मेडल के लिए निर्दोष आदिवासियों की हत्या, एेसा ही रहा तो तीर धनुष उठाने होंगे मजबूर
2017-01-08 22:11:07
उन्होंने बताया कि बस्तर पुलिस मेडल लेने की चाह में निर्दोष आदिवासियों की हत्या कर रही है, जिससे पीडि़त परिवार के लोग नक्सली बनने को मजबूर हो रहे हैं। एेसा ही चलता रहा तो हम भी गांव वालो के साथ मिलकर उनके अधिकारों के लिए तीर धनुष उठाकर आगे आएंगे।
जोगी ने कहा कि बस्तर संभाग के सभी एसपी गांव वालों को समर्पण कराने के लिए कॉम्पीटिशन करने में लगे हुए हैं। ये सभी फर्जी हैं, जिसमे आदिवासी पिस रहे हैं। पुलिस फर्जी तरीके से समर्पण करवा देती है। फिर जब वहीं व्यक्ति गांव जाता है, तो नक्सली उसे पुलिस का आदमी समझकर मार देते हैं।
बेकसूर को मारोगे तो 50 नक्सली होंगे पैदा
बस्तर में मुठभेड़ों पर सवाल खड़े करते हुए जोगी ने कहा कि यदि जवान किसी एक बेकसूर को मारेंगे तो बदले में 50 नक्सली पैदा होंगे। सुरक्षा बल बीजापुर और सुकमा क्षेत्र के करीब 60 महिलाओं के साथ शारीरिक शोषण किया है, जिस पर ह्यूमन राइट्स ने भी सरकार को नोटिस भेजा है। ऐसे हालात में बस्तर में नक्सलवाद खत्म नहीं बल्कि माओवादियों की संख्या बढ़ेगी।
...तो बस्तर में रहकर चलेगी सरकार
जोगी ने कहा कि अगले चुनाव में यदि उनकी सरकार बनी तो वे राजधानी से नहीं बल्कि बस्तर के दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा और दरभा जैसे क्षेत्रों में रहकर सरकार चलाएंगे। जब तक शांति कायम नहीं होगी, तब तक वे बस्तर में रहेंगे।
फर्जी मुठभेड़ से 900 गांवों में पलायन
जोगी ने कहा कि बस्तर संभाग का करीब हर गांव फर्जी मुठभेड़ का शिकार है। दहशत इतनी कि पलायन करने से करीब 900 गांव खाली हो गए हैं। एेसे ही चलता रहा तो यहां का आदिवासी अपने व परिवार की रक्षा के लिए तीर धनुष उठाएगा, जिसका कोई तोप और पुलिस सामना नहीं कर पाएगी। उन्होंने कहा कि माओवाद खत्म करने के तीन रास्ते हैं, सामाजिक, आर्थिक उत्थान, राजनीतिक पहल इसके बाद फिर गोली। जोगी ने कहा कि नगरनार स्टील प्लांट उनके मुख्यमंत्रित्व काल की देन है। निजीकरण को लेकर सरकार ने निर्णय नहीं बदला तो वे पांच राज्यों को मौजूदा मुख्यमंत्रियों के साथ वे आंदोलन करेंगे।
प्रदेश अध्यक्ष को आगे कर भागे कार्यकर्ता
सभा के बाद रेल रोको आंदोलन के लिए आमागुड़ा स्टेशन में युवा जकांछ (जोगी) के प्रदेश अध्यक्ष विनोद तिवारी, प्रदेश सचिव जावेद खान, नरेंद्र भवानी, अल्ताफ खान, बाबा जमील, सोहेल खान, शहजाद खान के साथ बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता पहुंचे। यहां सुरक्षा बलों को देख आधा दर्जन साथियों ने ही आगे बढऩे का साहस दिखाया, जिन्हें पुलिस ने वैन में डाल दिया। समारोह में जोगी के साथ विशेष गुट के लोग ही नजर आए। कई युवा पदाधिकारी मंच में जगह नहीं मिलने से भीड़ के बीच बैठकर भाषण सुना।
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