Thursday, October 16, 2014

लाल पानी लेकर पहुंचीं कलक्टोरेट

लाल पानी लेकर पहुंचीं कलक्टोरेट

Red water reached the Kalktoret


Red water reached the Kalktoret
10/15/2014 1:40:39 AM
जगदलपुर। शहर से महज 20 किलोमीटर दूर बड़े मुरमा पंचायत के छेपरापारा में 300 परिवार हैं। इन सभी परिवारों को एक वष्ाü से अपनी प्यास बुझाने के लिए करीब आठ किमी का रोजाना सफर तय करना होता है। गांव के हैंडपंप से लाल पानी निकलता है और शिकायत के बाद भी कोई पहल नहीं हो सकी है। मंगलवार को जन दर्शन में पहुंचे दर्जनों ग्रामीणों ने कलक्टर को अपनी ब्याथा सुनाई। इन लोगों का कहना है कि पारा में एक नल है वह भी लाल पानी देता है। गांव वालों को अपनी प्यास बुझाने के लिए निकड़गुड़ा पर आश्रित होना पड़ता है।
योजना का पता नहीं
पीएचई विभाग की ओर से चलाई जा रही नल जल योजना इस गांव को छू कर भी नही निकली है। गांव वालों का कहना है कि नल तो दूर की बात है, अधिकारियों ने भी इस बीच गांव में आना ही छोड़ दिया है। यदि इस योजना के तहत ही एक दो नल लग जाते तो ग्रामीणों को इससे भी राहत मिलती।
मिला आश्वासन
कलक्टर ने ग्रामीणों की समस्या सुनने के बाद उन्हें आश्वासन दिया है कि जल्द ही उनके गांव में स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने पीएचई के अधिकारियों से हैण्डपंप ठीक करने या फिर नए बोर किए जाने को कहा है।
नहीं सुनता सरपंच : बडे मुरमा पंचायत का सरपंच गुड्डू इस समस्या का सामना नहीं करना चाहता है। महिलाओं ने बताया कि उसके घर जाने से वह छिप जाता है। ऎसा लगता है कि वो गांव वालों के लिए कुछ करना ही नहीं चाहता है।

तालाब के पानी से बच्चों को चर्मरोग
ग्रामीणों ने बताया कि गांव में एक छोटा सा तालाब है। उसके गंदे पानी का इस्तेमाल से आए दिन बच्चे बीमार हो रहे हैं। अधिकांश बच्चों को चर्म रोग की समस्या आ रही है। कई बार नल का गंदा पानी पीना मजबूरी होती है इससे बच्चों और बड़ों को स्वास्थ्य संबंधित परेशानी का भी सामना करना पड़ता है। अभी भी गांव में कुछ बच्चे बीमार हैं।

    No comments:

    Post a Comment