Sunday, February 22, 2015

कामरेड पानसरे की जघन्य हत्या और उनकी पत्नी पर भी घातक हमले लोकतंत्र पर फासीवाद के कसते शिकंजे का अंजाम

 कामरेड पानसरे की जघन्य हत्या और उनकी पत्नी पर भी घातक हमले
लोकतंत्र पर फासीवाद के कसते शिकंजे का अंजाम

(छत्तीसगढ़ के जन-संगठनों और प्रगतीशील शक्तियों द्वारा कड़ी निंदा और एकजुटता के बयान)

रायपुर, २२ फरवरी, २०१५


भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के महाराष्ट्र के सचिव, कॉम. गोविन्द पानसरे की जघन्य हत्या और उनकी पत्नी पर भी घातक हमले की कड़ी निंदा करते हुए छत्तीसगढ़ के जन-संगठनों और प्रगतीशील शक्तियों ने उसे लोकतंत्र पर फासीवाद के कसते शिकंजे का अंजाम करार दिया है, और सभी धर्मनिरपेक्ष और जनतांत्रिक शक्तियों को एकजुट होकर उससे मुकाबले के लिए साझा रणनीति और कार्यक्रम बनाने के लिए आव्हान किया है. कॉम. पानसरे जी की पत्नी और उनकी पार्टी के साथियों के साथ एकजुटता दर्शाते हुए छत्तीसगढ़ के जन-संगठनों और प्रगतीशील शक्तियों ने शोक व्यक्त किया है, और भारत के राष्ट्रपति और महाराष्ट्र सरकार से मांग की है कि कॉम. पानसरे जी के हत्यारों और उनकी पत्नी के हमलावरों को जल्द-से-जल्द गिरफ्तार कर न्याय दिलाया जाये.

छत्तीसगढ़ के तमाम जन संगठनों की ओर से एक बयान जारी कर कॉम. चित्तरंजन बक्शी, कॉम. जनक लाल ठाकुर, कॉम. नन्द कुमार कश्यप, डॉ. लाखन सिंह, कॉम. सी. एल. पटेल और राजेन्द्र सायल ने बताया कि कट्टरपंथी धार्मिक उन्माद, अधिनायकवाद, और भूमंडीकरण के कॉर्पोरेट एजेंडा की खिलाफत और भारत के संविधान में दिए गए मौलिक सिद्दांतो (धर्मनिरपेक्षता, जनतंत्र, समाजवाद) के पक्ष में संघर्ष करने वालों पर इस प्रकार के हमले वर्तमान राजनैतिक परिवेश मे और तेज़ होने हैं, क्योंकि राज्य सत्ता पर फासीवादी तत्वों और कॉर्पोरेट जगत का शिकंजा कसता जा रहा है. इसके खिलाफ हमें लामबंध होने की ज़रुरत है. कॉम. पानसरे जी एक स्वस्थ मार्क्सवादी विचारधारा के आधार पर समाज के वंचित तबके पक्ष में अदालत और सड़क पर संघर्ष करने के लिए जाने-पहचाने जाते थे, ख़ास कर मजदूरों, घरेलु कामगारों, फेरीवाले हव्केर्स, महिलाओं और किसानों के बुनियादी अधिकारों और न्याय के लिए.

इसलिए ज़रूरी है कि सभी जनवादी और प्रगतीशील संगठन व् व्यक्ति एकजुट होकर धार्मिक उन्माद, जातिवाद, मजदूर विरोधी, कायरता, हिंसा, गैर-बराबरी के खिलाफ न केवल आवाज़ बुलंद करें, लेकिन एक साझा संघर्ष करें ताकि महाराष्ट्र में कॉम. गोविन्द पानसरे जी, नरेन्द्र दाभोलकर, और गुजरात में मोहसिन खान जैसे सेक्युलर-जनतंत्र प्रेमी संघरशील व्यक्तियों को अब और न जान गवानी पड़े.

छत्तीसगढ़ के जन-संगठनों और प्रगतीशील शक्तियों ने इस जघन्य हत्या और घातक हमले की उच्च स्तरीय स्वतंत्र जांच के लिए महामहिम राष्ट्रपति महोदय से अपील की है, और ऐसी घटना की पुन:वृति न हो इसके लिए कानून-व्यवस्था बनाये रखने में कोताही बरतने वाले पुलिस अफसरों और राजनेताओं पर सीधी कानूनी और प्राशनिक कार्यवाही करें.

जिन जन-संगठनों ने इस अपील पर हस्ताक्षर किये हैं उनमें मुख्य रूप से शामिल हैं:


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 चित्तरंजन बक्शी                 जनक लाल ठाकुर                       सी.एल. पटेल
(94252-02641)                            (94241-07557)                                             (98266-41016)

डा,लाखन सिंह                     कॉम. नन्द कुमार कश्यप      राजेंद्र सायल
                                  (94062-13116)                           (98268-04519==============================================================
संपर्क पता: शशि कृषि फार्म, गाँव और पोस्ट तुमगांव, जिला – महासमुंद, पिन-कोड: 493-445, छत्तीसगढ़
इ-मेल: <rajendrasail@gmail.com>

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