प्रेस विज्ञप्ति
दिनांक 24 अक्टूबर 2016
बस्तर के विभिन्न जिला मुख्यालयों में सुरक्षा बलों के द्वारा पार्टी की आदिवासी नेत्री सोनी सोढ़ी और अन्य समाजसेवियों के पुतला दहन को भाजपा की सस्ती राजनीति का प्रतीक.
आम आदमी पार्टी छत्तीसगढ़
**
सुरक्षा बलों के द्वारा पुतला दहन सस्ती राजनीति का प्रतीक है। नक्सल उन्मूलन के नाम पर आदिवासी दमन को अब रोकना ही होगा ।
आम आदमी पार्टी ने बस्तर के विभिन्न जिला मुख्यालयों में सुरक्षा बलों के द्वारा पार्टी की आदिवासी नेत्री सोनी सोढ़ी और अन्य समाजसेवियों के पुतला दहन को भाजपा की सस्ती राजनीति का प्रतीक बताया है। पार्टी के प्रदेश सचिव नागेश बंछोर ने कहा कि एक सरकारी सुरक्षा एजेंसी के द्वारा पुतला दहन कार्यक्रम राजनीतिक लाभ के लिए प्रदेश सरकार के इशारे पर किया गया है। ऐसी सस्ती राजनीति से ही देश को बचाने की आवश्यकता है। माननीय सुप्रीम कोर्ट में CBI द्वारा दिये गए हलफनामे के बाद सरकार आदिवासियों के हित में निर्णय ना लेकर जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश में लग गई है। हांलाकि इस घटना से वे सभी ताक़तें, जो आदिवासी हितों की रक्षा के कृतसंकल्प हैं, और भी मजबूत होकर उभर रही हैं। आम आदमी पार्टी ना तो इन ओछी घटनाओं से विचलित होगी, ना ही रमन सरकार की किसी कोशिश के कारण अपने रास्ते से भटकेगी। अब तो आदिवासी न्याय की लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक बस्तर का आदिवासी खुलकर अपनी आजादी को महसूस ना कर ले।
पार्टी ने रमन सरकार से कहा है कि बेहतर होता CBI के हलफनामे के बाद, जिसमें साफ-साफ बस्तर आई जी कल्लूरी को तड़मेटला पुलिस कार्यवाही के लिए जिम्मेदार ठहराया है, के बाद कल्लूरी पर कार्यवाही कर आदिवासी समाज को राहत देती। जब देश की सर्वोच्च जांच एजेंसी CBI हलफनामे के साथ अपनी जांच रिपोर्ट माननीय सर्वोच्च न्यायालय को सौंप रही है तो आम आदमी पार्ट प्रदेश की रमन सरकार से जानना चाहती है कि सरकार इस रिपोर्ट को सही मानती है, या नकारती है ?
बेहतर होता कि जिन निर्दोष आदिवासियों के घरों को सरकारी सुरक्षा एजेंसी की कार्यवाही के दौरान जलाया गया था, उन पीड़ितों को सरकार राहत देती। अगर उनका वयवस्थापन सरकार द्वारा किया जाता, और उनके घावों पर मरहम लगाया जाता, तो उन आदिवासी परिवारों की आस्था लोकतन्त्र में स्थापित होती। सरकार तो उल्टे बचाव में लग गई है, और सरकारी एजेंसियों का उपयोग कर रही है। इस पूरे मामले में जिस प्रकार आई जी कल्लूरी ने खुद को बचाने को लिए झूठी कहानियाँ गढ़ी हैं, यह समझ में आता है प्रदेश के मुखिया रमन सिंह भी अब कल्लूरी को नियंत्रित नहीं कर पा रहे है। आम आदमी पार्टी पहले ही बस्तर के अधिकारियों के बेलगाम होने की बात उठा चुकी है। अब खुद रमन सिंह ने इस बात पर मुहर लगा दी है।
आम आदमी पार्टी इस समय पर सच्चाई के साथ खड़ी है। ना तो उसे कोई पुतला दहन डिगा सकता है, और ना ही प्रदेश सरकार की कोई दमनकारी नीति उसे हिला सकती है। यह लड़ाई अब जनता के दरबार में लड़ी जाएगी, और रमन सिंह को जनता का सामना करने के लिए अब तैयार हो जाना चाहिए।
मीडिया टीम
आम आदमी पार्टी (छ्ग)
9893008248
दिनांक 24 अक्टूबर 2016
बस्तर के विभिन्न जिला मुख्यालयों में सुरक्षा बलों के द्वारा पार्टी की आदिवासी नेत्री सोनी सोढ़ी और अन्य समाजसेवियों के पुतला दहन को भाजपा की सस्ती राजनीति का प्रतीक.
