गुलू जशपुर में पॉवर कंपनी पर आरोप : पहले जमीन हड़प ली फिर मजदूर बनाया
जिले की हाइड्रो पावर कंपनी ने एक किसान की पहले तो पूरी जमीन हड़प ली बाद में उसे उसी जमीन की रखवाली करने का मजदूर बना दिया।
रायगढ़/कुनकुरी. जिले की हाइड्रो पावर कंपनी ने एक किसान की पहले तो पूरी जमीन हड़प ली बाद में उसे उसी जमीन की रखवाली करने का मजदूर बना दिया। इधर, मजदूरी के काम के दौरान जब भालू ने हमला कर किसान को अधमरा कर दिया तो कंपनी ने उसे मरने के लिए छोड़ दिया, फिलहाल घायल युवक अपने खर्चे पर कुनकुरी के मिशन अस्पताल में इलाज करा रहा है।
ये है मामला
मामला गुल्लू हाइड्रो पावर से जुड़ा हुआ है। घायल किसान की अब एक ही मांग है कि इलाज के अभाव में भले ही उसकी जान चली जाए लेकिन उसकी हड़पी हुई जमीन वापस मिल जाए। घटना 2 अप्रैल की शाम की है जब जंगली भालू ने हमला कर इंद्रजीत को बुरी तरह घायल कर दिया। भालू के हमले में इंद्रजीत ने किसी तरह अपनी जान तो बचा ली। वहीं कंपनी ने न तो इलाज के लिए गाड़ी भेजी न ही आज तक उसका हाल जानने कोई अस्पताल आया। अलबत्ता गुल्लू हाइड्रो पावर कंपनी ने डरा धमकाकर उसकी जमीन हथिया ली।
डरा धमकाकर बढ़ाया लीज
चटकपुर गांव के किसान इंद्रजीत सिंह पिता स्व खोजो सिंह की बेने डेम के बगल में 2.65 डिसमिल जमीन थी। दो फसली जमीन को लीज पर पांच साल के लिए चालीस हजार सालाना देने का सौदा किया। पांच साल खत्म हो गए तो फिर से मार्च में डरा धमकाकर लीज फिर चार साल के लिए लीज बढा दिया गया। पत्रिका को अपनी आप बीती सुनाते हुए इंद्रजीत ने आगे बताया कि हम ठगे हुए महसूस कर रहे हैं। हमें यह धमकाकर कि भू अर्जन हो जाएगा और 68 हजार रुपया मुआवजा देकर हमेशा के लिए जमीन हड़प लेंगे।
नौकरी का झांसा देकर बनाया गार्ड
कंपनी ने अच्छी नौकरी देने का झांसा देकर गार्ड बना दिया। किसान इंद्रजीत की पत्नी शकुंतला बाई ने बताया कि गुल्लू हाइड्रो पावर प्लांट में पांच हजार रुपए महीने पर पति को रात में बैलाटोली वाले आफिस का सुरक्षा गार्ड बनाया गया। ड्यूटी के समय भालू के हमले से घायल के इलाज के लिए कंपनी ने पैसे भी नहीं दिए। इलाज में पति की कमाई ख़त्म हो गई है। अब अधूरा इलाज कर घर वापस लौटने पर मजबूर किसान परिवार गुल्लू हाइड्रो पावर से अपनी जमीन वापस लेने के लिए जल, जंगल, जमीन आंदोलन की नेता सेवती पन्ना से गुहार लगाई है
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