आम आदमी पार्टी की नेत्री सोरी ने घायल को बताया ग्रामीण
Posted:2015-04-22 23:02:23 IST Updated: 2015-04-22 23:02:23 IST
मडेनार में पुलिस मुठभेड़ के दौरान घायल भीमा मड़कामी को आम आदमी की पार्टी की नेत्री सोनी सोरी ग्रामीण बता रही है।
जगदलपुर. शुक्रवार को पखनार के मडेनार में पुलिस मुठभेड़ के दौरान घायल भीमा मड़कामी को आम आदमी की पार्टी की नेत्री सोनी सोरी ग्रामीण बता रही है। इधर पुलिस का दावा है कि यह भीमा पर हत्या के प्रयास का मामला पखनार चौकी में है और माओवादियों के साथ हुए मुठभेड़ के दौरान वह घायल हुआ था। उसे इस लिहाजे से घायल अवस्था में उपचार के साथ पुलिस कस्टडी में रखा गया है।
गिरफ्तारी पर उठाया सवाल
अब आप नेत्री सेनाी सोरी के पांच दिन बाद मुख्यालय पहुंचकर भीमा के ग्रामीण होने के दावे के बाद मामला पेचीदा हो चुका है। पुलिस मुठभेड़ में शामिल होने से भीमा को माओ समर्थन के तौर पर देख रही है। दर्ज अपराध के आधार पर पुलिस मामले की विवेचना में जुटी है।� सोनी सोरी का कहना है कि गोपनीय सैनिक हिड़मू राम के भाई पांडूराम और भांजा आयता को भी माओवादियों ने अगवा नहीं किया है। वे दोनों गांव में हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि हिडमू के रिश्तेदारों को माओवादियों ने नहीं ग्रामीणों ने मिलकर पीटा है। वे उनसे मिलकर आई है जिनके अगवा होने की भ्रामक जानकारी दी जा रही है। अब सवाल यह उठता है कि वे दोनों भी घायल हैं और उनकी पुख्ता जानकारी दी जा रही है तो उन्हें उपचार के लिए अस्पताल क्यों नहीं लाया जा रहा है। पुलिस उन्हें अगवा बताकर अपने काम से बच रही है।��
ग्रामीण होने का दावा
गांव के पूर्व उप सरपंच हिड़मू राम का कहना है सोनी सोरी को उन दोनों को भी अस्पताल लेकर आना था। जब उनसे मिलकर आई तो उन्हें भी अस्पताल लेकर आना था ताकि इलाज तो मिल जाता। यदि यह गांव के विवाद का मामला होता तो उनके परिवार को गांव छोडऩे पर विवश नहीं� होना पड़ता।� हिड़मू भी कमांडर महंगूराम को घेरने के दौरान मोहरा बना जिससे माओवादियों ने उसके परिवार को गांव छोडऩे मजबूर किया।
भीमा मड़कामी मुठभेड़ के दौरान घायल हुआ है। उसके खिलाफ पखनार में हत्या के प्रयास का आरोप है। मामले के अन्य पहलूओं को टटोला जा रहा है। जो तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर कार्रवाई होगी। फिलहाल आरोपी पुलिस कस्टडी में है।
विजय पाण्डे, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक
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