आज के दिन भारत के संविधान का प्रिएम्बल जरूर पढ़ लें , क्या हमारी सरकार सम्पूर्ण प्रभूतासंपन्न समाजवादी पंथनिर्पेक्ष लोकतान्त्रिक गणराज्य के आसपास भी ठहरती हैं ,
हम भारत के लोग ,भारत को एक
[ सम्पूर्ण प्रभूतासंपन्न समाजवादी पंथनिर्पेक्ष लोकतान्त्रिक गणराज्य ]
बनाने के लिए ,तथा उसके समस्त नागरिको को
सामाजिक आर्थिक और राजनैतिक न्याय ,
विचार, अभिव्यक्ति,
विश्वास, धर्म,
और उपासना की स्वतंत्रता
,
प्रतिष्ठा और अवसर की समानता ,
प्राप्त करने के लिए ,
तथा उन सबमे ,
व्यक्ति की गरिमा और
[ राष्ट्र की एकता और अखंडता ]
सुनिश्चित करने वाली बंधुता
बढ़ाने के लिए ,
दृढ संकल्प होकर इस संविधान सभा में
आज तारीख 26 जनवरी
1949 को ,
एतद्द्वारा इस संविधान
को अंगीकृत ,अधिनियमित और आत्मसमर्पित करते हैं।
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