सभी कलेक्टरों से अलग-अलग बिंदुओं पर जवाब मांगा गया है…जवाब आने के बाद फाइनल रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजी जायेगी।
क्या था मामला
सीबीआई ने ताड़मेटला कांड पर सुप्रीम कोर्ट में  हलफनामा देकर कहा था कि…ताड़मेटला में 200 से ज्यादा घरों में आग नक्सलियों ने नहीं.. बल्कि पुलिस ने लगायी थी। इस मामले पर कांग्रेस ने प्रेस कांफ्रेस कर बस्तर आईजी एसआरपी कल्लूरी पर आरोप लगाये थे।
जिसके बाद आईजी कल्लूरी ने भी बस्तर में प्रेस कांफ्रेस लेकर नेताओं पर निशाना साधा था। इधर आईजी ने मोर्चा खोला
…तो उधर जवान भी सड़क पर निकल गये..और नेताओं के साथ-साथ कुछ मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे और पुतला भी फूंका।

जांच के आदेश
इस मामले में शिकायत दिल्ली तक पहुंची। किरकिरी होते देख राज्य सरकार ने कमिश्नर वासनीकर को जांच का आदेश दिया। फिलहाल जांच चल रही है। जवानों के इस प्रदर्शन को सर्विस रूल का उल्लंघन माना जा रहा है।
कलेक्टरों से जवाब
कलेक्टर से मुख्य रूप से 5 बिंदुओं पर जवाब मांगा गया है।
 पहला…आपके जिले में क्या पुलिस जवानों ने प्रदर्शन किया।
 दूसरा…जवानों की संख्या कितनी थी….।
तीसरा…दोषी जवानों की पहचान की गयी है क्या…। चौथा…घटना के दौरान कलेक्टर कहां थे..।
 पांचवां…. प्रदर्शन के दौरान कलेक्टर की तरफ से क्या कार्रवाई की गयी।.
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