Wednesday, October 5, 2016

पुलिस ने फेक्ट फाइंडिंग टीम ,सोनी सोरेन और अन्य साथियों को आगे जाने ही नहीं दिया.


पुलिस ने  फेक्ट फाइंडिंग टीम ,सोनी सोरेन  और अन्य साथियों को आगे जाने ही नहीं दिया.







गाडी जप्त कर ली ,दूसरी गाडी को भगा दिये और दिनभर की मशक्कत के बाद वापस आना पडा पूरे दल को.
* महिला के साथ अनाचार और सरेण्डर की जांच के लिये जा रहा था दल .
* अभी अभी मालुम हुआ कि ड्राइवर और गाड़ी को वापस भेज दिया है यह कह कर कि भविष्य में इस तरह के लोगों को लेकर न आये.
* घटना स्थल से प्रियंका की रिपोर्ट.
***


आज सुबह सोनी सोरी के साथ हम कुछ साथियो की एक फैक्ट फाइंडिंग टीम सुकमा के कोंटा गये थे.
 जहाँ महिला के साथ हुए अनाचार की घटना सामने आई थी व एक साथ इतने नक्सली सरेंडर की बात आई .
जिसमे सुनने में आया कि गाव वालो के पास एक भी बन्दूक नही थी यहाँ तक की लाठी भी नही थी,लेकिन सुबह पेपर में देखा कि इतनी बंदूके भी है आखिर कहा से आई उनके पास बंदूके बाद में।
इसीलिए फैक्ट फाइंडिंग टीम निकली थी।
 आगे लगभग 18 से 20 km आगे थाना आया जहा हमसे हमारे बारे में सारी जानकारी ली गयी और गाडी का पेपर माँगा गया।
ड्राईवर ने गाडी का रजिस्ट्रेशन पेपर और इन्सुरेंस का पेपर दिखाया।पुलिस वाले ने बोला लाइसेंस नही है इसमें,ड्राईवर ने बोला कि लाइसेंस नही है यहाँ,एक अन्य थाने में ले रक्खा है।
पुलिस वाले ने पूछा कि तेरा मालिक इसको किस पर्पस के लिए चलवाता है? उसके पास कमर्शियल पास है ?? ड्राईवर ने कहा साहब मुझे इसकी जानकारी नही है,
मैं तो बस गाडी चलाता हूँ।
पुलिस वाले ने उससे बड़े तुर्रा के बोला कि गाडी चलाता है तुमको इतना भी नही मालूम?
 सोनी सोरी ने बोला कि उसको मत कुछ करो उसकी क्या गलती,वो तो अपनी रोजी-रोटी के लिए गाडी चलाता है।
 हमने काफी प्रयास किया कि ड्राईवर जो कि लगभग 20 वर्ष का होगा,उसको पुलिस छोड़ दे लेकिन उन्होंने ड्राईवर को और गाडी दोनों को थाने के अंदर कर दिया और हमे आगे जाने से रोक दिया।

वापस लौटने का हमारे पास अब कोई साधन नही था।तभी एक गाडी मुश्किल से दिखी तो गाडी को हाथ दिखा के रोका,गाडी वाले ने हमको गीदम छोड़ने के लिए हामी भर दी।
तभी जैसे ही थोड़ी दूर से मैंने हाथ साथी रिंचिन को हाथ दिखाया कि गाडी जाने को तैयार है तो उतने में एक अन्य पुलिस वाले ने उसके पास जाकर ना जाने क्या मन्त्र फूक दिया धीरे से कि वो गाडी लेकर भाग गया।
हमने बोला कि आपने क्यों भगा दिया उसको?? तो उसने बोला नही मैं तो बस उससे बात कर रहा था।

 तभी वही करीब बैठे एक अन्य ड्राईवर ने  कह कि कहाँ चलिए मैं छोड़ दूंगा आप लोगो को,
जैसे सोनी सोरी और हम सब साथी गाड़ी में बैठे तो एक पुलिस वाला नजदीक आया और बोला कि आप लोगो का फ़ोटो ले लूँ ताकि कोई दिक्कत होगी तो आप सबका फ़ोटो दिखा सकूँ कि कौन आया था साथ में,
मैंने भी अपने फ़ोन का कैमरा ऑन किया और बोला कि सर जी मैं भी आपकी फ़ोटो ले लूँ,ताकि हमको भी कोई दिक्कत हुआ तो आपकी फ़ोटो दिखा सकूँ।
भाई साहब ने अपने चेहरे के आगे से अपना फ़ोन ही नही हटाया जब कि 2 मिनट तक गाडी रुकी रही,तभी वो ड्राईवर को आदेश देने लगा कि चल गाडी आगे बढ़ा,मैंने तब भी कैमरा अपना ऑन रक्खा तभी गाडी आगे बढ़ गयी।
हमको वापस आना पड़ गया और पूरा दिन खराब हो गया।
अभी अभी मालुम हुआ कि ड्राइवर और गाड़ी को वापस भेज दिया है यह कह कर कि भविष्य में इस तरह के लोगों को लेकर न आये.
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प्रियंका एडवोकेट 

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