कोयलीबेड़ा में भी फर्जी मुठभेड़ में आदिवासी की हत्या
बस्तर में फर्जी मुठभेड़ में आदिवासियों की हत्याओं के नित नए आरोप बस्तर रेंज के पुलिस अफसरों पर लग रहे हैं । जिन्हें छत्तीसगढ़ भाजपा सरकार से अभयदान मिला हुआ है । छत्तीसगढ़ सरकार के बस्तर रेंज आईजी शिव राम प्रसाद कल्लूरी पर लगे तमाम आरोप बताते हैं कि इनका फर्जी मुठभेड़ों से चोली-दामन का साथ रहा हैं । लगातार सामने आ रहे फर्जी मुठभेड़ के मामलों में नया मामला कोयलीबेड़ा अंचल से सामने आया है । एक महिला आरोप लगाते हुए कह रही है कि…
मेरे पति 10 नवम्बर 2016 को रस्सी (जंगली) लेने जंगल गए हुए थे। शाम को वे घर नहीं लौटे, पुलिस वालो ने उन्हें मार डाला । वे तीन वर्षो से कोयलीबेडा डूटा समिति में तेंदूपत्ता फंड मुंशी का काम कर रहे थे। इस बात के सबूत भी है। मेरे पति की हत्या के बाद शव को पुलिस ने दो दिन बाद वापस किया। उनका आधार कार्ड और परिवार का राशन कार्ड भी है । वे किसी भी प्रकार की नक्सली गतिविधियों में शामिल नहीं रहते थे। पुलिस द्वारा मेरे पति को नक्सली बता कर मार दिया गया हमें न्याय दिलाइये ।
यह न्याय की गुहार कोयलीबेड़ा ब्लाक के केसेकोड़ी पंचायत अंतर्ग्रत ग्राम गट्टाराल से सावित्री कवाची लगा रही है । उसके पति शोभा राम कवाची को 11 नवम्बर को बीएसएफ ने ग्राम गोमे के पास मुठभेड़ में मार गिराने का दावा किया था। पुलिस अधिकारियों के अनुसार शोभा राम कवाची पानीडोबीर एलओएस सदस्य था। जिसे मुठभेड़ में गोली बारी के दौरान मारा गया। शोभा राम कवाची की पत्नी सावित्री कवाची पुलिस पर आरोप लगा रही है कि पुलिस ने फर्जी मुठभेड़ कर उसके पति को नक्सली बता के मार दिया। वह जंगल में रस्सी लेने गया हुआ था, जहाँ पुलिस ने उसे गोली मार दी ।
सवित्री ने पति को न्याय दिलाने की गुहार लगाते हुए कोयलीबेड़ा के समस्त सरपंच प्रतिनिधि, जनपद प्रतिनिधि, एवं जिला पंचायत सदस्य को पत्र लिख कर न्याय की मांग की है।
कल्लूरी ने कथित मुठभेड़ में मारने पर दिया था ईनाम
मिली जानकारी के अनुसार बस्तर आई शिव राम प्रसाद कल्लूरी ने शोभा राम कवाची को कथित मुठभेड़ जिसे उसकी पत्नी ने फर्जी करार दिया है में मारने पर जवानों को पुरस्कृत किया था। शोभा राम कवाची की पत्नी सवित्री ने अपने पति को किसी भी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप को ख़ारिज करते हुए पुलिस पर हत्या का आरोप लगाते न्याय की गुहार लगाई है।
तेंदूपत्ता फड़ मुंशी के कार्य करने का भी है रिकॉर्ड
जानकारी के अनुसार शोभा राम कवाची का फड मुंशी में काम करने का रिकॉर्ड है, वह ग्रामीण तेंदुपत्ता संग्रहणकर्ता था। जिसे पुलिस नक्सली बताकर कथित मुठभेड़ में मार दिया गया। सवाल तो उठेगा ही कि जब वह एक तेंदुपत्ता संग्रहणकर्ता (फड़ मुंशी) था तो नक्सली गतिविधियों में कैसे शामिल हो सकता है ?
कल कोयलीबेडा के 17 पंचायतों की रैली
सवित्री के पंचायत प्रतिनिधियों को पत्र लिखने के बाद, सभी प्रतिनिधियों ने घटना स्थल जहाँ बीएसएफ ने शोभा राम कवाची को मारा था। वहाँ जाकर वस्तुस्थिति पता लगाया। सवित्री ने जन प्रतिनिधियों को सारे रिकॉर्ड दिखाए। जिसके बाद कल 17 पंचायतों के प्रतिनिधि और ग्रामीण फर्जी मुठभेड़ो और अन्य समस्याओं को लेकर कांकेर कलेक्टर के नाम कोयलीबेड़ा तहसीलदार को ज्ञापन सौपेंगे। इस क्षेत्र के सारे जान प्रतिनिधि कथित नक्सली बताकर मुठभेड़ में मारे गए शोभा राम की न्याय की गुहार लगायेंगे ।
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