दलित मजदूर परिवार में जन्मी कुमारी पिंगला राज,कृषि विस्तार अधिकारी की हत्या की जाँच की जाये
[कुमार गिरीश कोरिया ]
सुराज,सूशासन व कानून व्यवस्था के मुद्दे पर पूरी तरह नाकाम रही छत्तीसगढ़ की भाजपा -रमन सरकार .
तस्वीर में मृत महिला दलित मजदूर परिवार में जन्मी कुमारी पिंगला राज,कृषि विस्तार अधिकारी जो कि छत्तीसगढ़ राज्य के धमतरी जिले के कुरुद विकास खंड में पदस्थ थी, जिसकी दिनांक 27-28 अप्रैल 2015 की देर रात को अज्ञात अपराधियों द्वारा निर्ममता पूर्वक नृशंस हत्या को अंजाम दिया गया।पिंगला अपने गृह नगर चिरिमीरी जिला-कोरिया से दूर धमतरी जिले के पूर्व विधायक श्री शांति लाल लुक्कड के किराये के मकान में रह रही थी, जहाँ पर पूर्व विधायक का, पूरा भरा -पूरा परिवार व यहाँ के थाने में पदस्थ सब इंस्पेक्टर पान्डेय जी का भी परिवार साथ में ही निवासरत रहे हैं ,ऐसे सुरक्षित वातावरण के बीच पिंगला राज पर जानलेवा हमले के दौरान किसी भी सदस्य को जरा भी भनक नहीं लगना यह एक संदेह व संशय की स्थिति तो निर्मित करता ही है।
धमतरी पुलिस ने हत्या की प्राथमिकी दर्ज कर अपने उत्तरदायित्व का निर्वाह कर अपनी जवाबदेही पूरी कर चुकी है,वैसे हमारी पुलिस अपनी जिम्मेदारियों को लेकर कितनी ईमानदार, सजग व मुस्तैद है वह किसी से छुपा नहीं है।
भारत व समस्त राज्य में सरकार किसी भी दल का क्यों न हो सभी निकम्मेपन की हमेशा से शिकार रही हैं , यही कारण रहा है, जो कि गंभीर अपराधों का ग्राफ़ लगातार ऊपर चड़ता चला जा रहा है ।
आज पिंगला राज व उनके परिवार जनों,साथीगण विभिन्न समाजिक नागरिक समुहों से अपेक्षा कर रहे हैं कि पिंगला के दोषियों को,किसी दुसरी पिंगला की शिकार बनने के पहले अविलम्ब पकड़ा जाए,और शीघ्र से शीघ्र दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले।
घीन्न व लानत आती है अपने पुरुष प्रधान समाज की मानसिकता पर, पाषाण एवं मिट्टी की बनी देवी मूर्तियों को तो हम पूजते हैं, लेकिन जीवित देवियों को रौंदते हैं।
धमतरी पुलिस ने हत्या की प्राथमिकी दर्ज कर अपने उत्तरदायित्व का निर्वाह कर अपनी जवाबदेही पूरी कर चुकी है,वैसे हमारी पुलिस अपनी जिम्मेदारियों को लेकर कितनी ईमानदार, सजग व मुस्तैद है वह किसी से छुपा नहीं है।
भारत व समस्त राज्य में सरकार किसी भी दल का क्यों न हो सभी निकम्मेपन की हमेशा से शिकार रही हैं , यही कारण रहा है, जो कि गंभीर अपराधों का ग्राफ़ लगातार ऊपर चड़ता चला जा रहा है ।
आज पिंगला राज व उनके परिवार जनों,साथीगण विभिन्न समाजिक नागरिक समुहों से अपेक्षा कर रहे हैं कि पिंगला के दोषियों को,किसी दुसरी पिंगला की शिकार बनने के पहले अविलम्ब पकड़ा जाए,और शीघ्र से शीघ्र दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले।
घीन्न व लानत आती है अपने पुरुष प्रधान समाज की मानसिकता पर, पाषाण एवं मिट्टी की बनी देवी मूर्तियों को तो हम पूजते हैं, लेकिन जीवित देवियों को रौंदते हैं।
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