Saturday, December 27, 2014

क्या देश मे आदिवासी इतना बड़ा खतरा बन गये हैं ,या उन्हे समूल नष्ट करने का षड्यंत्र हो रहा हैं ,ये उन्हे कतई मंजूर नहीं .

 क्या देश मे आदिवासी इतना बड़ा खतरा बन गये हैं ,या उन्हे समूल नष्ट करने का षड्यंत्र हो रहा हैं ,ये उन्हे कतई मंजूर नहीं .








 आसाम मे आतंकवादियो ने आदिवासियो को मारा और बाद मे पुलिस कार्यवाही मे भी आदिवासी ही मारे गये , मरे भी वही ,घर और गॉव भी उनके ही जलाये गये ,पलायनभी उनका ही हुआ ,वे ही लूटे गये और उन्हे ही सरकार सबसे बड़ा खतरा चिन्हित करती हैं .आदिवासी की ही जमीन लूटो ,उनके खनिज़ लूटो ,उन्हे अपमानित करो ,उनकी महिलाओ को लज्जित करो और फिर वे यदि इसका मुकाबला करने के लिये खड़े होने की कोशिश करें तो उन्हे देश के लिये सबसे ब़ड़ा खतरा बता के माओवादी घोषित करो , और फिर उन्हे मारो , 
ये सारा चक्र पूरे समुदाय को खतम करके देश के संसाधनो की लूट को आसान बनाना हैं ,जो उन्हे कतई मंजूर  नहीं .

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