Thursday, January 7, 2016

माओवादी के नाम से दो और आदिवासी नौजवान की हत्या ,घर वालो का आरोप के मेरा बेटा नक्सली नहीं था।

माओवादी के नाम से दो   और आदिवासी नौजवान की हत्या ,घर  वालो का आरोप के मेरा बेटा नक्सली नहीं था। 



आम जीवन जीने वाले दो आदिवासी युवको को इनामी माओवादी बताते हुए पुलिस ने मंगलवार को मार डाला ,वाही एक को गिरफ्तर कर लिया।
पुलिस ने  इन्हे मुठभेड़ में मारे जाने की बात कही है , मारे गए में से एक युवक अपनी बीमार पत्नी की दवाई लेने और घरु सामान लेने बाजार गया था , जब की गिरफ्तार युवक मुर्गा लड़ाई देखने बाजार गया था। दोनों  नोजवानो के परिजनों जब शव लेने पहुंचे तब उन्होंने यह सब मिडिया को बताया ,अपनों के शव लेने उनके परिजन बुधवार की सुबह  कोंडागांव थाने पहुंचे।
मारे  गए जती राम उर्फ़ जीतराम और कुधुर हलधर उर्फ़ माद्दा बलदेव मुरिया जिन्हे पुलिस नक्सली कमाण्डर  बता रही है ,दोनों बेडमा  तुमड़ीवाल मर्दापाल के निवासी है। परिजनों ने मीडिया  को बताया की पुलिस के साथ किसी प्रकार की मुठभेड़ नहीं हुई ,उनके पुत्र सोमवार को बाजार के लिए निकले थे ,उन्हें पुलिस ने गोली मार के ह्त्या कर  दी ,
पुलिस ने कहा है की दोनों को मुठभेड़ में मार गिराया है और एक को गिरफ्तार किया गया है , मृतकों के परिजनों के साथ गिरफ्तार जय सिंह का पिता सन्तु  भी थाने पंहुचा , सन्तु ने बताया की सोमवार को तीनो लग मुर्गा  बाजार देखने के लिए गए थे तो पुलिस बहुत से और लड़को को भी पकड़ के ले गई थी  जिसमे तीनो को रख के बैंको को छोड़  दिए था। जिनमे दो को मार दिया और जय सिंह को गिरफ्तार कर लिया हैं।

जीतराम के पिता रो रो के बताते है की जीत राम सर्दियों में अपनी खेती करता है और बांकी समय बोर मशीन में जाके बहार काम करने जाता है ,इन दिनों उसकी पत्नी की बीमारी के कारन उसके लिया दवाई लेने बाजार गया था ,जब की पुलिस उसे पांच लाख का इनामी बता रही है।
कोंडागांव के पुलिस एसपी ने मिडिया को बताया की वे अभी कही दौरे  पे थे मुझे केस मालूम नहीं है ,पता करके कुछ  बता पाउँगा।

[ पत्रिका दिनाक 8 जनवरी के अनुसार ]



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