अंतागढ़ के पनिडोबर में भूमिअधिग्रहण के खिलाफ आदिवासियों का जबरजस्त विरोध ,रैली ,पुतलादहन
[रिपोर्ट जयंत कुमार रंगारी ]
अंतागढ़ – एक तरफ कांग्रेस ,केंद्र सरकार द्वारा भुमिअधिकरण बिल को लाने के विरोध में है वही दूसरी तरफ बस्तर के अंदरूनी इलाको में भी ग्रामीणों द्वारा इस बिल का विरोध काफी जोरो सोरो से दिखाई दे रहा है,ऐसा hi विरोध अंतागढ़ के पानीडोबिर इलाके में देखने को मिला,जहा ग्रामीण महिला पुरुष और बच्चे काफी तादाद में रैली निकाल के छ.ग. के मुख्यमंत्री और भारत प्रधानमंत्री का पुतला दहन किया ,सभी आदिवासी में इस भूमि अधिग्रहण के विरोध में काफी आक्रोश दिखा सभी ग्रामीण तीरधनुष लिए हुये इस रैली विरोध और पुतला दहन में सामिल हुए |
वि०ओ०१ –अन्दुरुनी इलाके के ग्रामीणों में भूमि अधिग्रहण के विरोध इस रैली में इनके चहरे पर यह साफ दिखाई डे रहा है की ग्रामीण भूमि अधिग्रहण को लेकर कितने गुस्साए हुए है,इलाके के ग्रामीण अपने पारंपरिक हथियार तीर धनुष लेकर रैली में आये हुए थे ,ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री का कागज का पुतला बनाया था ,
वि०ओ०२ – इस रैली के बाद और पुतला दहन से पूर्व जब मंच संचालन का भूमि अधिग्रहण के बारे में वह ले गग्रामीणों के इस अधिग्रह के बारे में बताया जा रहा था तब एक छोटी से बच्ची इस सभी बातो को ध्यान से सुन रही थी भले के उसे भूमि अधिग्रहण के बारे में न पता हो पर उसे वह शायद इस बाद को भाप रही थी की आने वाले समय में उसके इन गावं के तरफ कुछ बड़ा बदलाव होने वाला है ,जो उन सब के लिए नुकसान दायक होगा ,
बाईट – सोमा राम (गोंडी भाषा का अनुवाद ) केंद्र सरकार भूमि अधिग्रहण लाने वाली है जिससे हमारे इलाके की जमीने भी प्रभावित होगी,हमे एक साथ एक जुट होकर इस बात का विरोध करना है,जल जंगल जमीन हमारा है और इस पर हमारा अधिकार है
फाइनल वि०ओ० – पुरे भारत देश में एक तरफ भूमि अधिग्रहण को लेकर विरोध देखने को मिल रहा है और अब बस्तर के ग्रामीण इलाको में भी इस इस अधिग्रहण का विरोध देखने को मिल रहा है ,आदिवासी अपने जल जंगल जमीन को छोड़ना नही चाहते है इसे में सरकार सरकार को अपने रुख में नरमी लाते हुए कोई बीच का रास्ता ढूंडना होगा ताकि सरकार विकास का कार्य भी कर सके और ग्रामीणों का हनन भी न हो सके
अंतागढ़ से एक्सप्रेस रिपोर्टर जयंत कुमार रंगारी
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'' जयंत कुमार रंगारी ''
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