Thursday, June 1, 2017

वर्षा डोंगरे के खिलाफ एक बार कार्यवाही की फिर तयारी ,उन्होंने पिछले दिनों अपने फेसबुक पर यह लिखा था

वर्षा डोंगरे के खिलाफ एक बार कार्यवाही की फिर तयारी ,उन्होंने पिछले दिनों अपने फेसबुक पर यह लिखा था




ऐसा लगता है कि एक लोक सेवक जनता नहीं बल्कि सरकार का सेवक है । जबकि सरकार स्वयं जनता का सेवक है । इस तरह हम सबकी मालिक आम जनता है ।
सरकार ने हमें यह जमीन नहीं दी है बल्कि यह जमीन इस देश में जन्म लेने वाले प्रत्येक नागरिक को स्वतः ही प्राप्त हो जाती है ।
गलत नितियाँ...जिससे आम जनता का अहित होता हो...के विरूद्ध बोलने की स्वतंत्रता देश के सभी नागरिकों का संवैधानिक मौलिक अधिकार है ।
लोक सेवक को पारिश्रमिक, जनता के टैक्सो द्वारा जमा किए गए पूंजी से प्राप्त होता है ना कि कोई शासन अपने स्वयं के जेब से देती है । इसलिए लोक सेवक की जवाबदेही और जिम्मेदारी जनता व शासन दोनों के प्रति होती है । शासन की नीतियों का पालन करने के साथ ही लोक सेवक का कार्य जनता के संवैधानिक संरक्षण सुनिश्चत करना भी है ।
हम अन्याय विरोधी हैं..सरकार विरोधी नहीं...
जय संविधान...जय भारत...

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