धर्म निरपेक्ष ,जनतांत्रिक ,प्रगीतिशील शक्तियों का एकजुटता सम्मलेन ,22 -23 जन. को रायपुर में
देश में फासीवाद और साम्राज्यवाद के मंडराते खतरे ; चुनौतियां और रणनीति
आप आमंत्रित हैं
हम सब भारत के संविधान के उद्देश्य के अनुरूप एक सम्पूर्ण प्रभुता संपन्न समाजवादी धर्म निरपेक्ष लोकतान्त्रिक गणराज्य बनाये रखने के लिए दृढ़ संकल्प हैं , इन महान मानवीय मूल्यों पे गंभीर खतरे मंडराने लगे हैं ,इनके विरुद्द हमें एकजुटता कायम करनी हैं। इस हेतु रायपुर के गोंडवाना भवन टिकरापारा में 22 -23 जनवरी 14 को विशाल सम्मलेन आयोजित किया जा रहा हैं , आप आमंत्रित हैं
देश में फासीवाद ; संविधान अवधारणा और इतिहास ,जनतन्त्र और राजसत्ता ;जीने और जीविकोपार्जन के मौलिक अधिाकर ,देश में कारपोरेट एजेण्डा ; विकास और सामाजिक न्याय ,संवेधानिक सिदांत ;शिक्षा और संस्कृति ,छत्तीसगढ़ के निर्माण का जनघोषणा पत्र आदि विषयो में अलग अलग सत्र दो दोनों में होंगे , समूह चर्चा और प्रदेश के विभिन्न जिलो से आये प्रतिनिधि ज्वलंत मुद्दो में चर्चा करेंगे ,
सम्मेलन में रामपुनियानी ,प्रभाकर चौबे ,चितरंजन बख्शी ,राजेंद्र सच्चर ,डा कल्पना कन्नावरन ,रंगकर्मी वाहिद शरीफ ,आंनंद मिश्र ,डा, जया मेहता ,ललित सुरजन ,नन्द कश्यप ,अनिल सद्गोपाल ,शशि सायल , सुधा भरद्वाज ,गौतम बन्धोपाध्या , राजेंद्र सायल ,अलोक शुक्ल ,डा लाखन सिंह आदि विभिन्न सत्रों में विचार व्यक्त करेंगे ,
सम्मलेन को प्रदेश के 30 जनसंघटनो ने आमंत्रित किया हैं ,
आप भी आये।
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