Sunday, February 12, 2017

कोई मसीहा आएगा मारे गए बेगुनाहों को न्याय दिलाने --






कोई मसीहा आएगा मारे गए बेगुनाहों को न्याय दिलाने

12 .02.2017
पत्रिका


दंतेवाड़ा: 15 दिन पहले 28 जनवरी का दिन गुमपुर वासियों के लिए मनहूस था। इस गांव के एक युवक और युवती को पुलिस ने माओवादी बताकर मुठभेड़ में मारने का दावा किया। लेकिन मारे गए दानों युवक-युवतियों के परिजन न्याय की आस में शवों को सहेजकर रखे हुए हैं।

पुरेंगल के जंगलों में कथित मुठभेड़
दंतेवाड़ा जिले से सटे बीजापुर जिले के पुरेंगल के जंगलों में कथित मुठभेड़ के दौरान मारे गए भीमा कड़ती और सुखमति के शवों का परिजनों ने दफनाया नहीं है। इन शवों को परिजनों ने अभी मिट्टी में ताबूत बनाकर सुरक्षित रखा हुआ है। दो दिन की यात्रा कर करीब 30 किमी पैदल चलकर सोनी सोढ़ी टीम के सदस्यों के साथ गुमपुर गांव पहुंची।

सोनी सोढ़ी को देखकर गांव वाले एकत्र हो गए
सोनी सोढ़ी को देखकर गांव वाले एकत्र हो गए। गांव के हालात और उनकी बेबसी कहती है कि फोर्स ने सुखमति को अनाचार करने के बाद मारा है। शवों को परिजनों ने अभी भी रखा हुआ है। गांव के लोगों का कहना कि न्याय दिलाओ। सोनी सोढ़ी परिजनों और गांव के लोगों से मिलने के बाद रविवार को दंतेवाड़ा लौट आई है।

शरीर के कुछ अंग भी गायब
सोढ़ी ने बताया कि गांव के लोगों का कहना है कि शवों का पोस्टमार्टम करवाया जाए। इससे कई और चौका देने वाली बातें सामने आएगी। सुखमति के शव को देखने के बाद लगता है शरीर के कुछ अंग भी गायब हुए हैं।

रोकर भीमा कड़ती की पत्नी जोगी ने सुनाई दर्द
मारे गए भीमा कड़ती की पत्नी जोगी ने सोढ़ी को दर्द भरी दास्तां सुनाई। उसने बताया कि एक माह पहले एक बेटी ने जन्म दिया। आदिवासी संस्कृति के मुताबिक एक हांडी में बाहर पानी गरम होता है। एक माह पानी से स्नान करने के बाद विधि-विधान से पूजा होती है। पूजा की इसी सामग्री को लेने के लिए भीमा 27 जनवरी को सल्फी बेचने गया था वहां से उसे वापस आना था। इसके बाद वह नहीं आया। उसने कहा कि यही पता चला कि वह माओवादी था, पुलिस ने मुठभेड़ में मार दिया।

मुठभेड़ के बाद सुखमति की आंखे गायब
सोनी सोढ़ी ने इस बार बड़े गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होनें कहा कि झूठे मामले बनाकर गिरफ्तारी और फर्जी मुठभेड़ में मारना बस्तर में आम बात हो गई है। अब तो आदिवासियों को मारकर अंगों की तस्करी भी की जा रही है। सुखमति के साथ जो हुआ वह बड़ा ही भयावह है। उसकी आंखे नहीं है। क्या अब मानव अंगों की भी पुलिस तस्करी कर रही है। शवों का पोस्टमार्टम करवाकर नग्न अवस्था में सौंपा था। सोढ़ी ने कहा यदि पुलिस रिकॉर्ड में सुखमति और भीमा पर कोई मामला दर्ज है तो पुलिस बताए?

दोबारा पीएम के लिए कोर्ट में लगाएंगे अर्जी
सोनी साढ़ी ने कहा कि इस मामले को लेकर वह कोर्ट में जाएगी। दोनों शवों का पोस्टमार्ट दोबारा कराने के लिए गुहार लगाएगी। पूरे परिवार को पुलिस ने नेस्तनाबूत कर डाला। भीमा के दो छोटी-छोटी बेटियां है। एक की तो आंखे भी नहीं खुली।

15 दिन बीत गए शवों को परिजनों ने दफनाया नहीं
मुठभेड़ के बाद परिजनों ने शव को दफनाया नहीं है। उनकी एक ही गुहार है कि पीडि़त परिजनों को न्याय मिले

फोर्स गांव जा कर डिस्ट्राय करा सकती है शवों को
सोढ़ी ने एक और आशंका जताई है कि गांव वालों को धमकाकर पुलिस शवों को जलवा सकती है। गांव वालों को डर है कहीं फोर्स फिर से इस गांव में न आ धमके। यदि फोर्स पहुंच गई तो शवों को डिस्ट्राय होना तय है। आदिवासी बेबसी की जिंदगी जी रहे हैं

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