Monday, October 3, 2016

दो स्कूली छात्रों को मारने के बाद उनके शव को केमिकल ( कीड़े ) से नष्ट किया गया.

 छत्तीसगढ़ सरकार का क्रूरतम चेहरा बस्तर में ,
दो स्कूली छात्रों को मारने के बाद उनके शव को  केमिकल ( कीड़े ) से नष्ट किया गया.






** सोनी के काफी कहने के बाद बच्चे के चेहरे से कपड़े को हटाया गया तो वे हैरान रह गई कि दो दिन बाद ही उसके चेहरा ओर पूरा बदन कीड़ों से भरा था ,
पूरा शरीर कीड़ों से बिलबिला रहा था .इससे यह भी मालुम करना संभव नहीं था कि उसे कहां  और कितनी गोली लगीं है ,  उन्हें गोली लगी भी है या नहीं,
** हत्या के बाद शव के पोस्ट मार्टम मे शरीर को केमीकल और जिन्दा कीड़ों को डालने का काम वीयतनाम इजरायल और पूर्वी भारत मे किया जाता गया  है , इसी तरह हत्या करने के बाद शरीर को गला देने का काम नाजी यहूदियो के साथ करते रहे है .
** यह शव की गरिमा के खिलाफ और राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय कानून का जघन्य उलंघन है .
* जिन अधिकारियों के आदेश और निर्देश पर केमीकल  ( कीड़ों ) का उपयोग शव पर किया गया है उन सबके आपराधिक मुकदमा दर्ज किया जायें तब तक उन्हें बर्खास्त किया जावे .
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सामाजिक  कार्यकर्ता सोनी सोरी ने बताया कि पोटाकेबिन में पढने वाले छात्र सोनकूराम और सोनाडू राम को उनके रिश्तेदार के घर से उठाकर जंगल में उनकी हत्या सुरक्षा बलों द्वारा कर दी गई यह तो स्थापित सत्य है.
लेकिन हत्या के तीसरे दिन दोनों बच्चों के शव को परिवार को सोंपे गये ,ओर जब उन्हें दफनाया जाना लगा तब पुलिस के काफी व्यवधान के बाबजूद वे और बेला भाटिया वहाँ पहुंच गई ,तब परिवार के  लोगों ने बताया कि उनके शव कीड़ों से भरे  हुयें है और पूरा शरीर सफेद पड गया है,उसमें तीव्र बदबू आ रही है,जिसे देखना भी भयावह है ,इसलिए उन्होंने उनका चेहरा ढांक दिया है .
सोनी के काफी कहने के बाद बच्चे के चेहरे से कपड़े को हटाया गया तो वे हैरान रह गई कि दो दिन बाद ही उसके चेहरा ओर पूरा बदन कीड़ों से भरा था ,
पूरा शरीर कीड़ों से बिलबिला रहा था .इससे यह भी मालुम करना संभव नहीं था कि उसे कहां  और कितनी गोली लगीं है ,  उन्हें गोली लगी भी है या नहीं, पर हां उसका गला कटा हुआ दिख रहा था ,उनके गले पर काटे जाने के निशाना जरूर दिख रहे थे.
पूरा शरीर शरीर सफेद पड गया था और  कीड़ों से भरा था  और लगभग नष्ट कर दिया गया था.,
 ऐसा हमने किसी शव को पहली बार देखा था.
 हत्या के बाद शव के पोस्ट मार्टम मे शरीर को केमीकल और जिन्दा कीड़ों को डालने का काम वीयतनाम इजरायल और पूर्वी भारत मे किया जाता गया  है , इसी तरह हत्या करने के बाद शरीर को गला देने का काम नाजी यहूदियो के साथ करते रहे है .

यह बस्तर में इसलिए भी किया गया क्योंकि मडकाम हिडमें की हत्या और बलात्कार के बाद हाईकोर्ट ने कब्र से हिडमें का शव निकालकर पोस्टमार्टम का आदेश दिया था .
सुरक्षा बलों ने ऐसी किसी संभावना से बचने के लिये  गोली की जगह गला काटकर हत्या की ताकि गोली शव से न निकले ओर शव को कैमीकल युक्त जिन्दा कीड़े से भरने से शव को नष्ट करने से है ताकि पोस्टमार्टम में कुछ सिद्ध न हो सके॥
यह शव की गरिमा के खिलाफ और राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय कानून का जघन्य उलंघन है,
बस्तर में लगभग रोज फर्जी मुठभेड़ के नाम पर आदिवासियों की हत्या की मुहिम चलाई जा रही है .
आत्मसमर्पित नक्सलियों को हथियार देकर गांव में भेजकर लोगों को चुन चुन कर मारा जा रहा है ,पुलिस के आला अफसर सविर्स कंडेक्ट रूल के खिलाफ आचरण कर रहे है, स्थानीय आदिवासियों के खिलाफ संगठन ,रैली ,सभा और प्रदशर्न कर रहे है और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ,वकीलों ,पत्रकारों और सामाजिक,राजनैतिक संगठनों पर हमले करवा रहे है .

जिन अधिकारियों के आदेश और निर्देश पर केमीकल हथियार ( कीड़ों ) का उपयोग शव पर किया गया है उन सबके आपराधिक मुकदमा दर्ज किया जायें तब तक उन्हें बर्खास्त किया जावे .
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( सोनी सोरी से रायपुर में दिनांक 2 .10. 16 को हुई चर्चा के आधार पर नोट )





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