एस्सार ने सरकारी तंत्र का लाभ लेने IAS, IPS पर डाले डोरे
जगदलपुर/बस्तर. नियम विरूद्ध काम करने के लिए बहुराष्ट्रीय कम्पनी एस्सार ने बस्तर में राजनीति करने वालों और पत्रकारों के अलावा एक आईएएस दुर्गेशचंद्र मिश्रा तथा आईपीएस गिरधारी नायक पर भी डोरे डालने की कोशिश की थी। एस्सार प्रबंधक के पास यह जानकारी थी कि मिश्रा उद्योग सचिव और नायक प्रदेश के पुलिस महानिदेशक बन सकते हैं।
एस्सार प्रबंधन ने इन दोनों अधिकारियों को कई तरह से उपकृत करने की कोशिश की, लेकिन उसे सफलता नहीं मिल पाई। इस बात का खुलासा कम्पनी के महाप्रबंधक राजमणि कृष्णमूर्ति तथा उच्च प्रबंधन के बीच ई-मेल के जरिए हुई बातचीत से हुआ है। यह ई-मेल लीक हो चुके हैं। इन ई-मेल्स के अनुसार एस्सार प्रंबधन यह चाह रहा था कि सरकारी तंत्र कम्पनी का पूरी तरह सहयोग करे।
इसके लिए उसने सबसे पहले बस्तर के संभागायुक्त रहे आईएएस अधिकारी दुर्गेशचंद्र मिश्रा पर डोरे डालने शुरू किए। प्रबंधन के पास अपने सूत्रों से यह जानकारी थी कि आगे चलकर मिश्रा राज्य के उद्योग सचिव बन सकते हैं। इस बात को ध्यान में रखकर ही मिश्रा को घेरने की कोशिशें शुरू हुईं। इसी तरह आईपीएस गिरधारी नायक पर भी डोरे डाले गए, क्योंकि कम्पनी के पास यह सूचना थी कि नायक प्रदेश के अगले डीजीपी बन सकते हैं।
जगदलपुर/बस्तर. नियम विरूद्ध काम करने के लिए बहुराष्ट्रीय कम्पनी एस्सार ने बस्तर में राजनीति करने वालों और पत्रकारों के अलावा एक आईएएस दुर्गेशचंद्र मिश्रा तथा आईपीएस गिरधारी नायक पर भी डोरे डालने की कोशिश की थी। एस्सार प्रबंधक के पास यह जानकारी थी कि मिश्रा उद्योग सचिव और नायक प्रदेश के पुलिस महानिदेशक बन सकते हैं।
एस्सार प्रबंधन ने इन दोनों अधिकारियों को कई तरह से उपकृत करने की कोशिश की, लेकिन उसे सफलता नहीं मिल पाई। इस बात का खुलासा कम्पनी के महाप्रबंधक राजमणि कृष्णमूर्ति तथा उच्च प्रबंधन के बीच ई-मेल के जरिए हुई बातचीत से हुआ है। यह ई-मेल लीक हो चुके हैं। इन ई-मेल्स के अनुसार एस्सार प्रंबधन यह चाह रहा था कि सरकारी तंत्र कम्पनी का पूरी तरह सहयोग करे।
इसके लिए उसने सबसे पहले बस्तर के संभागायुक्त रहे आईएएस अधिकारी दुर्गेशचंद्र मिश्रा पर डोरे डालने शुरू किए। प्रबंधन के पास अपने सूत्रों से यह जानकारी थी कि आगे चलकर मिश्रा राज्य के उद्योग सचिव बन सकते हैं। इस बात को ध्यान में रखकर ही मिश्रा को घेरने की कोशिशें शुरू हुईं। इसी तरह आईपीएस गिरधारी नायक पर भी डोरे डाले गए, क्योंकि कम्पनी के पास यह सूचना थी कि नायक प्रदेश के अगले डीजीपी बन सकते हैं।
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