आम आदमी पार्टी छत्तीसगढ़
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सुरक्षा बलों के द्वारा पुतला दहन सस्ती राजनीति का प्रतीक है। नक्सल उन्मूलन के नाम पर आदिवासी दमन को अब रोकना ही होगा ।
आम आदमी पार्टी ने बस्तर के विभिन्न जिला मुख्यालयों में सुरक्षा बलों के द्वारा पार्टी की आदिवासी नेत्री सोनी सोढ़ी और अन्य समाजसेवियों के पुतला दहन को भाजपा की सस्ती राजनीति का प्रतीक बताया है। पार्टी के प्रदेश सचिव नागेश बंछोर ने कहा कि एक सरकारी सुरक्षा एजेंसी के द्वारा पुतला दहन कार्यक्रम राजनीतिक लाभ के लिए प्रदेश सरकार के इशारे पर किया गया है। ऐसी सस्ती राजनीति से ही देश को बचाने की आवश्यकता है। माननीय सुप्रीम कोर्ट में CBI द्वारा दिये गए हलफनामे के बाद सरकार आदिवासियों के हित में निर्णय ना लेकर जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश में लग गई है। हांलाकि इस घटना से वे सभी ताक़तें, जो आदिवासी हितों की रक्षा के कृतसंकल्प हैं, और भी मजबूत होकर उभर रही हैं। आम आदमी पार्टी ना तो इन ओछी घटनाओं से विचलित होगी, ना ही रमन सरकार की किसी कोशिश के कारण अपने रास्ते से भटकेगी। अब तो आदिवासी न्याय की लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक बस्तर का आदिवासी खुलकर अपनी आजादी को महसूस ना कर ले।
पार्टी ने रमन सरकार से कहा है कि बेहतर होता CBI के हलफनामे के बाद, जिसमें साफ-साफ बस्तर आई जी कल्लूरी को तड़मेटला पुलिस कार्यवाही के लिए जिम्मेदार ठहराया है, के बाद कल्लूरी पर कार्यवाही कर आदिवासी समाज को राहत देती। जब देश की सर्वोच्च जांच एजेंसी CBI हलफनामे के साथ अपनी जांच रिपोर्ट माननीय सर्वोच्च न्यायालय को सौंप रही है तो आम आदमी पार्ट प्रदेश की रमन सरकार से जानना चाहती है कि सरकार इस रिपोर्ट को सही मानती है, या नकारती है ?
बेहतर होता कि जिन निर्दोष आदिवासियों के घरों को सरकारी सुरक्षा एजेंसी की कार्यवाही के दौरान जलाया गया था, उन पीड़ितों को सरकार राहत देती। अगर उनका वयवस्थापन सरकार द्वारा किया जाता, और उनके घावों पर मरहम लगाया जाता, तो उन आदिवासी परिवारों की आस्था लोकतन्त्र में स्थापित होती। सरकार तो उल्टे बचाव में लग गई है, और सरकारी एजेंसियों का उपयोग कर रही है। इस पूरे मामले में जिस प्रकार आई जी कल्लूरी ने खुद को बचाने को लिए झूठी कहानियाँ गढ़ी हैं, यह समझ में आता है प्रदेश के मुखिया रमन सिंह भी अब कल्लूरी को नियंत्रित नहीं कर पा रहे है। आम आदमी पार्टी पहले ही बस्तर के अधिकारियों के बेलगाम होने की बात उठा चुकी है। अब खुद रमन सिंह ने इस बात पर मुहर लगा दी है।
आम आदमी पार्टी इस समय पर सच्चाई के साथ खड़ी है। ना तो उसे कोई पुतला दहन डिगा सकता है, और ना ही प्रदेश सरकार की कोई दमनकारी नीति उसे हिला सकती है। यह लड़ाई अब जनता के दरबार में लड़ी जाएगी, और रमन सिंह को जनता का सामना करने के लिए अब तैयार हो जाना चाहिए।
मीडिया टीम
आम आदमी पार्टी (छ्ग)
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