कोयलीबेडा फर्जी मुठभेड़ क
के खिलाफ आदिवासी लामबंद
कांकेर @ भूमकाल समाचार. कोयलीबेड़ा फर्जी मुठभेड़ को लेकर क्षेत्र के ग्रामीण काफी आक्रोशित हैं । उन्हें इस लोकतंत्र में शांतिपूर्ण विरोध का हक़ है इसलिए वे सड़क पर लोकतांत्रिक ढंग इस हत्यारी भाजपा सरकार के खिलाफ न्याय की गुहार लगाते सड़क पर उतरे । विकासखंड कोयलीबेड़ा अंतर्ग्रत ग्राम गट्टागाल के युवक सोबीराम कोवाची को नक्सली बताकर फर्जी मुठभेड़ में पुलिस द्वारा हत्या किये जाने के विरोध में कोयलीबेड़ा अंतगर्त 17 पंचायतों के ग्रामीण और जन प्रतिनिधियों ने रैली निकाल कर गट्टागाल में फर्जी मुठभेड़ की न्यायिक जाँच कर दोषी पुलिस अधिकारियों पर कार्यवाही के लिए राज्यपाल के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौपा।
क्या था मामला यहाँ पढ़े…
http://bhumkalsamachar.com/fake-encounter-killing-tribal-also-in-koylibeda/
समस्त जनप्रतिनिधियों ने कहा कि सोबीराम कोवाची पहाड़ी पर गया हुआ था, दुसरे दिन तक वह वापस नहीं आया बाद में परिवार वालों को पता चला कि पुलिस ने नक्सली बता कर सोबीराम कोवाची की हत्या कर दी है। सोबीराम का पिता रामसिंह पुलिस से अपने बेटे का शव मांगने गया किन्तु हत्यारे पुलिस अफसरों ने उसके पुत्र के शव को भी उसे नहीं दिया। तीसरे दिन सोबीराम के शव को परिजनों को सौंपा गया।
समस्त जनप्रतिनिधियों ने कहा कि सोबीराम कोवाची पहाड़ी पर गया हुआ था, दुसरे दिन तक वह वापस नहीं आया बाद में परिवार वालों को पता चला कि पुलिस ने नक्सली बता कर सोबीराम कोवाची की हत्या कर दी है। सोबीराम का पिता रामसिंह पुलिस से अपने बेटे का शव मांगने गया किन्तु हत्यारे पुलिस अफसरों ने उसके पुत्र के शव को भी उसे नहीं दिया। तीसरे दिन सोबीराम के शव को परिजनों को सौंपा गया।
जन प्रतिनिधियों ने बताया कि सोबीराम कोवाची तीन सालों से तेंदूपत्ता फड़ मुंशी का कार्य करता आ रहा था। उसकी पत्नी सवित्री कोवाची क्षेत्र के सारे जनप्रतिनिधियों से न्याय की गुहार और वास्तविकता जानने के लिए पत्र लिखी थी ।जिस पर 29 नवम्बर को सारे जन प्रतिनिधियों ने घटना स्थल निरीक्षण किया और गट्टागाल जाकर परिजनों से मुलाकात कर कार्यवाही करने का भरोसा दिया। सारे जनप्रतिनिधियों ने पुलिस द्वारा किये गए फर्जी मुठभेड़ की जाँच कर कार्यवाही करने के लिए जंगी रैली निकाल कर शांति पूर्वक विरोध प्रदर्शन किया है।
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