नसबंदी केस: चैती बाई के परिजनों ने किया चेक वापस, अंतिम संस्कार से इनकार
Sterilization case - family members denied for cremation
11/13/2014 12:30:09 PM
पेंड्रा। बिलासपुर के सकरी के बाद पेंड्रा के धनोली में नसबंदी में लापरवाही की शिकार हुई बैगा महिला चैती बाई के मौत के बाद परिजनों ने शासन के 2 लाख रुपए के मुआवजे का चेक वापस कर दिया है। पीडि़ता के परिजन शासन से 10 लाख रुपए मुआवजा की मांग कर रहे हैं। बैगाओं का ऑपरेशन करने वालों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराने की मांग कर रहे हैं।
परिजनों ने चैती बाई का अंतिम संस्कार करने से भी इनकार कर दिया है। धनोली गांव आज छावनी में तब्दील हो गया है। चैती बाई के मौत से आक्रोशित लोगों ने मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ अंतरराज्यीय मार्ग पर धनोली गांव में चक्काजाम कर दिया है। चैती बाई के दोनों मासूस बच्चे भी चक्काजाम में शामिल है। गौरतलब है कि बैगा जनजाति संरक्षित जनजाति है, जिनका नसबंदी करना या करवाना गैरकानूनी है। मौके पर पूरे प्रशासनिक अधिकारी मौजूद हैं।
18 बैगा महिलाओं की नसबंदी
पेंड्रा के नसबंदी केस में एक नया खुलासा हुआ है। बताया जा रहा है कि धनोली गांव की 18 बैगा महिलाओं को डरा-धमकाकर नसबंदी करवाया गया है। अधिकारी जांच के बाद कार्यवाही करने का भरोसा दे रहे हैं।
परिजनों ने चैती बाई का अंतिम संस्कार करने से भी इनकार कर दिया है। धनोली गांव आज छावनी में तब्दील हो गया है। चैती बाई के मौत से आक्रोशित लोगों ने मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ अंतरराज्यीय मार्ग पर धनोली गांव में चक्काजाम कर दिया है। चैती बाई के दोनों मासूस बच्चे भी चक्काजाम में शामिल है। गौरतलब है कि बैगा जनजाति संरक्षित जनजाति है, जिनका नसबंदी करना या करवाना गैरकानूनी है। मौके पर पूरे प्रशासनिक अधिकारी मौजूद हैं।
18 बैगा महिलाओं की नसबंदी
पेंड्रा के नसबंदी केस में एक नया खुलासा हुआ है। बताया जा रहा है कि धनोली गांव की 18 बैगा महिलाओं को डरा-धमकाकर नसबंदी करवाया गया है। अधिकारी जांच के बाद कार्यवाही करने का भरोसा दे रहे हैं।
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