Thursday, April 13, 2017

तमनार "रायगढ़ " में विशाल प्रतिरोध मार्च .








तमनार "रायगढ़ " में विशाल प्रतिरोध मार्च .
गारे सेक्टर 2 महाराष्ट्र मिनरल एंड पावर जेनरेशन को आवंटित करने के खिलाफ 14 गाँव के लोगों ने आज तमनार तहसील कार्यालय में  किया विशाल प्रदर्शन .
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 बडी संख्या में ग्रामीणों के अलावा सरपंच संघ के  सभी सरपंचों  और सचिव संघ ने भी अपना विरोध दर्ज किया है ,
अभी पिछले सप्ताह एसडीएम ने एक सर्कुलर जारी किया गया कि सभी ग्रामसभा परियोजना की सहमति का प्रस्ताव पास करके शीघ्र जमा करें , यह आदेश ग्रामसभा के अधिकार के खिलाफ है ,वनाधिकार कानपुर और पेसा कानून के अनुसार ग्रामसभा को कोई आदेश नही दे सकता और यह ग्रामसभा के सदस्य ही तय करेंगे कि वे सहमति दे या विरोध करें।
कमाल यह भी है कि एसडीएम ने पत्र  के साथ ग्राम सभा द्वारा पास  करने के लिउए सहमति का एक प्रारूप भी भेजा था मानो एसडीएम परियोजना के कर्मचारी बन गये है.
 यह पत्र गैरकानूनी और भ्रमित करने वाला था
ग्रामीणों और सरपंच संघ ने भी  इस पत्र के खिलाफ आपत्ति भी दर्ज की
 एसडीएम के पत्र में लिखा गया था कि वनाधिकार कानून के तहत कंपनी के पक्ष मे प्रस्ताव दिया जायें।
सरपंच संघ और सचिव संघ ने कहा  कि यह क्षेत्र पांचवी अनुसूची के तहत आता है जहाँ पेसा कानून लागू होता है साथ ही वनाधिकार कानून के अन्तर्गत बिना ग्राम सभा की सहमती के कोई परियोजना शुरू नही की जा सकती ,इसका निर्णय के लिये कोई अधिकारी आदेशित नही कर सकता।
प्रदर्शन और सभा के बाद कलेक्टर के नाम ज्ञापन तहसीलदार को सोंपा गया जिसमें लिखा गया है कि
ग्राम सभा ने अपने ग्राम में अतिरिक्त भूमि चारागाह ,शमशान ,निस्तार ,स्कूल और
 खेलमैदान ,जलाशय और युवा कल्याण के लिये सुरक्षित रखी है ,इस जमींन को किसी परियोजना के लिये देना संभव नही हैं .
आसपास के गाँवो में भारी रोष है वे किसी भी कीमत पर परियोजना के पक्ष में नहीं हैं ग्रामीण इसके खिलाफ लम्बी  लड़ाई के लिए तैयार है।
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Today 14 villages of Tamnar tehsil took out a rally against the gare sector 2 which has been allotted to Maharashtra minerals and power generation ( mahagenco) apart from asserting that they oppose the mine they also protested against a recent circular that was given to all the affected 14 villages asking the sarpanches and sachivs to hold gram sabhas and give consent under the forest rights act for the diversion of forest land for the said company. The circular was taken out by the sdm with an attached format that speaks only if Consent. The whole circular Is quite misleading .  Today a day before ambedkat jayanti the people from 14  villages as well as the sarpanches and sachivs Sangh asserted their right under fra and PESA that the right to consent and dissent against any new project in the area lies with the gram sabhas and that no pressure should be put on them to consent. They also registered their protest against the proposed project.
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