बस्तर और दुसरे आदिवासी क्षेत्र में पीढ़ी हो रही है बोनी और कजोर।
भाजपा के विकास का चेहरा है छात्तिसगढ़ .
छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र की अगली पीढ़ी बोनी और कमजोर होती दिख रही हैं .बच्चो की लम्बाई और वजन उम्र के अनुसार कम हो रही हैं .
छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र की अगली पीढ़ी बोनी और कमजोर होती दिख रही हैं .बच्चो की लम्बाई और वजन उम्र के अनुसार कम हो रही हैं .
यह बात केंद्र की क्लिनिक एन्थ्रोपोमेत्रिक एंड बायोकेमिकल रिपोर्ट में कहा गया हैं ।
रिपोर्ट कहती है की बस्तर के ग्रामीण क्षेत्रो में 5 साल तक के 71 फीसदी बच्चे अपने हम उम्रो की तुलना में बोने रह गए है, इनमे 73.2 फीसदी लड़के और 45.7 फीसदी लडकिया है .
रिपोर्ट कहती है की बस्तर के ग्रामीण क्षेत्रो में 5 साल तक के 71 फीसदी बच्चे अपने हम उम्रो की तुलना में बोने रह गए है, इनमे 73.2 फीसदी लड़के और 45.7 फीसदी लडकिया है .
कवर्धा रायगढ़ और राजनंदगांव में भी यही शिकायत हैं .रमन सिंह के क्षेत्र में 54 फीसदी ,(राजनंदगांव) और कवर्धा में 44.9 फीसदी , रायगढ़ में 44.2 फीसदी बच्चे कम ऊंचाई के रह गए हैं ।
प्रदेश में 34.7 फिसदी लम्बाई और 39.4 फीसदी वजन कम हो गया हैं ।
मैदानी क्षेत्रो में भी वजन कम हो रहा है .
इनमे सबसे अधिक रायपुर में 52.3 फीसदी ,कवर्धा में 51.1 फीसदी ,बिलासपुर में 49.1 फीसदी कोरबा में 34.3 , दुर्ग में 31.5, फीसदी बच्चो का वजन कम हो रहा हैं ।
छत्तीसगढ़ में 15 साल से भाजपा के रमन सिंह की सरकार है।
इनमे सबसे अधिक रायपुर में 52.3 फीसदी ,कवर्धा में 51.1 फीसदी ,बिलासपुर में 49.1 फीसदी कोरबा में 34.3 , दुर्ग में 31.5, फीसदी बच्चो का वजन कम हो रहा हैं ।
छत्तीसगढ़ में 15 साल से भाजपा के रमन सिंह की सरकार है।
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