Sunday, November 6, 2016

जान के बदले जान का सौदा कर यही है छत्तीसगढ़ पुलिस . -सोनी सोरी

जान के बदले जान का सौदा कर यही है छत्तीसगढ़ पुलिस .




सिपाही कलमू हिडमे के अपहरण के बदले ग्रमीणों को उठा ले गई पुलिस .
सिपाही की मां बहन के साथ पत्रकार वार्ता में पुलिस पर लगाया आरोप कि सिपाही को छुड़ाने के लिये प्रशासन कोई कोशिश नहीं कर रहा है .
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पांच दिन पहले सहायक आरक्षक कलमू हिडमे का अपहरण माओवादियों ने कर लिया था ,उसको छुड़ाने के लिये पुलिस या प्रशासन ने कोई गंभीर प्रयास नही किया और जब सिपाही के परिवार के सोनी सोरी से सहायता मांगने पर ,सोनी को मध्यस्थता करने और छुड़ाने का प्रयास करने के लिये जंगल जाने से पुलिस ने रोक दिया और वापस कर दिया .
कल दंतेवाड़ा में सिपाही की मां और बहन के साथ सोनी ने पत्रकार वार्ता में कहा कि पुलिस कलमू हिडमे को बचाने की कोशिश की बजाय उस क्षेत्र की पुलिस पिडमेल और गोडेल के कुछ ग्रामीणों को उठा कर ले आई ,यानी पुलिस ने उनका अपहरण कर लिया और माओवादियों को संदेश दे रही है कि यदि उन्होंने सिपाही के साथ कुछ किया तो वह भी ग्रामीणों के साथ वही करेंगे.
सोनी ने पत्रकार वार्ता में कहा कि पुलिस जान के बदले जान का सौदा करना चाहती है .सिपाही  की मां और बहन भी वहाँ मौजूद थी़.
सोनी ने कहा कि राज्य उत्सव के समापन के अवसर पर ग्रह मंत्री का बयान बहुत खतरनाक है .
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