Tuesday, December 27, 2016

वाटस एप ग्रुप के छुटभैयों के खिलाफ करेंगे कार्यवाही .-प्रियंका शुक्ला





* वाटस एप ग्रुप के छुटभैयों के खिलाफ करेंगे कार्यवाही .
* में जेएनयू की स्टूडेंट नही हूँ .
* पुलिस के सरंक्षण में चल रहा है  सारा खेल अब नहीं करेंगे बर्दाश्त ,भ्रामक जानकारी फैला रहे है  कुछ लोग .
* क्या सरकार ने जेएनयू के लोगों के लिये कोई नोटिफिकेशन जारी किया है .

 ---  प्रियंका शुक्ला एडवोकेट छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने  जगदलपुर पत्रकारों से कहा .
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जेएनयू के छात्रों के लिये बस्तर में जिस तरह अघोषित प्रतिबन्ध सरकार पुलिस और उनके गुर्गो द्वारा लगा रखा है, इसपर स्थिति स्पष्ट होनी चाहिए .पुलिस के लिये काम करने वाले तथाकथित नेताओं ने वाटसेप ग्रुप में  जिसतरह भ्रम फैला रखा है ,वह बस्तर की हालिया स्थिति के लिये ठीक नही कहा जा सकता .
उक्त बातें छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट की अधिवक्ता प्रियंका शुक्ला ने मेकाज में विकलांग 13 वर्षीय युवक के पोस्टमार्टम के दौरान कही . प्रियंका के साथ शालिनी गेरा एडवोकेट ,निकिता अग्रवाल एडवोकेट और युवक के परिजनों के साथ उपस्थित थीं.
गौरतलब है कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद पुलिस द्वारा मारे गये युवक के शव का दुबारा पोस्टमार्टम के लिये एसडीएम नेताम बोडी लेकर आये थे .
प्रियंका ने वाटसेप ग्रुप में आधारहीन और अनर्गल पोस्ट पर आपत्ति दर्ज करते हुये कहा कि पुलिस अपने मुखबिरों के आधार पर अंधानुकरण न करे इससे बस्तर के हालात और खराब होंगें .
वाटसेप ग्रुप में वायरल हो रही छ: फोटो पर भी उन्होंने आपत्ति दर्ज कराई और कहा कि पुलिस और उनके मुखबिर अच्छी तरह से जानते है कि हम जेएनयू के स्टूडेंट्स नही है . और न हमारा जेएनयू से कोई वास्ता ही है.

जेएनयू पर सवाल खड़ा करने वालों पर प्रियंका ने कहा कि क्या छत्तीसगढ़ सरकार ने जेएनयू के छात्रों के आने पर रोक को लेके कोई नोटिफिकेशन जारी किया है .एसे में जेएनयू के छात्रों के बस्तर में आने पर इतना हंगामा क्यों होता है . जेएनयू जैसी अंतर्राष्ट्रीय स्तर की संस्थान को बदनाम करने की कोशिश कहां तक ऊचित है. इससे भारत की छबि खराब ही होती है .

प्रियंका ने कहा कि एसे तथाकथित लोगों के खिलाफ पुलिस और सरकार द्वारा कोई कार्यवाही न किये जाने उन्हें नाराजगी है .वे जल्दी ही इन सब पोस्ट को लेकर कडा कदम उठाने की सोच रही है .

प्रियंका ने यह भी बताया कि वे बिलासपुर में छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट की प्रेक्टिस एडवोकेट है .उन्होंने पत्रकार को बताया कि जब वे दंतेवाड़ा गई  थी तब पुलिस के एस आई रजक ने हम छ: वकीलों की फोटो ली और तुरंत ही अपने समर्पित अग्नि को फोटो भेज कर आपत्तिजनक टिप्पणी के साथ वायरल कर दिया .
उस ग्रुप के एडमिन ,वायरल करने वाले और एस आई के खिलाफ कार्यवाही की मांग भी करती है .
पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उस दिन गाडी में कोई भी जेएनयू का स्टूडेंट्स नही था .
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