Sunday, August 31, 2014

गिरफ्तार ग्रामीण नक्सली नहीं भाकपा कार्यकर्ता : कुंजाम

गिरफ्तार ग्रामीण नक्सली नहीं भाकपा कार्यकर्ता : कुंजाम

Bhaskar News Network | Aug 28, 2014, 02:05AM IST
जगदलपुर| भारतीयकम्युनिस्ट पार्टी के पूर्व विधायक आदिवासी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनीष कुंजाम ने बस्तर पुलिस के द्वारा सुखदेव नाग और मांझी राम कश्यप की गिरफ्तारी का विराेध किया है।

सुकमा कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम सौंपे गए एक ज्ञापन में कुंजाम ने कहा है कि गिरफ्तार किए गए दोनों ग्रामीण भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के पदाधिकारी हैं। इनमें से सुखदेव नाग दरभा जनपद पंचायत का सदस्य है, जबकि मांझीराम टाहकवाड़ा में पार्टी ब्रांच का सचिव है। इन्हें 25 अगस्त को तोंगपाल थाना में बुलाया गया था। थानेदार के नहीं मिलने पर शाम को ये फिर थाना गए थे।

अगले दिन इन्हें झीरम हमले में शामिल होने और महेंद्र कर्मा को गाेली मारने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। जबकि दो बार पहले भी एनआईए ने सुखदेव नाग से पूछताछ की थी। जिसमें एनआईए को कोई प्रमाण नहीं मिला था। इस घटनाक्रम का विरोध किया जाएगा।

कंुजाम ने बताया कि इस संबंध में पुलिस महानिदेशक और एडीजी इंटेलिजेंस से बात की गई है। अब अगले चरण में रणनीति के तहत इसका विरोध किया जाएगा।

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Vcadantewada Kawalnar Ashram

30 अग (1 दिन पहले)
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रामारामइलाके में कुछ दिनों पूर्व फोर्स ने अंधाधुंध फायरिंग की। इसके बाद पुलिस ने दावा किया कि यहां नक्सली मौजूद थे और मुठभेड़ में 11 नक्सली मारे गए। 

घटना में कोई नक्सली नहीं मारा गया है। फोर्स ने यहां जबरन दो निर्दोष को मौत के घाट उतारा दिया। यह दावा आम आदमी पार्टी की सोनी सोढ़ी ने शुक्रवार को आयोजित पत्रवार्ता में किया। उन्होंने बताया कि आप पार्टी के सदस्यों ने पिछले कुछ दिनों में कई मामलों की जांच अपने स्तर पर की। इस दौरान उन्हें पता चला कि पुलिस ने रामाराम में जिस मुठभेड़ की बात कही है वह गलत है। जांच में पता चला कि यहां फोर्स के लोग अचानक पहुंचे और अंधाधुंध गोलीबारी करने लगे। 

घटना में गांव की इड़मे गट्‌टी इड़मा की मौत हो गई। मौके से पुलिस ने इड़मा का शव ले जाने में सफल हुए जबकि महिला के शव को गांव की महिलाओं ने नहीं ले जाने दिया। ग्रामीण इड़मा का शव दिखाकर पुलिस ने 11 नक्सलियों के मारे जाने का दावा किया। 

इसके अलावा राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि ताड़मेटला में ग्रामीणों के घर जलवाने वाले एसआरपी कल्ल्ुरी को बस्तर का आईजी बना दिया गया है। सोढ़ी ने यह भी आरोप लगाए कि इन दिनों बस्तर में निर्दोषों को आत्मसमर्पण करवाने का दौर चल निकला है। उन्होंने बताया कि बड़े गुड़सा के इरमा को सरेंडर करवाया गया, पर उसे जेल में ही कैद कर रखा गया है। जबकि सरेंडर करने वाले लोगों को तुरंत रिहा किया जाता है। जब सोढ़ी से पूछा गया कि इरमा नक्सलियों से जुड़ा था या नक्सली था तो उनका कहना था कि वह भी ग्रामीण है और उसका नक्सलवाद से कोई संबध नहीं।

उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस आदिवासियों को ढूंढकर उनका आत्मसमर्पण करवा रही है पर कारली से लापता हुई रामदई कश्यप, सुनीता ताती, कोदे ताती को ढूंढने का कोई प्रयास नहीं कर रही है। कारली पुलिस एफआईआर तक नहीं लिख रही थी। बीजापुर एसपी से शिकायत के बाद रिपोर्ट दर्ज की गई पर इन युवतियों को ढूंढने का कोई प्रयास पुलिस ने नहीं किया है। 

स्टीलप्लांट के नाम पर भाजपा नेता जमीन खपाने में लगे : आपपार्टी के संकेत ठाकुर ने आरोप लगाया कि बस्तर में लग रहे स्टील प्लांट का फायदा भाजपा के कुछ आदिवासी नेता उठाने की तैयारी में है।

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