Tuesday, October 4, 2016

पुलिस 15 साल के बच्चे को 21 का सिद्ध करने पर तुली थी



पुलिस 15  साल के बच्चे को 21 का सिद्ध करने पर तुली थी

,दूसरे दिन अखबार में पढ़ा कि वह  15 साल का मंदबुद्धि बालक एक लाख का इनामी माओवादी  बन गया .
शुरुआत ही इतनी झूठी थी तो और न जाने क्या-क्या झूठ होगा इसमें।
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कल बीजापुर कोर्ट में थी,
तभी अचानक तीन लोगो को पुलिस कोर्ट में लेकर आई तीनो को बाहर बैठा दिया था मैं भी इन्ही तीनो के बगल में बैठी थी।
इनमे से बीच वाला सेमला बोज्जा  है,जिसको आप देख कर ही बता सकते है कि क्या उम्र होगी।
बोज्जा खुद मेरे सामने एक कांस्टेबल के पूछे जाने पर वताया कि उसकी उम्रब15 साल है जो कि देख कर ही लग रहा था,
लेकिन पुलिस उसको बार बार बोल रही थी कि 21 है तेरी उम्र.
आखिरी में मेरे से बर्दाश्त नही हुआ।
मैंने खुद वही पुलिस को टोका कि यदि वो खुद बता रहा है कि उसकी उम्र 15 है तो आप क्यों उसको बोल रहे है कि 21 बोले,
पुलिस वाला बोला,मैडम इसकी शादी होने वाली थी मैंने बोला हा तो?? क्या गाव में शादी कम उम्र में नही होती??
फिर बोला कि अरे इसकी तबियत ख़राब है इसलिए ये ऐसे दिख रहा है..
मैंने बोला सर 60 साल का बुजुर्ग बीमार हो जाने पर 21 साल का नही दिखता।
कोई भी इसको देख के बोल देगा कि ज्यादा से ज्यादा इसकी उम्र 16 या 17 होगी।
फिर पुलिस वाले ने बोला कि इसका आधार नही है ये अनपढ़ है इनको क्या पता कि इनकी उम्र क्या होगी।मैंने कहा कि अनपढ़ पहले सभी होते थे आज सब पढ़ रहे है लकिन सुबह के कितने बजे है ये बात वो धूप और छाव से ही बता देते थे।
तो क्या कोई अनपढ़ है और उसका आधार कार्ड नही तो वो जो  उम्र बताएगा आप वो नही बल्कि खुद से सब निर्धारित कर देंगे और उसको मानना पड़ेगा?
पुुलिस वाले बहस कर देना ही जैसे मैं नक्सली हो गयी थी।
सब के सब मुझे घूर रहे थे कि आखिर ये है कौन?
मैंने अपनी साथी rinchin जो कि खुद भी सामाजिक कार्यकर्त्ता है,उनको पूरी बात बताई और फिर हम दोनों पकडे गए लोगों से बात की और बच्चे के बारे में जानकारी लेना चाहा तभी पीछे से एक पुलिस वाला आया और हमारे बारे में पूछना शुरू कर दिया।
आप कौन ? कहा से है? क्या करते है? हमने बोला कि हम महिला संगठन से है और अधिवक्ता है पीद्दगुलूर के मामले में महिलाओ के बयान कराने आये है।चूँकि इनमे से एक बच्चा भी है इसलिए हम जानना चाहते थे।
हालांकि इतनी बात हो चुकी थी कि उसने कुछ फिर से ज्यादा नही बोला।
मामला क्या है ये नही पता था लेकिन जैसे बाकी सब बात कर रहे थे उससे ही पता चल गया था कि नक्सली मामले में लाये है।
इत्तफाक से कुछ कोत्तगुडा गांव के ही लोग मिल गए जहा से उक्त लोगो को उठाया गया था।
गाव वालो ने वताया कि बच्चा मुश्किल से 16 साल का ही है और मंदबुद्धि बालक है जो ज्यादा बात भी नही करता है।
  कल काफी देर हो जाने की वजह से नही लिख पाई थी .
लेकिन सुबह जैसे ही पेपर पढ़ा तो देखा 1 लाख का इनामी माओवादी बताया गया है इन्हें,
खुद को लिखने से रोक नही पाई,
अब सोच सकते है कि शुरुआत ही इतनी झूठी थी तो और न जाने क्या-क्या झूठ होगा इसमें।
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प्रियंका , अधिवक्ता 

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